MP में BJP की वापसी: भाजपा की सीटों में इजाफा, जानिए एग्जिट पोल में किसे मिल रही कितनी सीटें ?

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भोपाल:- विधानसभा के लिए चुनाव संपन्न हो चुके हैं और अब एग्जिट पोल्स भी आ गए हैं। बता दें कि 17 नवंबर को एक साथ सभी सीटों पर यहां मतदान हुआ था और 3 दिसंबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। वहीं बात करें एग्जिट पोल की तो ज्यादातर एग्जिट पोल्स के अनुसार, मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 230 में से बहुमत के लिए 116 सीट चाहिए।
मध्य प्रदेश में क्या कहते हैं एग्जिट पोल्स?
न्यूज 24- टुडेज चाणक्या के एग्जिट पोल्स के अनुसार, मध्य प्रदेश में भाजपा को 151, कांग्रेस को 74 और अन्य को 5 सीटें मिल सकती है।
टीवी9 भारत वर्ष के एग्जिट पोल्स के अनुसार, मध्य प्रदेश में भाजपा को 106-116, कांग्रेस को 111-121 और अन्य को 0-6 सीटें मिल सकती हैं।
रिपब्लिक टीवी के अनुसार, कांग्रेस को 97-107 और भाजपा को 118-130 तक सीटें मिल सकती हैं।
CNX के अनुसार, कांग्रेस को 111, भाजपा को 116 और अन्य को 0-3 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जन की बात ने कांग्रेस को 100-123 और भाजपा को 102-125 सीटें दी हैं।
आज तक AXIX MY INDIA ने बीजेपी को 140-162, कांग्रेस 68-90, वहीं अन्य को 0-3 सीटें मिल सकती है।
क्या रहे थे 2018 चुनाव के नतीजे?
मध्य प्रदेश की 230 में से 114 पर कांग्रेस, 109 पर भाजपा और 2 पर (BSP) ने जीत दर्ज की थी और कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। हालांकि, 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हुए और सरकार गिर गई। इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है।
सट्टा बाजार अपडेट
मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव मे 75% वोट के बाद 3 दिसंबर को गिनती होगी।
कुल सीट 230
कांग्रेस 116 से 118 ,भाजपा 106 से 109 .अन्य 04 से 06
कैलाश विजयवर्गीय -05 से 0.15
रमेश मेंदोला -0.0 से 0.03
पिंटू जोशी -0.35 से 0.40
मालिनी गौड़- 0.04 से 0.08
सत्यनारायण पटेल -0.55 से 0.60
जीतू पटवारी- 0.35 से 0.40
विशाल पटेल -0.25 से 0.30
तुलसी सिलावट -0.17 से 0.20
उषा ठाकुर -0.25 से 0.30
सभी आंकड़े पैसों में- प्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह में समन्वय कम रहा।कांग्रेस के जितने भी प्रत्याशी थे आखिरी दिनों में सभी ने अपने बलबूते पर ही चुनाव लड़ा। प्रदेश संगठन से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली।
उधर,भारतीय जनता पार्टी में संगठन पूरी तरह सक्रिय था। आखिरी 10 दिनों में भाजपा ने कसा हुआ चुनाव लड़ा। नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अनेक मुख्यमंत्री सहित बड़े नेताओं की रैलियां और रोड शो हुए उससे कहीं न कहीं भाजपा को फायदा जरूर मिलेगा।शिवराज सिंह का लाडली बहन का मास्टर स्ट्रोक की वजह से महिलाओं ने 13.78 लाख वोट अधिक डाले यह वोट चुनाव में अलग ही परिणाम दिखाएगा।
ओल्ड पेंशन स्कीम की वजह से सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारियों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट डाले हैं, 2004 के बाद जिनकी भर्ती हुई है उन्हें ही {ओ पी एस} से नुकसान हो रहा है, सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों की संख्या संख्या 4.5 लाख है इसमें से 65 से 70% वोट कांग्रेस को मिलने की संभावना है।