नई दिल्ली: मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कल देर रात 2 घंटे तक नई दिल्ली में भाजपा की एक बड़ी बैठक हुई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर हुई इस बैठक में शिवराज सिंह चौहान को छोड़कर प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव के अलावा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद शामिल हुए। लेकिन शिवराज सिंह चौहान का बैठक में शामिल नहीं होना भी चर्चा विषय रहा।
सूत्रों से पता चला है कि पार्टी इसे लेकर नए फार्मेट पर काम कर सकती है. एक तरफ पार्टी हर संसदीय क्षेत्र से एक मंत्री दे सकती है, तो दूसरी तरफ कैबिनेट में तीन बार मंत्री रहे नेताओं को फिर मौका नहीं देगी. इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर 30 विधायकों के नाम की सहमति बनी है। यह भी पता चला है की शपथ विधि समारोह 19 या 20 दिसंबर को हो सकता है।
संभावित मंत्री जिनके नाम तय होने की चर्चा है –
बताया गया कि वरिष्ठ नेताओं के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर सहमति हो गई। इसके तहत प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और गोपाल भार्गव मंत्रिमंडल का चेहरा होंगे। इसके अलावा गोविंद सिंह राजपूत, बिजेंद्र सिंह, प्रदीप लारिया, शैलेंद्र कुमार, आशीष शर्मा, हरिशंकर खटीक, दिव्यराज सिंह, जयसिंह मरावी, मीना सिंह, संजय पाठक, ओमप्रकाश धुर्वे, राव उदय प्रताप सिंह, हेमंत खंडेलवाल, हरीसिंह रघुवंशी, विष्णु खत्री, विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, भूपेंद्र सिंह, एदलसिंह कंसाना, प्रद्युमनसिंह तोमर, डॉ राजेश सोनकर, निर्मला भूरिया, उषा ठाकुर, रमेश मंदोला, नीना वर्मा, इंदर सिंह परमार, विजय शाह, अर्चना चिटनिस, बालकृष्ण पाटीदार, चिंतामण मालवीय आदि के नाम बताए जा रहे हैं।