हल्की बारिश ने बदली शहर की सूरत, झील बनी शाहपुर की सड़क
बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र गुप्ता
रविवार की शाम में हुई बारिश ने नगर परिषद के सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। सफाई और जलनिकासी के दावे खोखले साबित हुए। जलनिकासी की बदतर व्यवस्था के चलते सड़क पर बारिश का पानी जमा है। जलजमाव के चलते शहरवासियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। चैती नवरात्र आस्था का महापर्व छठ पूजा भी प्रारंभ है।
शाम को ऐसे में घरों से स्नान कर मंदिर में पूजा पाठ करने जाने वाले श्रद्धालुओं को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। महज कुछ घंटो की बारिश ने शहर की सूरत को ही बदल दी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बरसात के मौसम में शहर का क्या हाल होने वाला है। संपूर्ण सफाई व्यवस्था पर प्रति माह 40 –42 लाख से अधिक का खर्च होने के बाद भी हल्की बारिश में जलजमाव का होना व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है।
शाहपुर रोड में घुटना भर जमा है बारिश का पानी
शहर के घनी आबादी वाला मोहल्ला शाहपुर टिकरी रोड स्थित VAV स्कूल के सामने वाली सड़क चलने लायक नहीं रह गई थी। सड़क पर बारिश का पानी जमा होने के चलते झील का नजारा दिखा। जलजमाव के चलते वाहन सवार और राहगीरों को फजीहत झेलनी पड़ी। पानी में सड़क डूब गई थी। नतीजा राहगीरों व वाहन सवारों को सड़क पर कहां कितना गड्ढ़ा है इसका पता नहीं चल पा रहा था। ऐसे में कई लोग गिरकर चोटिल भी हो गये।
इस तरह की परेशानी लोगों को झेलनी पड़ी। अन्य इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी रही।
शाहपुर मोहल्ले वासियों ने कहा-शहर में नहीं है स्थाई जलनिकासी की व्यवस्था
नगर परिषद ने शहर की संपूर्ण सफाई की जिम्मेवारी दी है। इस काम के लिए हर माह भारी भरकम खर्च भी किये जा रहे हैं। इस व्यवस्था के खिलाफ शहरवासियों में आक्रोश दिखा। लोगो ने कहा कि हल्की बारिश में जब शहर का यह हाल हो जा रहा है तो बरसात में भगवान ही मालिक है। नालों की समुचित सफाई और उड़ाही नहीं कराये जाने के चलते जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई।और जो शाहपुर रोड में बना हुआ है नाला वह नाला सड़क से ऊंचा है जिसके कारण बरसात के पानी उस नाला में नहीं जा पाती है जो सड़कों पर जमा रहती है। कहा कि बारिश के बाद शाहपुर मोहल्ला के मुख्य मार्ग को छोड़ दें तो अंदरूनी इलाकों में लोगों को जलजमाव से काफी परेशानी हुई है।
मोहल्ले वासियों ने कहा कि नाला तो बनाया गया है पर उससे पानी का निकास नहीं हो पाता है। इस रोड में सालोंभर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। नगर परिषद की नई सरकार और प्रशासन को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए ठोस पहल करनी चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके