रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक 1.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे अयोध्या,राम नवमी पर 40 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना
अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में सदियों के इंतजार के बाद 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई।प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर चुके हैं।रामलला का दर्शन करने के लिए प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख श्रद्धालु रामनगरी अयोध्या पहुंच रहे हैं।ऐसे में रामनवमी पर मैनेजमेंट के लिए प्रशासन बड़ी योजना तैयार कर रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के रामनगरी अयोध्या पहुंचने की संभावना है।
इस बार की रामनवमी श्रध्दालुओं के लिए ख़ास रहने वाली है। रामनवमी पर नवरात्र के पहले दिन से लगने वाला रामनवमी का मेला भी हमेशा से लोगों के लिए ख़ास रहा है।प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे हैं। ऐसे में रामनवमी पर श्रध्दालुओं की संख्या बहुत ज़्यादा बढ़ने की संभावना है।सरकार और अयोध्या प्रशासन ने तैयारी तेज़ कर दी है।
अब तक डेढ़ करोड़ श्रद्धालु रामनगरी अयोध्या पहुंच चुके हैं,जिसमें से लगभग 1 लाख विदेशी श्रद्धालु हैं।रामनवमी की तारीख़ में उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों में चुनावी माहौल तेज़ होगा तो वहीं मौसम विभाग के मुताबिक़ गर्मी भी ज़्यादा होगी। इस बार अप्रैल के मध्य में सामान्य से अधिक तापमान का अनुमान किया गया है।इसको देखते हुए बोर्ड श्रध्दालुओं को सुविधाएं देने के लिए व्यवस्थाएं कर रहा है।वहीं भीड़ को नियंत्रित कर सुगमता से दर्शन कराने के लिए क्राउड मैनेजमेंट का प्लान भी तैयार किया गया है।
रामनवमी 17 अप्रैल को है। रामनगरी अयोध्या का विश्व विख्यात रामनवमी का मेला 9 अप्रैल के पहले दिन से शुरू हो जाएगा।इस साल रामनवमी पर 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।ऐसे में श्रीराम ट्रस्ट मंदिर के अंदर और अयोध्या प्रशासन पूरे अयोध्या में तैयारी कर रहा है।अयोध्या प्रशासन ने आने वाले श्रद्धालुओं को व्यवस्थित रूप से दर्शन कराने के लिए होल्डिंग क्षेत्र तय कर लिया हैं। जगह-जगह भीड़ को रोका जाएगा।उन स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है।पहले भी काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्य दर्शन स्थलों पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए होल्डिंग एरिया की व्यवस्था कारगर साबित हुई है। इन क्षेत्रों में आने वालों के लिए शेड और पीने के पानी के साथ मूलभूत सुविधाएं होंगी।
अयोध्या कमिश्नर गौरव दयाल लगातार रामनवमी की तैयारी के लिए बैठक कर व्यवस्थाओं को तय कर रहे हैं। कमिश्नर का कहना है कि अयोध्या प्रशासन आस-पास के ज़िलों के प्रशासन से बात कर रहा है कि दर्शन के लिए आने वाले लोगों को अलग-अलग दिन दर्शन के लिए प्रेरित किया जाए और अयोध्या की सीमा पर सीमित संख्या में लोगों की आवाजाही हो।लोगों से भी अपील की जाएगी कि अलग-अलग दिन दर्शन करें। राम नवमी पर 16,17,18 यानि तीन दिन तक राम मंदिर को 24 घंटे खोलने का फ़ैसला पहले ही किया जा चुका है।
कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि राम मंदिर तक जाने वाले मुख्य मार्ग जन्मभूमि पथ पर काफ़ी पहले से ही श्रद्धालुओं को व्यवस्थित किया जाएगा।इसके लिए क़तारों की संख्या बढ़ाई जाएगी।इसके लिए रेलिंग लगाकर व्यवस्था की जाएगी।रेलिंग लगाने का काम शुरू हो गया है।इसके अलावा दूसरे मंदिरों के महंत और ज़िम्मेदार लोगों से भी बातचीत करके अभी से प्लान बनाया जा रहा है।इसी सिलसिले में हनुमानगढ़ी के महंत जी के साथ भी बैठक हुई है।इसके अलावा स्वच्छता के लिए और मेडिकल की सुविधा भी उपलब्ध कराने की पूरी व्यवस्था तैयार की जा रही है।
अयोध्या में होटल और होम स्टे अभी से फ़ुल हो गए हैं।यूपी पर्यटन विभाग के महानिदेशक मुकेश कुमार मेश्राम कहते हैं कि’आदर्श आचार संहिता को देखते हुए सभी व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है।होम स्टे का बड़ी संख्या में लोगों ने पहले से रेजिस्ट्रेशन कराया था।उसका भी लोगों को लाभ मिलेगा। बता दें कि सीएम योगी ने अयोध्या दौरे पर इस बात को लेकर निर्देश दिए थे कि सभी दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन हो सकें,लेकिन इतनी बड़ी संख्या में अयोध्या में आने और रुकने को देखते हुए क्राउड मैनेज करना प्रशासन के लिए भी चुनौती है।