लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के 300 वें जन्म जयंती समारोह
जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानन्दजी तीर्थ के पावन सानिध्य में 31 को
लोकमाता अहिल्याबाई के लोकोपकारी जीवन को जन-जन तक पहुंचाने प्रमुख भाषाओं में होगा साहित्य का प्रकाशन, वर्षभर देश के प्रमुख महानगरों एवं विष्वविद्यालयों में होंगे आयोजन
नीमच। होल्कर राजवंष की लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का 300 वां जन्म जयंती समारोह का शुभारम्भ 31 मई 2024 को अभय प्रशाल, इन्दौर में सायं 5.30 बजे ज्योतिर्मठ अवांतर भानपुरा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्री ज्ञानानंदजी तीर्थ के पावन सानिध्य में किया जाएगा।
उक्त जानकारी देते हुए जगद्गुरू सेवा समिति के रूद्र पराशर ने बताया कि शिवभक्त, पुण्यश्लोका के रूप में जन-जन में विख्यात विदुषी नारी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर, जिनसे इन्दौर की पहचान है, जिन्होंने रामेश्वरम से करांची व अटक से कटक तक असंख्य तीर्थ नगरियों में घाट, मंदिर, बावडी, धर्मशालाओ का निर्माण कर भारत की एकात्मता का मार्ग प्रशस्त किया, ऐसी जनप्रिय, दूरदृष्टा एवं कुशल प्रशासक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में उनकी लोकगाथाओं को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देष्य से पूरे वर्ष देश भर में कार्यक्रम आयोजित होंगे। देश की प्रमुख भाषाओं में लोकमाता के साहित्य का प्रकाशन किया जाएगा और तीर्थ स्थलों के चित्रों सहित एक टेबल बुक का प्रकाशन होगा, जिसमें ललित कला आदि के माध्यम से देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन को जन जन तक पहुंचाया जाएगा। यह आयोजन देश के प्रमुख महानगरों एवं विश्वविद्यालयों में आयोजित किए जाएंगे। इस हेतु लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिषताब्दी समारोह समिति का गठन किया गया है, जिसमें पद्मविभूषण सोनल मानसिंह तथा पद्भूषण सुमित्रा महाजन संरक्षक हैं, जबकि अध्यक्ष शिक्षाविद चन्द्रकला पाडीया तथा कार्याध्यक्ष होल्कर राजवंश उदयसिंह राजे होल्कर हैं।