मंदसौरमंदसौर जिला
“सोशल मीडिया व स्मार्टफोन का उपयोग स्मार्ट तरीके से करें”– राजेश सुराणा

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रासेयो शिविर के तृतीय दिवस “सायबर क्राइम” विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ
रासेयो शिविर के तृतीय दिवस “सायबर क्राइम” विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ

परियोजना कार्य के रूप में विद्यार्थियों ने जिला संगठक डॉ. के.आर. सूर्यवंशी के नेतृत्व में शासकीय उ.मा. विद्यालय बालागुढ़ा के परिसर को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त करने का कार्य किया।
तृतीय दिवस के बौद्धिक सत्र में एनसीआईबी के संयुक्त राज्य निदेशक श्री राजेश सुराणा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में वर्चुअल दुनिया बहुत हावी है। इसलिए स्मार्ट गेजेट्स का उपयोग सोच समझ कर करना चाहिए । अपने संबोधन में आदरणीय सुराणा जी ने बताया कि आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट को लॉक करके रखें, अपना आईडी और पासवर्ड बहुत मजबूत बनाएं और अनजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट न करें । अपने मोबाइल पर किसी भी अवांछित लिंक को क्लिक ना करें। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सोशल मीडिया व स्मार्टफोन का उपयोग स्मार्ट तरीके से करें । इसी कड़ी में महाविद्यालय के भौतिक विभाग के विभागाध्यक्ष एवं एनसीसी के पूर्व मेजर डॉ. आर. के. व्यास ने विद्यार्थियों को अपने उद्बोधन में बताया कि रासेयो शिविर विद्यार्थियों के जीवन को सुंदर व अनुशासित बनाने का काम करते हैं तथा रासेयो के क्रमबद्ध दिनचर्या को अपने जीवन में उतारने का प्रयास हमें करना चाहिए।
महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के प्राध्यापक डॉ. संतोष कुमार शर्मा ने बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए बताया कि पर्यावरण का संरक्षण वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है, पर्यावरण स्वच्छ व सुंदर बनाने की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इस दिशा में काम करना चाहिए तथा अपने परिवार को, गांव को, शहर को देश को स्वच्छ सुंदर बनाने की तरफ काम करना चाहिए। सभी को जल, जंगल, जमीन का संरक्षण कर अपने भविष्य को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक तुलसी धनगर ने किया एवं आभार कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गोरा मुवेल ने माना।
विद्यार्थियों द्वारा सायंकालीन ग्राम भ्रमण में ग्रामीणवासियों से सम्पर्क कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना । रात्रि में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत, कविता, भाषण, नुक्कड़-नाटक, सांस्कृतिक और भाव प्रधान नृत्य प्रस्तुत किए।
विद्यार्थियों द्वारा सायंकालीन ग्राम भ्रमण में ग्रामीणवासियों से सम्पर्क कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना । रात्रि में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत, कविता, भाषण, नुक्कड़-नाटक, सांस्कृतिक और भाव प्रधान नृत्य प्रस्तुत किए।