छतरपुरमध्यप्रदेश

बाबा त्रिकाल दर्शी सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर उज्जैन में दर्शन मात्र से बदल जाती किस्मत: बालू से बना है शिवलिंग

*****************

पंकज पाराशर छतरपुर✍️

सावन का महीना चल रहा और शिव भक्त अपनी आस्था लिए शिव मंदिरों में पहुंच रहे हैं। धार्मिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध उज्जैन को देवों को नगरी कहा जाता है। यहां कई चमत्कारी मंदिर मौजूद है, जहां दर्शन मात्र से भक्तों को सारी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। बाबा महाकाल की इस पावन नगरी में एक ऐसा शिव मंदिर मौजूद है, जहां के शिवलिंग के दर्शन मात्र से व्यक्ति को सौभाग्य और सुख की प्राप्ति होती है। यहां पूजन अर्चन कर व्यक्ति दरिद्रता, ग्रह बाधा, अकाल मृत्यु जैसे भय से मुक्ति मिलती है।

बालू से बना शिवलिंग

हम बात कर रहे हैं उज्जैन में स्थित 84 महादेव में 61 वा स्थान रखने वाले बाबा त्रिकाल दर्शी सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर की, जिनकी महिमा बहुत ही निराली है। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग बालू से बना हुआ है और यहां प्रतिदिन दर्शन पूजन करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं। मान्यताओं के मुताबिक जो व्यक्ति यहां पर पूजन अर्चन करता है, उसके परिवार की कभी भी दुर्गति नहीं होती है।

हरतालिका तीज पर विशेष आराधना

बाबा त्रिकाल दर्शी सौभाग्येश्वर महादेव के नाम से ही पता चलता है कि वह सौभाग्य के देवता हैं। दरिद्रता और बंधुओं से वियोग जैसे दोषों से मुक्ति देने के साथ महादेव सुहागिन महिलाओं को सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद भी प्रदान करते हैं। वैसे तो वर्ष भर यहां पर पूजन अर्चन का क्रम चलता है। लेकिन हरतालिका तीज के मौके पर सौभाग्यवती महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए और कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना के लिए मंदिर में विशेष पूजन अर्चन करती हैं। इस दिन भोलेनाथ की पूजन के लिए रात से ही महिलाओं का ताता मंदिर में लगने लगता है, जो अलसुबह तक चलता रहता है।

ऐसी है मान्यता

मान्यताओं के मुताबिक का सौभाग्येश्वर महादेव व्यक्ति को सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं और सारी मनोकामना की पूर्ति करते हैं। इस मंदिर में अपनी इच्छा लेकर पहुंचने वाले भक्तों उल्टे स्वास्तिक का निर्माण करते हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्त यहां आकर सीधा स्वास्तिक बनाते हैं। विवाह और संतान प्राप्ति में आ रही बाधा के निवारण के लिए विशेष तौर पर भक्त यहां पहुंचते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}