आंगनवाड़ी केंद्रों पर लटके ताले: आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका व मिनी कार्यकर्ताओ की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

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किशनगढ़ ताल
ठाकुर शंभू सिंह तंवर
ताल -आलोट क्षेत्र कीआंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं, व मिनी कार्यकर्ता आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है। जिसको लेकर विगत दिवस आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से कलेक्टर को आवेदन भी दिया गया था। 2018 से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1500 रुपए मानदेय रुका हुआ है, वो अभी तक नहीं मिला है। साथ ही 2022 का भी मानदेय नहीं दिया गया है, जिसको लेकर सभी कार्यकर्ता व सहायिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेगी। इसमें कलेक्टर दर से वेतन, सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति, पेंशन और शासकीय सेवकों की तरह सुविधाएं अहम है। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि हमारा मानदेय बहुत कम है पर वो भी समय से नहीं दिया जाता है।
हमसे काम तो सभी कराए जा रहे है और हम भी काम से पीछे नहीं हटते है, लेकिन यदि हमारा वेतन ही हमें नहीं दिया जाएगा तो हमारा घर कैसे चलेगा। कार्यकर्ता-सहायिकाएं लगातार अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है। बता दे कि कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के हड़ताल से कई योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित होगा।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को पूरा किया जाता है। कुपोषण के लिए बंटने वाले आहार, गर्भवती माताओं के आहार से लेकर केंद्रों में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी इनकी ही रहती है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में टीकाकरण, गर्भवतियों की जांच, पोषण आहार का वितरण जैसे प्रमुख कार्य संचालित होते हैं। लेकिन अब हड़ताल से यह सभी कार्य प्रभावित रहेंगे। इधर प्रशासन के पास आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के लिए कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है। इससे साफ है कि हड़ता ल खत्म होने तक केंद्रों में ताले लटके रहेंगे।
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