अंतरराष्ट्रीय सामाजिक संस्था रोटरेक्ट क्लब मौर्या के द्वारा शहर के सूर्य मंदिर के प्रांगण में ,9 वा सामूहिक विवाह का किया जाएगा आयोजन।
अंतरराष्ट्रीय सामाजिक संस्था रोटरेक्ट क्लब मौर्या के द्वारा शहर के सूर्य मंदिर के प्रांगण में ,9 वा सामूहिक विवाह का किया जाएगा आयोजन।
बिहार औरंगाबाद से धर्मेंद्र गुप्ता
अंतरराष्ट्रीय सामाजिक संस्था रोटरेक्ट क्लब मौर्या के द्वारा 9 वा सामूहिक विवाह का आयोजन को लेकर एक निजी भवन के प्रांगण में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
बताते चलें कि रोटरेक्ट क्लब मौर्या के द्वारा यह 9 वा सामूहिक विवाह है।
यह सामूहिक विवाह 14 फरवरी दिन मंगलवार को सूर्य मंदिर के प्रांगण (ठाकुरबाडी रोड) में संपन्न होगी।
औरंगाबाद जिले के जाने-माने समाजसेवी सह रोटरेक्ट क्लब मौर्या के मार्गदर्शक कुमार मुकेश उर्फ लाल ने कहा कि
रोटरेक्ट क्लब मौर्या के द्वारा समाज हित में एक सार्थक सोच व अंगद कदम हैं। सामूहिक विवाह मात्र एक विवाह का आयोजन भर नहीं हैं अपितु इसके प्रभाव व समाज हित में लाभ बड़े दूरगामी हैं।किसी कमजोर, जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या का विवाह करानें से बढ़कर कोई अन्य पुनीत कार्य नहीं है। इस बात का प्रमाण है , आज हर छोटे-बड़े जिलों, कस्बों या शहरों में कई वैवाहिक संस्थाएं मिलजुकर सैकड़ों कन्याओं के हाथ सामूहिक विवाह के माध्यम से पीले कर रही हैं।
और कहां की रोटरेक्ट क्लब मौर्या जिले के पहले संस्था है जो सामूहिक विवाह औरंगाबाद जिले में आरंभ किया। आज बहुत सा ऐसी संस्थाएं हैं जो सामूहिक विवाह का आयोजन कर रही है।
ये संस्था विवाह जैसे सामाजिक पुण्य कार्य में अपनी सराहनीय भूमिका निभाती हैं। प्रशंसनीय बात यह भी है कि अब इन सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रमों में अपेक्षाकृत अच्छी संख्या देखी जा रही है। इन संस्थाओं के बैनरतले शादियां कराने पर समय की बर्बादी, दान-दहेज व फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों से भी समाज को मुक्ति मिल सकती है। लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि समाज का बड़ा वर्ग भी इसमें सम्मिलित हो ताकि कोई भी जरूरतमंद व कमजोर परिवार अपनी नजरों में हीन व हास का पात्र न महसूस करे।
औरंगाबाद जिले के जाने-माने समाजसेवी , सह रोटरेक्ट क्लब के कोषाध्यक्ष अजीत चंद्रा ने कहा कि
सामूहिक विवाह सम्मेलन वर्तमान की आवश्यकता — क्या समाज के आमजन स्वयं आगे आएंगे।
दहेज लेना और दहेज देना कानूनी अपराध है।
तिलक नहीं दहेज नहीं, शादी कोई व्यापार नहीं, खरीदा हुआ जीवन लड़की को स्वीकार नहीं’।
इस कुरीति के चलते कई निर्धन परिवार की बेटियों के हाथ पीले नहीं हो पाते हैं,
इस अपराध को समाप्त करने और निर्धन कन्यायों का घर बसाने के लिए संभ्रांत लोगों को आगे आना होगा।
मोटे-मोटे तौर पर सामाजिक प्रभावो में हम इस पहल से शादियो की दिन ब दिन बढती फिजूल खर्ची को आइना दिखा रहे हैं वहीँ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की सहायता भी कर रहे हैं। हालाँकि सामाजिक स्तर पर सब समान हैं। फिर भी यह एक जमीनी सच्चाई हैं की सामूहिक विवाह की अवधारणा के विकास में एक आधारभूत तत्व यह भी था की समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारो से शादी रूपी खर्चे के पहाड़ का बोझ कम किया जाये। हालाँकि अब समाज में यह भी पहल हो रही हैं की आर्थिक रूप से सम्पन्न उच्च व मध्यम तबके को भी इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवानी चाहिए। पर यह सब स्वेच्छा से हो तो सोने पर सुहागा होगा।
रोटरेक्ट क्लब मौर्या के अध्यक्ष आलोक कुमार गुप्ता और सचिव विनय कुमार कहा कि
सामूहिक विवाह एक अनोखा विवाह होता है। संस्था के कार्यकर्ता दिन-रात इस सामूहिक विवाह में लगे हुए है। और नगर वासियों से आग्रह किया कि आप इस सामूहिक विवाह को जरूर देखें और दूसरे को भी देखने के लिए प्रेरित करें।
इस आयोजन में 25 जोड़ो की एक साथ बैंड बाजे के साथ बारात निकाली जायेगी फिर पूरे वैदिक मंत्रोच्चार व रीति-रिवाज के साथ सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आरंभ हुआ जिसमें फेरे के साथ विवाह की सारी रस्में पूर्ण कराई जायेगी।
अच्छे कार्य को देखते हुए इस सामूहिक विवाह को लेकर नीरज कुमार ऊर्फ लप्पु गुप्ता को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है
इस सामूहिक विवाह के कोषाध्यक्ष नीरज कुमार ऊर्फ लप्पू गुप्ता ने कहा कि
किस जगह पर सामूहिक विवाह होना है वह जगह भक्ति मय से भरा हुआ है
शहर के सबसे पुरानी शाहपुर स्थिति सूर्य मंदिर के प्रांगण में सामूहिक विवाह होना है, इस प्रांगण में सूर्य भगवान के साथ-साथ बाबा भोलेनाथ की भी मंदिर है। बगल में ही ठाकुर बाडी है इस ठाकुरबारी में राम जानकी लक्ष्मण सहित हनुमान जी और विश्वकर्मा बाबा की मूर्ति विराजमान है। यह एक अनोखा दृश्य है। सूर्य भगवान और भोलेनाथ के दरबार में सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में परिणय सूत्र के बंधन में बंधे नवदंपतियों को विद्वान पंडितों द्वारा परिवार, समाज, वैवाहिक जीवन के महत्व के बारे में बताया जाता है तथा इसके लिए भगवान सूर्य भगवान और महादेव को साक्षी मानकर परिणय सूत्र में बंधे जायेगे।
इस बार 25 जोड़ो का विवाह ,14 फरवरी 2023 दिन मंगलवार को शहर ठाकुरबाडी रोड सूर्य मंदिर के प्रांगण में किया जा रहा हैँ पूरे जोर-शोर के साथ संस्था के सदस्य इस सामूहिक विवाह में लगे हुए हैँ
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में संस्था के सामूहिक विवाह के चेयरमैन अरुण कुमार गुप्ता, ललन गुप्ता, संतोष कुमार,मनीष कुमार, राहुल गुप्ता, ज्ञानदीप कुमार, , रामजी गुप्ता, रिंकू सोनी ,पंकज कुमार, अप्पू लहरी, सोनू कुमार योगी, रिंकू सोनी, जितेंद्र कुमार , सत्य प्रकाश कुमार, राजेश कुमार, बैजनाथ गुप्ता, प्रकाश शर्मा, मिथिलेश कुमार एवं अन्य सदस्य गण एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।