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उपेंद्र कुशवाहा ने शुरू की आर-पार की लड़ाई: पटना में राज्य भर से जेडीयू कार्यकर्ताओं का जुटान, पार्टी ने दी कार्रवाई की धमकी

उपेंद्र कुशवाहा ने शुरू की आर-पार की लड़ाई: पटना में राज्य भर से जेडीयू कार्यकर्ताओं का जुटान, पार्टी ने दी कार्रवाई की धमकी

 

 

 

पटना:–

 

 

बगावत पर उतरे जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आज से आर पार की लडाई छेड़ दिया है. राजद से जेडीयू के गठबंधन और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाने के नीतीश के एलान के खिलाफ उपेंद्र कुशवाहा ने राज्य भर के जेडीयू कार्यकर्ताओं को पटना बुलाया है. दो दिनों तक उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति फाइनल करेंगे. उधर जेडीयू ने कार्रवाई की चेतावनी दी है.

 

पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में राज्य भर से जेडीयू कार्यकर्ता जुट रहे हैं. पिछले 5 फरवरी को ही उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के नेताओं-कार्यकर्ताओं के नाम खुला पत्र लिखा था. उनसे कहा था कि JDU रोज ब रोज कमजोर होती जा रही है. मैंने समय समय पर नीतीश कुमार के सामने और पार्टी की बैठकों में भी ये बात रखी ताकि दिन पर दिन अपना अस्तित्व खोती जा रही पार्टी को बचाया जा सके. लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद मुख्यमंत्री की ओर से मेरी बातों की न सिर्फ अनदेखी की जा रही है बल्कि उसकी व्याख्या भी गलत तरीके से की जा रही है. कुशवाहा ने लिखा था कि राजद की ओर से “एक खास डील” की चर्चा के साथ साथ जद (यू) का राजद में विलय की खबरों से पार्टी के नेता हैरान है. ऐसे में 19-20 फरवरी को पटना में साथ बैठ कर आगे की रणनीति तैयार करें.

बड़ा फैसला लेंगे कुशवाहा

जानकार सूत्रों के मुताबिक दो दिनों की बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा बडा फैसला ले सकते हैं. वे जान चुके हैं कि जेडीयू में अब उनकी कोई जगह नहीं है. ऐसे में विद्रोह की एकमात्र रास्ता बचता है. लेकिन फिलहाल वे जेडीयू छोड़े बगैर बागी तेवर दिखाते रहेंगे. कुशवाहा इंतजार कर रहे हैं कि नीतीश कुमार उन्हें खुद पार्टी से निकाल दें. लेकिन नीतीश भी समझ रहे हैं कि कुशवाहा को पार्टी से निकालने का मतलब होगा कि उन्हें शहीद बना देना.

तेजस्वी बर्दाश्त नहीं

वैसे कुशवाहा की बैठक से एक प्रस्ताव पारित होना तय है. बिहार और खास कर लव-कुश को तेजस्वी यादव का नेतृत्व मंजूर नहीं. कुशवाहा खुल कर कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव उसी जंगलराज को लौटायेंगे जिसे खत्म करने के लिए कभी समता पार्टी औऱ बाद में जेडीयू का गठन हुआ था. ऐसे में जेडीयू के कार्यकर्ता किसी सूरत में तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे. कुशवाहा अपने बयानों में ये बात कहते रहे हैं, बैठक में ये बकायदा प्रस्ताव पारित किया जायेगा.

जेडीयू ने दी कार्रवाई की चेतावनी

उधर जेडीयू ने बैठक में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है. पार्टी ने हर जिले में ये मैसेज भिजवाया है कि जो कोई भी उपेंद्र कुशवाहा की बैठक में आयेगा उसे पार्टी से निकाल दिया जायेगा. वैसे नीतीश या ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई की बात अब तक नहीं कही है. लेकिन जेडीयू के राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने शनिवार को कहा कि सही समय पर उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

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