
दिल्ली-
26 जुलाई 2024, कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में ‘चलो कुछ न्यारा करते हैं’ फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के सदस्यों ने “एक दिया शहीदों के नाम” नारे के साथ एक-एक दिया जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही, फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही संस्कृत कक्षाओं के दौरान शिक्षक डॉ अरविंद घरूई ने सभी छात्र-छात्राओं के साथ 2 मिनट का मौन धारण कर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के निर्देशक प्रित्तेश तिवारी उपस्थित थे ।प्रित्तेश तिवारी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज का दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का दिन है और साथ ही शोक का भी। प्रित्तेश तिवारी ने एक पंक्ति का उपयोग करते हुए कहा, “ज़रा याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के घर न आए।” उन्होंने बताया कि जहां देश कारगिल विजय पर जश्न मना रहा था, वहीं कोई मां अपने बेटे का, कोई बहन अपने भाई का, कोई पत्नी अपने पति का, और कोई बच्चा अपने पिता का इंतजार कर रहा होता है। लेकिन उन्हें यह पता चलता है कि वे हमेशा के लिए बहुत दूर चले गए हैं। उन्होंने कहा, “आज हम नमन करते हैं उस मां को, उस बहन को, और उस बच्चे और उसकी मां को जिन्होंने अपने अपनों को खोया है। प्रित्तेश तिवारी के अनुसार, यही उन शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” इस अवसर पर विभाग के सदस्यों में से अस्मिता चौरसिया, निशा मिश्रा, अदिति जांगड़े, सुषमा बंजारे उपस्थित थीं। अन्य सदस्यों में पल्लवी तिवारी, अंशु बंजारे, सुनीता, लक्की, मानव, विवेक, रामशिला और भविस्मिता काकती उपस्थित थे।