कमलनाथ सरकार में सरकार बदलने से कर्ज माफी से वंचित रहे किसानों को, अब शिवराज सरकार ने भी ब्याज माफी में नहीं ?

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किसानों ने कहा दो लाख से कम कर्ज लिया था कमलनाथ सरकार में पात्र थे अब ब्याज माफी में पात्र नहीं, बीमा भी नहीं मिला, बीमा राशि भी कर्ज में जमा कर ली
138 डिफाल्टर किसान दो लाख से ऊपर की श्रेणी में है। उनका ब्याज माफ नहीं होगा।- प्रबंधक सिसोदिया
कुचड़ौद ।(दिनेश हाबरिया)
2018 विधानसभा चुनाव से पहले 2 लाख तक का कर्ज माफ का वचन कांग्रेस सरकार ने दिया था। सरकार बनने के बाद 2 लाख तक के किसान योजना में पात्र थे। जिन के फार्म भरे गए थे। 50 हजार तक नियमित एवं 2 लाख तक डिफाल्टर किसानों की कर्ज माफी हो चुकी थी। जिसके बाद सरकार बदल गई। 51 हजार से 2 लाख तक बकाया कर्ज के किसान कर्ज माफी की पात्रता में थे। सरकार बदलने के बाद योजना बंद हो गई। जिसके बाद शिवराज सरकार ने चुनावी वर्ष में, किसानों के ब्याज माफी की घोषणा कर ब्याज माफी का आदेश किया। 2 लाख तक बकाया ऋण पर ब्याज माफी घोषणा के बाद 14 मई से सोसायटी में ब्याज माफी के फार्म भरना शुरू हुए।
पर सरकार बदलने के बाद अब तक कमलनाथ सरकार के दौरान कर्ज माफी की सूची में पात्र अधिकांश किसानों ने कर्ज जमा नहीं किया था। उनके ऊपर दंड ब्याज बढ़ता गया। ऐसे 2 लाख बकाया तक पात्र किसानों के ऊपर 4 सालों में 31 मार्च 2023 तक ब्याज बढ़ कर दो लाख से ऊपर निकल गया। अब उन किसानों को ब्याज माफी में भी वंचित कर दिया। ऐसे वंचित किसानों में निराशा देखी जा रही।
कुचड़ोद सोसाइटी में मूलधन एवं ब्याज मिला कर दो लाख तक के 917 पात्र किसान ब्याज माफी में शामिल है। वही 138 ऐसे किसान हैं जो कमलनाथ सरकार की टाइम पर कर्ज माफी योजना में शामिल थे। पर सरकार बदलने के बाद इन सालों में ब्याज बढ़ कर दो लाख से ऊपर पहुंच गया। ऐसे 138 किसान अब ब्याज माफी से भी वंचित रह गए। जिनमें निराशा देखी जा रही।
कुचड़ौद के किसान मांगीलाल पिता मन्नालाल (सोलंकी) बागरी ने बताया मैने सोसाइटी से मूलधन ₹179080 लिया था। जिनका अब तक का ब्याज 97,315 रुपए हो गया। बीमा की राशि 42,135 रुपए की राशि काटने के बाद भी 2,37,437 बताकर ब्याज माफी से बाहर कर दिया। पहले 42,135 रुपए बीमा की राशि भी नहीं निकाली। सोसाइटी वालों ने कहा कर्ज में जमा होगी।
कुचड़ोद के ही रामलाल पिता कन्हैया लाल (कुंडेल) कुमावत ने बताया सोसाइटी से 1,82,760 रुपए कर्ज लिया था। कमलनाथ सरकार के दौरान कर्ज माफी की सूची में नाम दर्ज था। सरकार बदलने के बाद कर्जमाफी से वंचित रह गया था। इस दौरान बीमा की राशि 43083 रुपए आई थी। वह भी सोसाइटी वालों ने कर्ज में ही जमा कर ली। देने से मना कर दिया था। अब 1,29,020 ब्याज जोड़कर 2,42,617 कर्ज शेष बताया गया। अब शिवराज सरकार द्वारा ब्याज माफी में पात्र नहीं बताया। हम किसानों के साथ सरकार ने धोखा किया। ऐसे मूलधन ब्याज मिलाकर दो लाख से ज्यादा कर्ज वाले 138 किसान एक हीं सोसाइटी से वंचित रह गए। तो जिले में ऐसे बहुत से किसान हैं। जिनके साथ सरकार ने इंसाफ नहीं किया।
मामले में सोसायटी प्रबंधक वीरेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया ब्याज माफी आदेश में मूलधन एवं ब्याज मिलाकर 2 लाख तक बकाया किसान, ब्याज माफी की श्रेणी में आए। ऐसे 917 किसान यहां कुचड़ोद सोसाइटी में पात्र हैं। जिनसे फार्म भरवाए जा रहे। वही दो लाख से अधिक बकाया कर्ज के 138 डिफाल्टर किसान ब्याज माफी योजना की पात्रता में नहीं आए। मूलधन ब्याज की गणना राशि 31 मार्च 2023 तक की हे।