
महिलाओं ने कोरोना के बाद पहली बार इसर और गणगौर की पूजा तीज त्यौहार पर उत्साह पूर्वक हर्षोल्लास के साथ की
ताल ब्यूरो चीफ –शिवशक्ति शर्मा
कोरोना से लेकर अब तक पिछले पांच वर्षों से शंकर मंदिर में इसर और गणगौर की पूजा कर रही महिलाओं की इस बार इच्छा रंग लाई और शंकर मंदिर में इसर और गणगौर की मूर्ति की पूजा उन्होंने गणगौर तीज पर की।
अंबे माता मंदिर के पास रहने वाली श्रीमती सरोज शर्मा की पिछले पांच वर्षों से इच्छा थी कि इस मंदिर में इसर और गणगौर की मूर्ति बैठाकर गणगौर की पूजा की जाए। सेवानिवृत प्रधानाध्यापक श्रीमती शर्मा ने बताया कि उनके साथ नियमित पूजा करने इसी मंदिर पर आने वाली उनकी सभी साथियों ने भी इस पर सहमति जताई। श्रीमती सरोज शर्मा पिछले सप्ताह इंदौर से मूर्तियां लाईं। मूर्तियों को विधिवत स्थापित कर गणगौर तीज पर आज सामूहिक रूप से उनकी पूजा की गई। परंपरानुसार पहले भगवान शंकर और फिर इसर और गणगौर की पूजा की गई।सौलह बार गीत को दोहराया गया। सभी ने अपने अपने पति का नाम लेकर गणगौर माता को पानी पिलाया।पूजा में श्रीमती सरोज शर्मा के अलावा किरण शर्मा, वर्षा कुशवाह, ललिता शर्मा,नेहा पांचाल,रानू पांचाल, लक्ष्मी माली, वंदना पांडे, कीर्ति मुखिया, इंदिरा चतुर्वेदी ममता शर्मा आदि सम्मिलित हुईं।