मंदसौरमंदसौर जिला
62वें भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला का भव्य समारोह में हुआ समापन

मेला के उत्कृष्ट व्यापारियों को किया गया पुरस्कृत, गणमान्य नागरिक भी हुये कार्यक्रम में शामिल

राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि नगरपालिका परिषद ने मेला की भव्यता के लिये जो पुरुषार्थ किया है वह अनुकरणीय है। मेला आयोजन के एक माह पूर्व इस मेला की तैयारियां शुरू कर दी गई थी इससे मेले की व्यवस्थायें हर वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष ओर बेहतर रही।
मंदसौर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि मेला की ख्याति दूरे दूर तक फैलाने व मेला को भव्यतम रूप से आयोजित करने में मंदसौर नपा के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों कर्मचारियों ने जो परिश्रम किया है वह सराहनीय है। मेले के व्यापारियों का भी मेले की भव्यता बड़ाने में जो योगदान है वह अद्भूत है।
भाजपा महिला नेत्री श्रीमती सुषमा आर्य ने कहा कि नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर की पूरी परिषद ने मेले की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिये जो काम किया उससे मेला की ख्याति निश्चित रूप से और बड़ेगी।
मंदसौर दक्षिण मण्डल अध्यक्ष श्री अजय आसेरी ने कहा कि यह खुशी का अवसर है कि 28 दिवसीय मेला आज अपने गौरव को प्राप्त करते हुए समापन की ओर अग्रसर हो रहा है। भाजपा के जनप्रतिनिधि जिस संस्था में बैठते है उस संस्था के गौरव को बढ़ाने का काम करत है। ऐसा ही काम रमादेवी गुर्जर की पूरी परिषद ने किया है।
भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती निर्मला गुप्ता ने कहा कि श्रीमती रमादेवी गुर्जर कीपरिषद लगभग डेढ़ माह से मेला की व्यवस्थाओं में लगी थी जिससे मेला भव्य रहा है मेले में व्यापारियों ने जो अपनी दुकाने लगाई है वे भी बधाई के पात्र है।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. घनश्याम बटवाल ने कहा कि पशुपतिनाथ मेला में कई वर्षो से जो दुकाने लगा रहे है वे व्यापारी बधाई के पात्र है। आज नपा उनका सम्मान कर रही है। उत्कृष्ट व्यापारियों का सम्मान होना ही चाहिये।
स्वागत उद्बोधन देते हुए नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने कहा कि मेले को भव्यतम बनाने के लिये नपा के अधिकारियों व कर्मचारियों ने जो अथक परिश्रम किया है उसके लिये मैं उन सभी के प्रति धन्यवाद अर्पित करती हूॅ। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पूज्य सिन्धी भाई बंध पंचायत के नंदूभाई आडवानी, दृष्टानंद नैनवानी, राजेश चाहुजा, कैलाश मनवानी, गोविन्द सोपरा के द्वारा दुपट्टा ओढ़ाकर किया गया। कार्यक्रम में राजाराम तंवर, अजीजुल्लाह खान, यशवंत भावसार, रानू भावसार, नीतिन ब्रिजवानी, शांतिलाल पालीवाल, राजेश सोनी ऐरावाला, राकेश भावसार, शैलेन्द्र गोस्वामी, मेला अधिकारी पी.एस. धारवे, मेला लिपिक राजेन्द्र नीमा भी उपस्थित थे। संचालन चन्द्रशेखर नागदा ने किया व आभार मेला सभापति श्रीमती भावना जयप्रकाश पमनानी ने माना।