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किशनगढ़ ताल
ठाकुर शंभू सिंह तंवर
ताल थाना प्रभारी नागेश यादव ने पत्रकारों को जानकारी देते हुवे बताया कि समीपस्थ ग्राम आबूपुरा जो पुलिस चौकी खारवा कलां अंतर्गत आता है। जिसमें स्टोन क्रेशर मशीनें लगी हुई है। 17 जुन को प्रातः वहां ब्लास्टिंग हुई तो ग्रामीणों का कहना था कि क्रेशर मशीन से एवं ब्लास्टिंग से गांव वालों के मकानों में दरारें पड़ कर उसकी धूल मिट्टी से नाराज होकर गांव वाले जे के स्टोन क्रेशर मशीन आबूपुरा पहुंच गये।वहां क्रेशर मशीन के कर्मचारी संजय सिंह सिकरवार के साथ कुछ ग्रामीणों ने मारपीट कर वहां तोड़फोड़ की जिसमें पुलिस ने फरियादी संजय सिंह सिकरवार की रिपोर्ट पर चार युवकों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण में जांच जारी है। जांच अनुसार जो भी विधिसम्मत कार्यवाही होगी की जावेगी। वहीं उक्त मामले में स्टोन गिट्टी क्रेशर मशीन को लेकर ग्रामीणों में बहुत आक्रोश होकर वे पुलिस थाने पर आये थे। जिस पर उनसे संतुष्टिपूर्वक चर्चा हुई है। जिसमें हम खनिज विभाग के अधिकारी एवं एस डी एम मेडम आदि दल के साथ ग्राम आबुपुरा जावेगें एवं वहां अधिकारीगण मौके का अवलोकन करेगे कि कितना नुकसान हुआ है ।मौके पर क्या स्थिति निर्मित हुई है? तद्नुसार रिपोर्ट बनाकर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण को अवगत करावेगें।
वहीं उक्त मामले को लेकर ग्रामीण दिनेश डांगी ने जानकारी देते हुए आरोप लगाते हुवे बताया कि हमारे गांव मे तीन स्टोन क्रेशर मशीनें है।,क्रेशर मशीनों में धुल मिट्टी और ब्लास्टिंग बहुत खतरनाक होकर धुल मिट्टी उड़ती है।घटना दिनांक 17 जुन को प्रातः आठ बजे की है कि खदान पर
2500 फिट की ब्लास्टिंग हुई, जिससे मकानों पर काफी कंपन हुआ। ऐसा लगा मानों भुकंप आ गया हो और हमारे होल की मोटर नीचे गिर गई तथा मकानों में दरारें आ गई,सारे लोग घरों मे खाना बना रहे थे व खाना खा रहे थे, सभी लोग घरों से निकल कर बाहर आ गये।कि आखिर क्या हुआ? जिस पर हमने देखा कि ब्लास्टिंग हुई और पत्थर भी उड़ कर आयें। गांव वाले उधर से चारा लेकर आ रहे थे उन्होने बताया कि ब्लास्टिंग हुई है।फिर हम सारे गावं वाले करीबन 100 -200 लोग वहां क्रेेशर मशीन पर गये तो ब्लास्टिंग के बारे मे बोले तो वहां मौजुद कर्मचारी बोला कि सेठ जाने और तुम जानो और वह धमकियां देने लगा।जिस पर हमने तोड़ फोड़ की ।यह मशीन जाहिद खां आलोट वाले की है और हम बंद करवायेंगे। हमने कई महीनों पहले से शिकायत कर रखी है। हमारी कहीं सुनवाई नही हुई है।कार्यवाही होना चाहिये और क्रेशर मशीन बंद होना चाहिये।
इसी प्रकार कालु सिंह डांगी ने आरोप लगाते हुए बताया कि क्रेशर मशीन संचालक जाहिद खां को हमने पहले भी अवगत कराया तो उसने बोला कि पूरे गांव वाले मेरा प्लांट बंद करके बतादो ?वहीं उक्त मामले मे जाहीद खॉ मेव ने दुरभाष पर बताया कि मेरे क्रेशर मशीन पर सारे नियम कायदे से कार्य होकर नियम अनुसार मशीन संचालित हो रही है,जबरन मशीन पर जाकर कर्मचारी के साथ मारपीट हुई व जेसीबी मशीन में भी नुक्सान हुआ है। जिस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।मुझ पर दबाव बनाने के लिये मुझ पर झुठे आरोप लगाये जा रहे है।मेरे परिवार मे मेरी दादी की मृत्यु हो जाने से मे आबुपुरा गावं मशीन पर नही गया था।
बहरहाल अब देखने वाली बात है कि क्या यही तीनों मशीनों के अलावा अन्य मशीनें भी है जो मुख्य सड़क मार्गो पर स्थित होकर खुलेआम प्रदुषण फैला रही है ?यह जिला प्रशासन के लिए जांच का विषय है या फिर ग्रामीणों में और अधिक आक्रोश का इंतजार है?
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