शिक्षकों के आधे से अधिक पद खाली,इस कारण अंग्रेजी व गणित में सबसे अधिक कमजोर विद्यार्थी
भोपाल। मप्र बोर्ड 10वीं व 12वीं में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व अर्थशास्त्र में सबसे अधिक कमजोर विद्यार्थी हैं। दोनों कक्षाओं में विद्यार्थियों का सबसे खराब प्रदर्शन अंग्रेजी में है। जहां 10वीं में करीब तीन लाख तो 12वीं में करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी फेल हुए हैं। वहीं 10वीं में गणित में 2.91 लाख, विज्ञान में 2.41 लाख, सामाजिक विज्ञान में 2.27 लाख फेल हुए हैं। इसी तरह 12वीं में अर्थशास्त्र में 53 हजार, भौतिकी में 60 हजार फेल हुए हैं। यहां तक कि हिंदी में भी दोनों कक्षाओं में विद्यार्थियों का प्रदर्शन खराब है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग में विषयवार शिक्षकों के आधे से अधिक पद खाली है। ऐसे में प्रदेश के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना मुश्किल है। बता दें, कि 10वीं में 8.21 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 58.10 प्रतिशत परिणाम रहा। वहीं 12वीं में 6.24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनका परिणाम 64.49 प्रतिशत रहा। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी दोनों कक्षाओं के विषयवार परिणामों की समीक्षा करने में जुटे हैं। वहीं शिक्षाविद का कहना है कि जब शिक्षकों के पद आधे से अधिक खाली होंगे तो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा संभव नहीं है। विभाग को पहले खाली पदों को भरना होगा।
अंग्रेजी व हिंदी में शिक्षकों के आधे पद खाली
उच्च माध्यमिक वर्ग में अंग्रेजी व हिंदी में शिक्षकों के आधे पद खाली हैं। जहां अंग्रेजी में शिक्षकों के स्वीकृत पदों में से 5900 में से 2910 पद खाली हैं। वहीं गणित विषय में से स्वीकृत पद 3700 में से 1823 पद खाली हैं। इसी तरह हिंदी में 6040 स्वीकृत पदों में से 3029 पद खाली है।
प्रदेश भर का आंकड़ा
12वीं में कुल विद्यार्थियों की संख्या-6.24 लाख
12वीं में फेल विद्यार्थियों की संख्या-दो लाख
10वीं में कुल विद्यार्थियों की संख्या-8.28 लाख
10वीं में फेल विद्यार्थी-2.15 लाख
10वीं में सभी विषयों के पास व फेल विद्यार्थियों का आंकड़ा
विषय -कुल विद्यार्थी (लाख) -पास विद्यार्थी (लाख) – फेल विद्यार्थी (लाख)
गणित – 8.28 -5.37 -2.91
अंग्रेजी – 8.22 -5.17 -3.05
विज्ञान – 8.28 -5.87 -2.41
सामाजिक विज्ञान -8.28 -6.02 -2.27
हिंदी – -8.22 -7.03 -1.19
संस्कृत- -7.49 -6.44 -1.05
12वीं में इन विषयों में अधिक फेल हुए विद्यार्थी
विषय -कुल विद्यार्थी -पास -फेल
अंग्रेजी -5.72 लाख -4.20 लाख -1.52 लाख
भौतिकी -2.83 लाख -2.23 लाख -60 हजार
इकोनामिक्स-2.09 लाख -1.56 लाख -53 हजार
हिंदी -6.14 लाख -5.66 लाख -47 हजार
गणित -90 हजार -73 हजार -17 हजार
रसायनशास्त्र-2.83 लाख -2.45 लाख -38 हजार
राजनीतिशास्त्र-1.98 लाख -1.63 लाख -34 हजार
जीवविज्ञान-1.95 लाख -1.67 लाख -27 हजार
बुक कीपिंग-83 हजार -69 हजार -14 हजार
भूगोल -1.22 लाख -1.12 लाख -10 हजार
प्रदेश के विषयवार उच्च माध्यमिक शिक्षकों का आंकड़ा
विषय -स्वीकृत पद -भरे पद -खाली पद
अंग्रेजी -5900 -2990 -2910
गणित -3700 -1877 -1823
हिंदी- 6040 -3011 -3029
इकोनामिक्स-3100 -1420 -1680
भौतिकी -3400 -1399 -2001
रसायनशास्त्र-3800 -1489 -2311
जीवविज्ञान-4000 -2200 -1800
इतिहास -2400 -1590 -810
राजनीतिशास्त्र-3700 -1690 -2010
भूगोल -2350 -900 -1450
समाजशास्त्र-500 -200 -300
वाणिज्य -1200 -800 -400
कृषि -600 -200 -400
उर्दू -90 -70 -20
इनका कहना है
10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणामों का विषयवार विश्लेषण किया जा रहा है। इसमें विषयवार सामने आने वाली कमजोरियों को चिन्हित कर शिक्षक प्रशिक्षण में और क्लासरूम टीचिंग में इन बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जाएगा।
शिल्पा गुप्ता, आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय
-उच्च माध्यमिक वर्ग में विषयवार शिक्षकों के खाली पदों को भरना होगा। साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी देना होगा। तभी सुधार संभव है।
सुनीता सक्सेना, शिक्षाविद