मंदसौरमध्यप्रदेश

महिला महिला बाल विकास द्वारा अनियमितता का मामला जिपं बैठक में उठा, तथा सूक्ष्म सिंचाई योजना और खनिज विभाग द्वारा नियम के विरुद्ध कार्य करने पर जताई नाराजगी

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जिला पंचायत के सामान्य प्रशासन व साधारण सभा की बैठक अध्यक्ष श्रीमती पाटीदार की अध्यक्षता में हुई संपन्न

संस्कार दर्शन
मंदसौर। जिला पंचायत मंदसौर में सामान्य प्रशासन एवं साधारण सभा की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा डॉ विजय पाटीदार की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इस बैठक में जिला पंचायत के सदस्यगण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे ।

बैठक में जल संसाधन विभाग, खनिज विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ,जल जीवन मिशन, मनरेगा ,महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग पर चर्चा हुई । सामान्य प्रशासन बैठक में जिला स्तर पर सरपंच एवं पंच सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। जिला पंचायत की आय को बढ़ाने हेतु चर्चा भी की गई, साथ ही 15 वे वित्त की राशि जो जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत को जारी की जाती है, उसका अनुबंध अब जिला पंचायत की जगह जनपद पंचायत में ही हो सकेगा, ऐसा निर्णय भी सामान्य प्रशासन की बैठक में लिया गया ।

साधारण सभा की बैठक में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत शामगढ़ सुवासरा सुक्ष्म सिंचाई योजना में पाइपलाइन की गहराई 4 फीट के बजाय 1 से 2 फिट होने पर अध्यक्ष और सदस्यों ने नाराजगी व्यक्त की एवं पाइप लाइनों को चार फीट गहराई पर पुनः डालने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। साथ ही एजेंसी द्वारा कार्य पूरा करने में देरी होने पर कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कहा गया । एजेंसी को प्राइस एस्केलेशन के रूप में 130 करोड रुपए की अतिरिक्त राशि विभाग द्वारा भुगतान करने पर भी अध्यक्ष ने प्रश्न उठाया ।इस पर उपस्थित जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने एक-दो दिन में ही अध्यक्ष और सदस्यों की उपस्थिति में पाइपलाइन का निरीक्षण करने हेतु सदन को आश्वस्त किया ।

बैठक में प्रभारी खनिज अधिकारी भावना सेंगर के अनुपस्थित होने पर सदस्यों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और प्रभारी खनिज अधिकारी के विरुद्ध सदन ने सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया ।

जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सदस्य खनिज अधिकारी से यह जानना चाहते थे कि रोड निर्माता कंपनी एमकेसी पर खनिज पेनल्टी के रूप में लगाए गए 130 करोड रुपए बकाया होने पर भी उसे नवीन मोहरम एवं पत्थर की खदानें कैसे आवंटित की कर दी गई , किंतु खनिज अधिकारी की अनुपस्थिति खदान आवंटन पर प्रश्न चिन्ह खड़े करती है ।

बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जल जीवन मिशन के समक्ष गांव में पेयजल पाइपलाइन डालते समय सीसी रोड तोड़कर उन्हें पुनः रिपेयर न करने का मामला भी गर्माया । महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनवाड़ी भवन की रंगाई पुताई एवं मरम्मत में हुई अनियमितता का मामला भी उठा। सदस्यों द्वारा यह आरोप लगाए गए की रंगाई पुताई घोटाले में प्रमुख रूप से दोषी अधिकारियों को विभाग द्वारा संरक्षण प्रदान किया जा रहा है एवं निर्दोष आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के ऊपर कारवाई की जा रही है । बैठक में मनरेगा एवं मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम विभाग ने भी अपने पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किये।

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