मौसमभोपालमध्य प्रदेश

वेदर सिस्‍टम का असर, ग्वालियर, चंबल में पड़ सकती हैं बौछारें, भोपाल, नर्मदापुरम में बूंदाबांदी के आसार

Effect of weather system, showers may occur in Gwalior, Chambal

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लू से मिल सकती है राहत, हवाओं के साथ लगातार नमी आने के कारण उत्तरी मध्य प्रदेश में वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।

✍️विकास तिवारी

भोपाल। पाकिस्तान के पास एक अधिक तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके अतिरिक्त तीन अलग-अलग स्थानों पर भी मौसम प्रणालियां सक्रिय हो गई हैं। हवाओं का रुख भी पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में नमी के कारण बुधवार से ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस वजह से बुधवार से सागर संभाग के शहरों में लू से राहत मिलने की संभावना है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रीवा में 5.2, सतना में 3.2,दतिया में 2.4, सिवनी में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। खजुराहो एवं ग्वालियर में बूंदाबांदी हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पाकिस्तान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर बंगाल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो दक्षिणी उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके अतिरिक्त दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर कनार्टक तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के अलावा अरब सागर में एक प्रति चक्रवात अभी भी बना हुआ है। हवाओं का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ लगातार नमी आने के कारण बुधवार से उत्तरी मध्य प्रदेश में वर्षा होने का सिलसिला शुरू हो सकता है। भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों में भी बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।

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