क्षत्रिय राजपूत समाज का नवनिर्मित श्री राधा कृष्ण मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं कलश स्थापना पंचकुंडीय महायज्ञ

श्री राधा कृष्ण मंदिर जिसे दो सौ साल से भी ज्यादा वर्षों पहले निर्माण किया गया
शामगढ़- नगर में वार्ड नंबर एक स्थित राजपूत मोहल्ले में स्थित क्षत्रिय राजपूत समाज का श्री राधा कृष्ण मंदिर जिसे राजपूत समाज के पूर्वजों द्वारा दो सौ साल से भी ज्यादा वर्षों पहले इसका निर्माण किया गया था । मंदिर की छत पर देशी कहलु और दीवारें कच्ची बनाई गई थी साल दर साल बीतते गए लेकिन मंदिर की सुध किसी ने नहीं ली जिसके चलते मंदिर काफी हद तक जीर्ण शीर्ण अवस्था में हो गया था । मंदिर निर्माण की रूपरेखा कई बार बनी लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं हो सका क्षत्रिय राजपूत युवा संगठन जुनी शामगढ़ ने मंदिर जिणोध्दार (निर्माण) को लेकर बैठक 18 अगस्त 2021 को मंदिर में बैठक बुलाई गई जिसमें समाज के सभी वरिष्ठ एवं युवा मौजूद थे । जिसमें मंदिर निर्माण को लेकर रूपरेखा तैयार की गई । शुभ मुहूर्त अगहन सुदी कृष्ण पक्ष एकम मंगलवार 20- 11- 2021 को दोपहर 1:15 बजे रावले ठाकुर उदयसिंह पंवार के कर कमलों द्वारा मंदिर निर्माण को लेकर भूमि पूजन किया गया । उसके पश्चात लगातार युवकों की टोली द्वारा राजपूत समाज के सीमित परिवारों से राशि एकत्रित कर मंदिर का भव्य निर्माण करवाया मंदिर में बीचों बीच गर्भ गृह का निर्माण किया गया इसमें भगवान श्री कृष्णा और राधा की मूर्ति स्थापित की जाएगी साथ ही परिक्रमा करने की स्थान साथ ही मंदिर के सामने स्वागत द्वार और एक साइड में ओंकारेश्वर से लाये शिवजी का परिवार विराजेगा और दूसरी साइड में तुलसा माता का पौधा पूजन विधि विधान के साथ लगाया जाएगा ।
यह होंगे धार्मिक आयोजन
श्री राधा कृष्ण, शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा एवं पंचकुण्डात्मक श्री विष्णु महायज्ञ एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम 13 अप्रैल शनिवार को हेमाद्री स्नान, कलश यात्रा, जलाधीवास सुबह 8 बजे, 14 अप्रैल रविवार को मंडप प्रवेश, देव आव्हान, अग्नि मंथन, फलाधीवास सुबह 8 बजे 15 अप्रैल सोमवार को देव पूजन, हवन, अन्नाधीवास सुबह 7 बजे, 16 अप्रैल मंगलवार को देव पूजन, हवन, मूर्ति नगर भ्रमण, शैय्याशीवास सुबह 9 बजे , 17 अप्रेल बुधवार को देव पूजन, हवन, प्राण प्रतिष्ठा, कलशारोहर, प्रसादी सुबह11 बजे यज्ञ आचार्य पंडित शिवप्रसाद नागदा व्दारा सम्पन्न होगा ।
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ओम सिंह पंवार ने बताया है कि कलश स्थापना एवं मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां चल रही है पूरे मंदिर को पानी से धोया गया है । मंदिर के सामने ही पंच कुंडीय यज्ञशाला का निर्माण लगभग पूरा हो गया है । साथ ही प्रशासन द्वारा भी कार्यक्रम को लेकर अनुमति ली गई है ।