चंदवासा शिशु मंदिर के आचार्य श्यामलाल का शव कुएं में तैरता मिला

चंदवासा। गांव में सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्य बच्चों को पढ़ाने वाले चंदवासा निवासी श्यामलाल पिता बगदीराम बामनिया उम्र 20 साल का तैरता हुआ शव मिलने की सुचना पर चौकी प्रभारी विकास गेहलोत मौके पर पहुंचे व शव को कुए से निकाला। और पोस्टमार्टम हेतु सिविल हॉस्पिटल शामगढ़ भेजा गया। बुधवार सुबह 10 बजे श्यामलाल की माताजी स्कूल में पूछने गई थी कि श्याम स्कूल में आया है कि नहीं क्योंकि श्यामलाल सुबह 7 बजे अपनी माताजी को खेत पर जाने की बोलकर गया था।
वह हर दिन कि तरह शिशु मंदिर में पढ़ाने जाता है और आज 10 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो ऐसे में उसकी माताजी सरस्वती शिशु मंदिर पहुंच गई। जब माताजी को स्कूल में शाम के नहीं आने की जानकारी मिली तो वह परिजनों के साथ कुए पर पहुंची, जहां श्याम का शव कुए में तैरता नजर आने पर माँ की चीख पुकार निकल गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्यामलाल बामनिया के पिता का निधन कई साल पहले हो चुका है। श्याम अपनी मां का इकलौता सहारा था। श्याम की एक बड़ी विवाहित बहन भी है जो की शामगढ़ निवासी है। श्यामलाल कुए पर नहाने या देखभाल की मंशा से घर से निकला था। अचानक इस तरह से अपने स्कूल के आचार्य की मौत पर स्कूल स्टॉफ सहित बच्चे भी स्तब्ध है। शामगढ़ अस्पताल से पोस्टमार्टम पश्चात शव को परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है।