मंदसौरमंदसौर जिला
मोढ़ चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज ने निकाली भव्य कलश यात्रा
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माता मोढे़श्वरी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा, यज्ञ पूर्णाहूति एवं महाप्रसादी भी होगी
मन्दसौर। मोढ़ चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज द्वारा 26 से 28 जनवरी तक तीन दिवसीय मॉ मोढ़ेश्वरी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन स्थानीय अभिनन्दन नगर एक्सटेंशन स्थित मोढ़ चतुर्वेदी ब्राह्मण धर्मशाला (मातंगीधाम) पर किया जा रहा है। जिसके तहत 26 जनवरी, शुक्रवार को श्री गणेश पूजन, देवता आव्हान, सप्तशती पाठ, मण्डप पूजन, गृह शांति, जलाधिवास के कार्यक्रम आयोजित तथा आरती की गई।
द्वितीय दिवस 27 जनवरी को शनिवार को पूजन व चण्डी हवन के पश्चात् सिद्धेश्वर महादेव अभिनंदन नगर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें 101 महिलाएं सर पर कलश धारण कर सम्मिलित हुई। बड़ी संख्या में समाजजनों ने इस कलश यात्रा में सहभागिता की। इस कलश यात्रा में समाजजन भजन कीर्तन एवं नृत्य करते हुए चल रहे थे। कोई श्री परशुराम स्वरूप में तो कोई माताजी के स्वरूप में त्रिशूल, तलवार, ध्वजा दंड हाथ में लिये चल रहा था। इस कलशयात्रा में मंदिरजी के शिखर पर चढ़ाये जाने वाला कलश भी था। सभी भक्त उत्साह से इस कलश यात्रा में सम्मिलित हुए। कलश यात्रा मोड़ ब्राह्मण धर्मशाला पहुंची जहां गृह शांति के साथ पंच कुंडात्मक यज्ञ हवन किया गया। धर्मशाला स्थल पर स्नपन (महाभिषेक), अन्नाधिवास, शैय्याधिवास, आरती एवं प्रसादी का कार्यक्रम हुआ। समाज सचिव डा. ब्रजेश शर्मा ने बताया कि नगर में मां मोढेश्वरी का यह प्रथम मंदिर स्थापित हो रहा है, भारत देश में मां मोढ़ेश्वरी का प्रथम मंदिर मोढेरा गुजरात में स्थित है। मोड़ ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष संजीव त्रिवेदी, सचिव बृजेश शर्मा, प्राण प्रतिष्ठा समिति संयोजक रजनीकांत शुक्ला सहित ने सभी मोड ब्राह्मण समाजजन सपरिवार उपस्थित हो कर आयोजन में सहभागिता करने की अपील की।
भजन संध्या का हुआ आयोजन- तीन दिवसीय आयोजन के तहत प्रथम दिवस रात्रि में अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक गिरीश शर्मा की अति सुंदर भजन संध्या आयोजित की गई जिसमें भक्तों ने भक्ति रस के आनंद में डूबकर नृत्य किया तथा महिलाओं ने भजन एवं कीर्तन किया ।
आज मूर्ति प्रतिष्ठा, पूर्णाहुति एवं महाआरती- मीडिया प्रभारी नरेंद्र कुमार त्रिवेदी ने बताया कि तीन दिवसीय माताजी की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत आज 28 जनवरी, रविवार को मोढ़ चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज धर्मशाला पर पूजन हवन के साथ हवन की पूर्णाहुती होगी। साथ ही पूर्ण विधि विधान से मूर्ति प्रतिष्ठा, कलशारोहण भी होगा। तत्पश्चात् महाआरती के पश्चात् महाप्रसादी का आयोजन होगा।
द्वितीय दिवस 27 जनवरी को शनिवार को पूजन व चण्डी हवन के पश्चात् सिद्धेश्वर महादेव अभिनंदन नगर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें 101 महिलाएं सर पर कलश धारण कर सम्मिलित हुई। बड़ी संख्या में समाजजनों ने इस कलश यात्रा में सहभागिता की। इस कलश यात्रा में समाजजन भजन कीर्तन एवं नृत्य करते हुए चल रहे थे। कोई श्री परशुराम स्वरूप में तो कोई माताजी के स्वरूप में त्रिशूल, तलवार, ध्वजा दंड हाथ में लिये चल रहा था। इस कलशयात्रा में मंदिरजी के शिखर पर चढ़ाये जाने वाला कलश भी था। सभी भक्त उत्साह से इस कलश यात्रा में सम्मिलित हुए। कलश यात्रा मोड़ ब्राह्मण धर्मशाला पहुंची जहां गृह शांति के साथ पंच कुंडात्मक यज्ञ हवन किया गया। धर्मशाला स्थल पर स्नपन (महाभिषेक), अन्नाधिवास, शैय्याधिवास, आरती एवं प्रसादी का कार्यक्रम हुआ। समाज सचिव डा. ब्रजेश शर्मा ने बताया कि नगर में मां मोढेश्वरी का यह प्रथम मंदिर स्थापित हो रहा है, भारत देश में मां मोढ़ेश्वरी का प्रथम मंदिर मोढेरा गुजरात में स्थित है। मोड़ ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष संजीव त्रिवेदी, सचिव बृजेश शर्मा, प्राण प्रतिष्ठा समिति संयोजक रजनीकांत शुक्ला सहित ने सभी मोड ब्राह्मण समाजजन सपरिवार उपस्थित हो कर आयोजन में सहभागिता करने की अपील की।
भजन संध्या का हुआ आयोजन- तीन दिवसीय आयोजन के तहत प्रथम दिवस रात्रि में अंतर्राष्ट्रीय भजन गायक गिरीश शर्मा की अति सुंदर भजन संध्या आयोजित की गई जिसमें भक्तों ने भक्ति रस के आनंद में डूबकर नृत्य किया तथा महिलाओं ने भजन एवं कीर्तन किया ।
आज मूर्ति प्रतिष्ठा, पूर्णाहुति एवं महाआरती- मीडिया प्रभारी नरेंद्र कुमार त्रिवेदी ने बताया कि तीन दिवसीय माताजी की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत आज 28 जनवरी, रविवार को मोढ़ चतुर्वेदी ब्राह्मण समाज धर्मशाला पर पूजन हवन के साथ हवन की पूर्णाहुती होगी। साथ ही पूर्ण विधि विधान से मूर्ति प्रतिष्ठा, कलशारोहण भी होगा। तत्पश्चात् महाआरती के पश्चात् महाप्रसादी का आयोजन होगा।