40 घंटे से अधिक की बरसात, कई लोग फंसे, 230 से अधिक को रेस्क्यू किया
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शुक्रवार शाम से महापौर कलेक्टर निगम आयुक्त सहित सभी अलर्ट मोड पर
इंदौर। शुक्रवार के दिन दोपहर बाद शुरू हुई बरसात ने इंदौर शहर से लेकर गांव तक त्राहि-त्राहि कर दी है। लेकिन कलेक्टर सहित पूरा प्रशासनिक अमला, पुलिस और नगर निगम के टीम पिछले 40 घंटे से मोर्चा संभाले हुए हैं और इस दौरान 230 से अधिक लोगों से को रेस्क्यू करवाया।
शुक्रवार दोपहर बाद शुरू हुई बारिश पूरी रात बरसी वहीं शनिवार भी पूरे दिन और रात बारिश होती रही, जो अब तक जारी है। पिछ्ले 3 दिनों में इंदौर में लगभग 13 इंच से अधिक बरसात हो चुकी है। पूरे सीजन में अब तक बारिश का आंकड़ा अलग – अलग दर्ज़ किया गया, जबकि शहर में ओसत बर्षा का आंकड़ा 44 इंच के पार पहुंच गया है। 3 दिन की बरसात मे शुक्रवार रात कोई कहीं क्षेत्र में स्थित गर्भ गई थी और लोग बरसात में फंस गए थे। इस दौरान शाम को कलेक्टर ने स्कूलों का अवकाश घोषित किया और रात में मोर्चा संभाल लिया पूरे प्रशासनिक अमले के साथ सतत निगरानी बनाए हुए हैं और शहर से लेकर गांव तक अब तक विभिन्न स्थानों पर फंसे 230 से अधिक लोगों को रेस्क्यू करवाया गया।
देपालपुर में अब तक 62 इंच बरसात
जिले में सबसे अधिक बरसात देपालपुर क्षेत्र में दर्ज की गई है। देपालपुर में पिछले तीन दिनों में जहां सर्वाधिक बारिश हुई वहीं पूरे सत्र में 62 इंच बारिश हुईं है।
कारें डूबी निचली बस्तियो में पानी भराया
शहर के चंदन नगर व एरोड्रम क्षेत्र के सामने बाबू मुरई कालोनी, छोटा बांगरदा क्षेत्र की कई कालोनियां, बाणगंगा क्षेत्र की कहानी कॉलोनी, भागीरथपुरा और गौरी नगर पूरी तरह जलमग्न हो गए इसी तरह खजराना क्षेत्र की भी दर्जन भर से ज्यादा कालोनियो के घरों मे पानी भर गया। पूरे शहर में 400 से अधिक कॉलोनी में पानी भरने से कई कारे और दो पहिया वाहन डूब गए।
सरकारी कार्यालयों और अस्पतालों में भराया पानी
2 दिन की बारिश नहीं एमवाय हॉस्पिटल, जिला अस्पताल, मूसाखेड़ी के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का कार्यालय और आवास, नवरतन बाग स्थित वन विभाग के कार्यालय और रहवासी कालोनी में पानी भर गया।
प्रशासन ने 30 हज़ार लंच पैकेट बटवाए
कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अमला, होमगार्ड के जवान और एसडीआरएफ के जवानों ने व्यवस्था संभाली। कलेक्टर इलैया राजा टीम ने बताया कि बरसात में बस्तियों फंसे लोगों को खाने के 30 हज़ार पैकेट भी पहुंचाए।
बिजली पावर हाउस डूबे
लगातार बारिश से शहर के सभी पावर हाउस में तीन से चार फीट तक पानी भर गया। कई जगह बिजली के तारों पर पेड़ों की डालें गिरने और तार टूटने की शिकायत भी मिली। बरसात के दौरान बिजली कर्मचारियों द्वारा लगातार रखरखाव का कार्य किया जा रहा है।
कल रात से बिजली गुल
बरसात के दौरान बार-बार बिजली का आना-जाना चल रहा है लेकिन बड़ी सेंट लाइन पर फाल्ट होने से पिछले दो दिनों से कई क्षेत्रों में बिजली नहीं है। शहर के पूर्वी क्षेत्र में सेंट लाइन का काम कल रात 8:30 बजे से चल रहा है लेकिन अब तक बिजली नहीं आई।
विधायक ने 15000 भोजन के पैकेट बांटे
आपात स्थिति में शहर के सभी जनप्रतिनिधियों ने भी मोर्चा संभाला और क्षेत्र क्रमांक एक के विधायक संजय शुक्ला ने बाणगंगा तथा बंगरदा रोड की बस्तियों में 15000 भोजन के पैकेट वितरित करवाए। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और कहीं सामाजिक संस्थाओं ने भी सहायता के लिए मोर्चा संभाला।