
====================
कुकड़ेश्वर (राजू पटेल) कुकड़ेश्वर मनुष्य का जीवन भगवान की कृपा एवं बड़ी तपस्या के बाद हमें मिला है इसे हम व्यर्थ न जाने दें हमेशा भगवान की चरणों में रहकर अच्छे कर्म करने से हमारा परिवार सुखी रह कर संताने ने भी संस्कारवान बनती है बुरे कर्म करने से भगवान भी साथ नहीं देते एवं संतान गलत मार्ग पर निकल जाते हैं जिससे हमारा परिवार दुखी हो जाता है उक्त बात पंडित नरेंद्र शर्मा जी ने ग्राम नई ननोर में हनुमान जी मंदिर परिसर में जन सहयोग से हो रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्रोताओं के बीच कहीं। आपने कहा कि ईश्वर के सत्संग सुनने मात्र से मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण तो होती ही है परंतु उसका फल पूरे परिवार को मिलता है व्यासपीठ के माध्यम से भगवान श्री राम के चरित्र के बारे में बताया कि भगवान राम ने मनुष्य को प्रेरणा देने के लिए कई प्रकार की लीला रची जिससे हमें ग्रहण करना चाहिए आने वाली पीढ़ी के नाम हमे भगवान के नाम के समान रखना चाहिए जिससे उनका नाम लेने से सदा परिवार सुखी रहता है आपने बताया कि हमेशा दान देने वाले बनो नाके लेने वाले इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भी बड़े ही धूमधाम पूर्वक मनाया गया भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप नन्हे बालक एवं वासुदेव का श्रंगार बड़ा ही मनमोहक सज धज कर डीजे के साथ आतिशबाजी करते हुए भक्तगण झूमते हुए नगर से कथा स्थल तक आए जहां पर भगवान कृष्ण का बड़े ही जोशीले रूप से स्वागत किया गया ओ मेरे सांवरे कृष्ण कन्हैया के भजन पर पूरा पांडाल झूम उठा कथा के पांचवे दिन श्रीमद् भागवत कथा मैं राधा कृष्ण एवं गोपियां की रासलीला के बारे में शानदार वर्णन किया जाएगाएक छोटे से गांव नई ननोर मैं बड़े ही उत्साह पूर्वक कथा का आनंद ले रहे भक्तजनों के अलावा आसपास के क्षेत्र की पुरुष महिला और बच्चे भी कथा का आनंद ले रहे हैं।
