तीन महीने पहले लॉन्च हुई पार्टी ने मध्यप्रदेश-राजस्थान में 4 सीटों पर किया कब्जा
नई दिल्ली। चार विधानसभा चुनाव के नतीजे में भाजपा ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत हासिल की। वहीं, कांग्रेस की तेलंगाना में सरकार बनेगी। इन रिजल्ट नतीजों के बीच मध्यप्रदेश और राजस्थान में एक पार्टी चर्चा में है। ये राजनीतिक दल भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) है। तीन महीने पहले बनी पार्टी ने अपने प्रदर्शन से हैरान कर दिया। यहां तक कि BAP आम आदमी पार्टी से आगे निकल गई।मध्यप्रदेश में आप, सपा, बसपा और निर्दलीयों का खाता नहीं खुला। बीजेपी, कांग्रेस के बाद BAP एक मात्र राजनीतिक दल है। जिसके उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। सैलाना से पार्टी प्रत्याशी कमलेश्वर डोडियार 4618 मतों से जीते। पिछले विधानसभा चुनाव में चार निर्दलीय, बसपा के 2 और सपा के 1 प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी।
आप ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 200 से अधिक प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। हालांकि पार्टी का खाता नहीं खुला। AAP के अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। भारतीय आदिवासी पार्टी ने चुनाव लड़कर अपनी प्रभाव दिखा दिया। BAP को राजस्थान में 3 और मध्यप्रदेश में 1 सीट पर जीत मिली।
भारतीय ट्राइबल पार्टी से अलग होकर बनी नई पार्टी
भारतीय ट्राइबल पार्टी में विभाजन के बाद आदिवासी नेताओं ने नए संगठन भारतीय आदिवासी पार्टी बनाई। इस पार्टी ने मध्यप्रदेश और राजस्थान के आदिवासी इलाकों में बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती दी। साथ ही 4 सीटों पर कब्जा कर लिया। BAP तीन महीने पहले लॉन्च हुई थी। पार्टी में आदिवासी कार्यकर्ता शामिल है। इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत हैं।
आप का मुफ्त देने का वादा जनता ने नकारा
भारतीय आदिवासी पार्टी ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में आदिवासी बाहुल्य सीटों पर चुनाव लड़ा। पार्टी ने मैदान में 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। वहीं, आम आदमी पार्टी दिल्ली व पंजाब में सरकार बनाने के बाद राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपना पैर जमाने की कोशिश में लगी है। पार्टी ने तीनों राज्यों में अपने उम्मीदवार उतारे। अरविंद केजरीवाल मुफ्त बिजली, पानी और एजुकेशन का वादा किया था। रैलियों और रोड शो का फायदा आप को नहीं मिला।