राहुल गांधी की सदस्यता ख़त्म होने पर कांग्रेसियों ने कि जमकर की नारेबाजी और प्रधानमंत्री का पुतला दहन का किया प्रयास
***************************
कांग्रेस का हल्लाबोल प्रदर्शन
शामगढ़। आज गाँधी चौक बस स्टैण्ड पर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को आनन फानन में सूरत कोर्ट द्वारा पूर्व में दिये गये भाषण को लेकर जो दो साल की सजा दी गयी और उसके तुरंत चौबीस घंटे के भीतर ही जिस तरह से उनकी संसद की सदस्य्ता बर्खास्त की गयी इस बात को लेकर ब्लॉक कांग्रेस , युवक , एनएसयूआई , महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने सवाल किया की प्रधानमंत्री मोदी राहुल गाँधी की लोकप्रियता पचा नही पा रहे है और बदले की भावना के चलते विपक्ष को पूरी तरह से ख़त्म कर सरेआम लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास कर रहे है जो की दुनियां के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश के लिए गंभीर खतरा है । आज भाजपा की मोदी सरकार इड़ी, सीबीआई जैसी स्वायत सस्थानों का दुरूपयोग कर सिर्फ और सिर्फ विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है ये मोदी सरकार हिटलरशाही कर रही है विपक्ष को संसद में बोलने तक नही दिया जा रहा है सत्तादल खुद हंगामा कर संसद चलने नही दे रहा है इस दौरान पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राकेश पाटीदार , ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश जायसवाल ( सोनू भैया ) युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पवन पाण्डेय , नगर कांग्रेस अध्यक्ष और पार्षद पंकज मुजावदिया एलजी , एनएसयूआई के संभाग समन्वयक रितिक पटेल , महिला ब्लॉक कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमतीसुमित्रा देसाई , राजु मालवीय , संग्रामसिंह कुरावन , राहुल जैन सुवासरा , विनय राजोरिया सीतामऊ , जगदीश कोठारी बसई , मोंटी खन्ना , बंटी विश्वकर्मा , डॉ शौकत मंसूरी , गोरा पठान , फिरोज अगवान , बबलू मेव , जगदीश मेहता , प्रीत खन्ना , कुलदीपसिंह मंडलोई चंदवासा सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे ।
पुतला जलाने का प्रयास किया –
कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने पीएम मोदी का पुतला भी जलाने के प्रयास दो बार किया लेकिन थाना प्रभारी कमलेश प्रजापति अपनी मुस्तदेद पुलिस को अलर्ट किया हुआ था और फायर बिग्रेड भी तैयार ही थी फिर भी कांग्रेस ने पुतला फूंका वो भी दो बार प्रयास कर और फिर फायर बिग्रेड ने तेजी से पानी बौछार कर कांग्रेसजनों को रोकने का प्रयास किया लेकिन कांग्रेसी गीले होकर भी लगातार नारेबाजी करते रहे !
तो आज शनिवार का दिन हंगाम्मेदार रहा देखना ये है कि 2023 में जहां 10 राज्यों में चुनाव होना है और अगले साल 2024 में लोकसभा होना है सब उसके लिए रेलम पैल है शायद राजनीती का यही खेल है ।