सुवासरा पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट होकर फरीयादी ने ली उज्जैन आई जी की शरण
मध्यप्रदेश सीएम को लिखा सुवासरा पुलिस का शिकायति पत्र
मामला डेड माह पहले का सुवासरा थाना अंतर्गत के गांव धलपट का जहाँ पर आंगनबाडी मे नौकरी दिलाने के नाम पर कागज हस्ताक्षर के बहाने ग्राम पंचायत धलपट के सहायक सचिव श्यामसुन्दर भट्ट व इसके कुछ दोस्त जिनका नाम कपिल व रामभगत है जो सीतामऊ जनपद मे पदस्थ है इसके द्वारा गांव की ही महिला को सहायक सचिव श्यामसुंदर भट्ट द्वारा आंगनवाड़ी मे नौकरी लगवाने के बहाने से धलपट गाँव के बाहर कुवे के रास्ते से श्यामसुन्दर भट्ट व इसके साथियो ने कार मे बैठाया और सुवासरा से चोमेहला रास्ते से होकर कच्चे रास्ते से सुवासरा थाना अंतर्गत के गांव बसई के हाई स्कूल विद्यालय के यहां लाकर तीनो आरोपियों ने वारी वारी के सामूहिक बलात्कार किया महिला के द्वारा लाख मना करने के बावजूद भी तीनो व्यक्तियों ने महिला पर रहम नहीं खाया और बलात्कार कर जबरन कपिल और रामभगत की फॉरवहील गाड़ी से सहायक सचिव धलपट के श्यामसुंदर भट्ट की गाड़ी मे बैठाया और गांव के बहार छोड़ दिया ज़ब आप बीती इस घटना के बारे मे महिला ने उसके पति व पीहर वालो को बताया तो 19 फरवरी को उक्त पीड़ित महिला अपने पति व पीहर मायके वालो के साथ सुवासरा थाने मे जानकारी रिपोर्ट दर्ज कराई जिसमे पीड़िता द्वारा बताया गया की मेरे साथ आंगनवाड़ी मे नौकरी दिलाने के नाम पर गांव के ही सहायक सचिव ग्राम पंचायत धलपट के श्याम सुंदर भट्ट व इसके दो दोस्त रामभगत व कपिल ने नौकरी के बहाने मुझे कार मे बैठाया और मे सामूहिक बलात्कार किया ये जानकारी पीड़िता ने थाने मे बताई मगर पीड़िता द्वारा थानेदार व उक्त रिपोर्ट कर्ता ने पीड़िता की एक भी नहीं सुनी और रिपोर्ट कर्ता ने अपने हिसाब से श्यामसुन्दर भट्ट के उपर 376 का मामला पंजीबद्ध कर लिया और उसके दो दोस्तों को पुलिस की मिलीभगत से बहार निकाल दिया जबकि पूरी रची कहानी सहायक सचिव श्यामसुंदर भट्ट व सीतामऊ जनपद मे पदस्थ कुछ कपिल व रामभगत साथियो ने मिलकर रची थी
मगर इस कार्यवाही मे दो आरोपियों को सुवासरा पुलिस ने नेता नगरी के चलते बचा लिया जिसके कारण पीड़िता फरियादी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर सभी अधिकारीयों के दरवाजे ख़ट खटाये अब देखन होगा की मंदसौर की ईमानदार पुलिस इन दोनों आरोपियों को पकड़ पायेगी या ऐसे ही कार्यवाही चलती रहेगी