काँग्रेसजनों के गहन आक्रोश के बाद,जनआक्रोश रथ यात्रा से समंदर पटेल को वाहन से उतारा नीचे

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बोले इंदौरी व बाहरी नहीं चलेगा, सिंधिया का वफादार रहा है फिर करेगा गद्दारी-
नीमच/जावद। धनबल के बल पर जावद में अपनी राजनीतिक किस्मत चमकाने का प्रयास कर रहे समंदर पटेल पर बुधवार का दिन जावद विधानसभा में भारी रहा। जन आक्रोश रथ यात्रा का 20 सितम्बर को जावद विधानसभा में आगमन हुआ। भाजपा छोड़कर काँग्रेस में आये इंदौरी नेता समंदर पटेल के लिये शुरूआत तो अच्छी रही पर आगे जो हालात बने वे समंदर पटेल के राजनैतिक भविष्य के लिये अच्छे संकेत देते नजर नहीं आ रहे है।
जो घटनाक्रम 20 सितम्बर को जावद विधानसभा में हुआ उस अनुसार जावद में रथयात्रा का स्वागत समंदर पटेल मित्र मण्डल द्वारा किया गया था जहां पर मप्र के पूर्व मंत्री व राऊ विधायक जीतू पटवारी ने समंदर के मंच से समंदर के लिये इंदौरी रिश्ते का बखान करते हुए खूब तारीफ की। तारीफ से अभिभूत हुए समंदर पटेल भी आनन फानन में स्वागत कार्यक्रम पश्चात जीतू पटवारी के रथ रूपी वाहन में उनके साथ हो लिये। जब यात्रा सरवानियां महाराज पहुंची तो वहां जो नजारा देखने को मिला वो समंदर पटेल के लिये चिंता का विषय बन गया। हुंआ यूं कि सरवानियां महाराज में जन आक्रोश रथ यात्रा का आगमन हुआ। सैंकड़ोंे की संख्या में वहां खड़े काँग्रेसजन रथयात्रा व जीतू पटवारी सहित बड़े नेताओं का भव्य स्वागत करने की तैयारी में थे पर जीतू पटवारी के वाहन में उनके साथ जैसे ही समंदर पटेल को खड़े देखा तो वहां समंदर पटेल को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया। समंदर पटेल की गद्दारी को लेकर गगनभेदी नारे लग रहे थे। काँग्रेसजन समंदर पटेल को देखते हुए क्रोधित हो उठे और लगातार समंदर पटेल के विरूद्ध नारेबाजी होती रही। कांग्रेसजनों का क्रोध जब और बड़ गयातब की समंदर पटेल नीचे नहीं उतरे तब तक माहौल खराब होता नजर आया।
इंदौरी नेता गद्दार नेता नहीं चलेगा नहीं चलेगा, सिंधिया का वफादार काँग्रेस का गद्दार ही रहेगा ऐसे नारे लगते रहे और वहां उपस्थित काँग्रेसजनों ने जीतू पटवारी के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि गद्दार समंदर पटेल को रथयात्रा से नीचे उतारे उसके बाद ही हम कोई बाते सुनेंगे अन्यथा नहीं। काँग्रेसजनों का क्रोध देखते हुए जीतू पटवारी ने समंदर पटेल के कान में रथ यात्रा रूपी वाहन से नीचे उतरने की कहाऔर उसके तुरंत बाद समंदर पटेल नीचे उतर गये उसके बाद काँग्रेसजनों ने उत्साह व जोश में काँग्रेस पार्ट जिंदाबाद, गद्दार नहीं चलेगा आदि के गगनभेदी नारे लगाते रहे।
समंदर पटेल के कारण सरवानियां महाराज में जो आमसभा होना थी वो भी नहीं हो पाई। समंदर पटेल के विरूद्ध काँग्रेसजनों का आक्रोश सरवानियां महाराज में ही नहीं थम पाया उसके आगे रथ यात्रा ग्राम बांगरेड़ पहुंची तो वहां समंदर पटेल के विरूद्ध और भी गुस्सा काँग्रेसजनों में देखने को मिला। वहां हाथों में तख्तिया लिये काँग्रेसजनों लाईन से क्रमवार खड़े जीतू पटवारी के समक्ष समंदर पटेल को बाहरी बताकर उसका घोर विरोध कर रहे थे। उन्होंने जीतू पटवारी से कहा कि समंदर पटेल इंदौरी बाबू को जावद विधानसभा का काँग्रेसी नहीं सहेगा। समंदर पटेल ने बीते चुनाव में काँग्रेस के विरूद्ध चुनाव लड़कर काँग्रेस पार्ट को जावद से हराया था फिर सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल होकर गद्दारी करी थी। अब राजनैतिक स्वार्थ के चक्कर में पुनः काँग्रेस में अपने धनबल के बल पर रोजी रोटी सेकने आ गया। इसका कोई भरोसा नहीं ये फिर काँग्रेस से गद्दारी नहीं करेगा ऐसे नेता को काँग्रेसजन सहन नहीं करेंेगे। काँग्रेसजनों की भावना की कद्र काँग्रेस के आला नेताओं का करना पड़ेगी। समंदर पटेल को गलती से भी विधानसभा का उम्मीदवार बना दिया तो काँग्रेस की बुरी स्थिति जावद विधानसभा में देखने को मिलेगी। काँग्रेस का कार्यकर्ता पैसो का भूखा नहीं है। रूपयों के बल पर काँग्रेसजनों को खरीदने का प्रयास समंदर पटेल कर रहा है जिसमें वह कभी भी सफल नहीं होगा। ऐसे घटनाक्रम से समंदर पटेल जो राजनैतिक ख्वाब सजा रहे थे उसका धक्का लगा है और अब समंदर पटेल के लिये काँग्रेस आलाकमान सोचने पर मजबूर होगा।
जब जीतू पटवारी ने सत्तू पाटीदार को बुलाकर बिठाया रथ पर
जब तक समंदर पटेल रथयात्रा पर रहे तब तक सत्यनारायण पाटीदार व राजकुमार अहीर जीतू पटवारी के साथ रथ या़त्रा रूपी वाहन पर नहीं बैठे। जीतू पटवारी ने समंदर पटेल को नीचे उतारा और फिर जीतू पटवारी स्वयं ने सत्यनारायण पाटीदार को रथ यात्रा रूपी वाहन पर बुलाकर बिठाया तो कॉंग्रेसजनों ने जोरदार तालियां बजाकर व नारेबाजी कर इसका स्वागत किया।