सेमली मे चल रही रामकथा के दौरान राम वन गमन व सीता हरण का वर्णन किया गया
टकरावद (पंकज जैन ) सेमली मे आयोजित राम कथा के छठे दिन शनिवार को बाल संत सुधीर जी नागर ने राम गमन, केवट प्रसंग, हनुमान सुग्रीव मिलन व बाली वध का सचित्र सुंदर वर्णन किया
बाल संत सुधीर जी नागर ने बताया की वन गमन के दौरान राम के भाई लक्ष्मण ने रावण की बहन शूर्पणखा की नाक काट दी थी तब पंचवटी में लक्ष्मण से अपमानित शूर्पणखा ने अपने भाई रावण से अपनी व्यथा सुनाई और उसके कान भरते कहा, ‘सीता अत्यंत सुंदर है और वह तुम्हारी पत्नी बनने के सर्वथा योग्य है। ‘ तब रावण ने अपने मामा मारीच के साथ मिलकर सीता अपहरण की योजना रची खर -दूषण वध के बाद रावण ने मारीच को पंचवटी मे हिरण के रूप में भेजा। जिसको देखकर सीता ने श्रीराम को हिरण पड़कर लाने के लिए कहा, तो राम हिरण के पीछे चल दिए। काफी देर तक वह नहीं लौटे तो लक्ष्मण भी श्रीराम की तलाश में वन में चले गए। इसी दौरान रावण साधु का वेश धारण करके श्रीराम की कुटिया पर पहुंच गया। जहां से उसने सीता का हरण कर लिया और लंका ले जाने लगा। रास्ते में रावण को जटायु ने रोकने का प्रयास किया, तो रावण और जटायु के बीच युद्ध हुआ। जिसमें रावण ने जटायु के पंख काट दिए और सीता का हरण कर ले गया सीता खोज के दौरान राम की मुलाकत हनुमान व सुग्रीव से हुई व राम ने बाली का वध किया राम कथा कर दौरान सेमली की 5 वर्षीय बालिका विश्ववेशवरी भट्ट द्वारा सम्पूर्ण रामायण का गीत प्रस्तुत किया गया