मंदसौर पुलिस द्वारा अन्तर्राज्यीय, जालसाजी कर ट्रैक्टरो की खपत करने वाले तीन राज्यों में संचालित संगठित गिरोह का किया पर्दाफाश

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चार आरोपियों को गिऱफतार कर कूल 35 लाख रूपये के 7 ट्रैक्टर किये गये बरामद

घटनाक्रम का तरीका :- आरोपी सत्तार एक पेशेवर अपराधी होकर विगत कई वर्षों से उक्त आपराधिक कृत्य को अपने पुत्र आसिफ व साथी भोला और सरफराज तथा राजस्थान व उत्तर प्रदेश मथुरा के अपने गिरोह के सदस्यो के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह का संचालन अनवरत रूप से करता आ रहा है । आरोपी अपने साथियों या गॉव के अन्य व्यक्तियो के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर फाइनेंस कंपनियों से ट्रैक्टर को फाइनेंस करवा कर एक या दो किस्त चुकाने के बाद ट्रैक्टर को कुछ समय के लिए अपने क्षेत्र में अलग-अलग स्थानो पर छुपा कर रखते हैं । उसके बाद राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश राज्य के संगठित गिरोह के सदस्यों की सहायता से अन्य राज्यो में बेच कर अवैध लाभ अर्जित करते हैं । विगत वर्षों में आरोपियों द्वारा सैकड़ो ट्रैक्टर को इस प्रकार जालसाजी कर फायनेंस कंपनी से धोखाधडी कर बेचकर लाखो रूपये का अवैध लाभ अर्जित किया जा चुका है । अन्य वाहनो की अपेक्षा
आरोपियों द्वारा केवल ट्रैक्टर को ही इस अपराध में इसलिए चुना गया है, क्योंकि ट्रैक्टर एक कृषि उपकरण यंत्र है जो की सामान्य आवागमन व अन्य स्थानों पर आवागमित नहीं होकर एक छोटे व सीमित क्षेत्र में ही आवागमन होने से आसानी से पहचाना नही जाता हैं तथा लोगों की निगाह में न आकर पकड़े जाने का भय मुक्त रहता है ।
इस प्रकार श्री अनुराग सुजानिया पुलिस अधीक्षक मन्दसौर के कूशल मार्गदर्शन में गठित टीम के द्वारा व्यावसायिक दक्षता एवं कार्य कुशलता के आधार पर लग्न, मेहनत व तत्पर कार्यवाही कर मन्दसौर पुलिस को, षडयंत्र पूर्वक जालसाजी कर धोखाधडी से फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर फायनेंस कंपनी को चूना लगा कर, ट्रैक्टरों को खपाकर बेचने वाले अर्न्तराज्यीय संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रैक्टरो को बरामद करने में महत्वपूर्ण सफलता अर्जित हुई हैं।
अन्तर्रराज्यीय संगठीत गिरोह का स्वरूप :- उक्त अन्तर्रराज्यीय संगठीत गिरोह में मुख्य रूप से राजस्थान राज्य के कोटा क्षेत्र. उत्तरप्रदेश राज्य के मथुरा क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य राज्यों में भी सम्पर्क होकर सदस्य भी गिरोह में शामील हैं जो कि संगठित रूप से गिरोह में सक्रीय हैं, जिनको मुख्य आरोपी सत्तार व उसके सक्रीय सदस्य मध्यप्रदेश क्षेत्र एवं आस पास के सरहदी क्षेत्र से ट्रेक्टर मुहैया करवाते है। आरोपी सत्तार को ट्रेक्टर उपलब्ध करवाने हेतु आवश्यक प्रबंध में सुवासरा क्षेत्र एवं आस पास के क्षेत्रिय व्यक्तियों एवं ऐजेन्टो की भी उक्त कूटरचित षडयंत्र में संलिप्तता हैं जिनके संबंध में विवेचना प्रक्रिया धीन है।
गिरफ्तार आरोपियो के नाम- 1. सत्तार पिता कादर खान उम्र 54 वर्ष निवासी ग्राम धलपट थाना सुवासरा जिला, 2. आसिफ पिता सत्तार खान उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम धलपट, 3. भोला ऊर्फ सर्फराज पिता जाकिर हुसैन उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम धलपट, 4. बबलू पिता नारायण सिंह सौ.राज. उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम नयाखेडा थाना गंगधार जिला झालावाड राज.
बरामद सम्पत्ती का विवरण – 1 ट्रेक्टर लाल रंग टैफे कंपनी कीमत 7 लाख रू. , एक ट्रेक्टर लाल रंग का महिन्द्रा कंपनी कीमत 6,50,000 रू., एक ट्रेक्टर निले रंग का सोनालिका कंपनी कीमत 4,50,000 रू., एक ट्रेक्टर नीले रंग का सोनालिका कंपनी कीमत 4 लाख रू., एक ट्रेक्टर लाल रंग का मैसी कंपनी कीमत 3,50,000 रू., एक ट्रेक्टर फार्मट्रेक कंपनी कीमत 3,50,000 रू. एक ट्रेक्टर लाल रंग का महिन्द्रा कम्पनी कीमत 6 लाख रू. कुल ट्रेक्टर 7 कूल कीमत 35 लाख रूपये , फर्जी क्रय विक्रय अनुबंध पत्र, परिवहन विभाग का नाम स्थानान्तरण हुते फर्जी दस्तावेज , इन्जिन नंबर व चेसिस नंबर घिसने हेतु प्रयुक्त ग्राईन्डर
सराहनीय भूमिका निर्वाहन करने वाली पुलिस टीम – उक्त सराहनीय कार्य में श्री जितेन्द्र सिंह सिसोदिया थाना प्रभारी नारायणगढ, श्री कमलेश प्रजापति थाना प्रभारी भानपूरा, उप निरी. रितेश नागर प्रभारी सायबर सेल, उप निरी. शिवान्शु मालवीय थाना प्रभारी सुवासरा, उप निरी. विकास गेहलोत चौकी प्रभारी रूनिजा, उप निरी. कपिल सौराष्ट्रिय चौकी प्रभारी भैसोंदा, प्र.आर. आशिष बैरागी. प्र.आर. मुजफ्फरउद्दीन, आर. मनीष बघेल सायबर सेल, प्र.आर. देवेन्द्र सिंह सोनगरा थाना कोतवाली, आर. मोतीलाल यादव, आर. जुगल किशोर, आर. मनीष पाटीदार, आर. मोकम सिंह, आर. योगेश शर्मा थाना सुवाल की सराहनीय एवं महती भूमिका रही।