गरीबों का लाखों रुपए डकार कर गीताश्री केडिट कोआपरेटिव सोसायटी लिमिटेड हुई चंपत–?
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कंपनीयों के एजेंट बर्बादी की कगार पर -जूं तक नहीं रेंग रही है, इन धन्ना सेठों की–?
संस्कार दर्शन
गरोठ- गरोठ क्षेत्र में कुकुरमुत्ते की तरह जगह निजी फाइनेंस कंपनी और केडिट कोआपरेटिव सोसायटी खुलकर लोगों का आर्थिक शोषण कर रही है, इन केडिट कोआपरेटिव सोसाइटी में क्षेत्र के धन्ना सेठ अपना पैसा लगाकर लोगों को लोक लुभाने ऑफर देकर खून पसीने की कमाई लुट रहे है, जनता इनके प्रलोभन में फंसकर शोषण का शिकार हो रही है।
ऐसा ही एक मामला गीताश्री केडिट कोआपरेटिव सोसाइटी खड़ावदा गरोठ का सामने आया है, जिसमें एजेंट ओम प्रकाश धाकड़ निवासी बडिया इस्तुमुरार द्वारा एसडीओपी राजाराम धाकड़ के कार्यालय पर शिकायत की गई , शिकायत में बताया गया कि गीताश्री केडिट कोआपरेटिव सोसायटी खड़ावदा गरोठ में मै लंबे समय से एजेंट रहा, मेरे द्वारा आमजनों के खाते खोलकर कलेक्शन किया जा रहा था,। लोगों की एफडी भी करवाई गई, जो कि 12 लाख रुपए के लगभग है। साथ ही मेरा वेतन 1,87000 रुपए का वेतन भी सोसायटी में बकाया चल रहा है, सोसायटी के कर्ता धर्ता ने गबन किया, और पूरा ठीकरा मेरे माथे फोड़ दिया। जब मैंने इसकी शिकायत करना चाही तो सोसायटी में पैसा लगाने वाले धन्ना सेठों ने कहा कि चिंता मत कर धाकड़, पैसा हम दिलवाएंगे।लंबा इंतजार करने के बाद भी मुझे पैसे नहीं दिया गया, और सिर्फ लॉलीपॉप दिया गया, जिन खातेदारों की एफडी मेरे द्वारा की गई थी, वह लोग धीरे-धीरे मुझे परेशान करने लगे, लेकिन धन्ना सेठों के कान में जूं तक नहीं रेंगी। फरियादी ओमप्रकाश धाकड़ ने अपनी आपबीती को लेकर एसडीओपी राजाराम धाकड़ के कार्यालय पर आवेदन प्रस्तुत किया है।
संस्कार दर्शन इन धन्ना सेठों के कारनामे का पर्दाफाश करेगा, कि कैसे धन्ना सेठ भोले भोले एजेंट और आमजनों को फंसाकर बाजारों में साहुकार बनकर शेखी बघारते है।*बने रहिए, संस्कार दर्शन के साथ—–।