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खेल से जीवन में अनुशासन, धैर्य, सहयोग और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है-कुलपति डॉ. कुमार

मंदसौर विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन हुआ
मंदसौर। राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 के अवसर पर मंदसौर इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन (एम.आई.पी.ई.), मंदसौर विश्वविद्यालय एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग, मंदसौर के संयुक्त तत्वावधान में एक आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) एवं युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र वर्ग के लिए नेट वॉरियर्स वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2025 तथा छात्रा वर्ग के लिए रस्साकशी प्रतियोगिता का सफल और अनुशासित आयोजन किया गया।
अपने संबोधन में कुलपति डॉ. वी.एस.एस. कुमार ने कहा-“खेल केवल शारीरिक परिश्रम का साधन नहीं, बल्कि यह जीवन में अनुशासन, धैर्य, सहयोग और नेतृत्व क्षमता का विकास करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। विद्यार्थियों को खेलों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके।” विशेष अतिथि विजेंद्र देवड़ा ने कहा“मेजर ध्यानचंद जी जैसे महान खिलाड़ियों से हमें यह सीखना चाहिए कि खेल को केवल मनोरंजन नहीं बल्कि संस्कार और आदत के रूप में अपनाना चाहिए। ऐसे आयोजन प्रतिभाओं को निखारकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त करते हैं।”प्रो. डॉ. अरुणव दास, डीन ऑफ एकेडमिक्स ने कहा “खेल शिक्षा का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। शिक्षा जहाँ बौद्धिक विकास को सुनिश्चित करती है, वहीं खेल विद्यार्थियों के मानसिक एवं शारीरिक संतुलन को बनाए रखते हुए उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाते हैं।”
एम.आई.पी.ई. के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रोहित शर्मा के निर्देशन में आयोजित नेट वॉरियर्स वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2025 में मंदसौर जिले के कुल 14 विद्यालयों की टीमों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र वर्ग के लिए नेट वॉरियर्स वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2025 तथा छात्रा वर्ग के लिए रस्साकशी प्रतियोगिता का सफल और अनुशासित आयोजन किया गया।
अपने संबोधन में कुलपति डॉ. वी.एस.एस. कुमार ने कहा-“खेल केवल शारीरिक परिश्रम का साधन नहीं, बल्कि यह जीवन में अनुशासन, धैर्य, सहयोग और नेतृत्व क्षमता का विकास करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। विद्यार्थियों को खेलों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके।” विशेष अतिथि विजेंद्र देवड़ा ने कहा“मेजर ध्यानचंद जी जैसे महान खिलाड़ियों से हमें यह सीखना चाहिए कि खेल को केवल मनोरंजन नहीं बल्कि संस्कार और आदत के रूप में अपनाना चाहिए। ऐसे आयोजन प्रतिभाओं को निखारकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त करते हैं।”प्रो. डॉ. अरुणव दास, डीन ऑफ एकेडमिक्स ने कहा “खेल शिक्षा का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। शिक्षा जहाँ बौद्धिक विकास को सुनिश्चित करती है, वहीं खेल विद्यार्थियों के मानसिक एवं शारीरिक संतुलन को बनाए रखते हुए उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाते हैं।”
एम.आई.पी.ई. के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रोहित शर्मा के निर्देशन में आयोजित नेट वॉरियर्स वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2025 में मंदसौर जिले के कुल 14 विद्यालयों की टीमों ने भाग लिया।
विजेता – सुभाष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बुढ़ाप्रथम उपविजेता – श्री साई पब्लिक स्कूल, दलौदाद्वितीय उपविजेता – श्रीमती कमला सकलेचा ज्ञान मंदिर, भानपुरा। वहीं, छात्राओं की रस्सा कशी प्रतियोगिता में कुल 11 टीमों ने हिस्सा लिया। विजेता – फॉरेंसिक साइंस विभाग, उपविजेता – फार्मेसी विभाग की टीम रही।
समापन अवसर पर डॉ. दिनेश बाबू त्यागी, निदेशक, कृषि विज्ञान संकाय एवं डॉ. शेखर जैन, आईक्यूएसी उपनिदेशक विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने विजेता एवं उपविजेता टीमों को ट्रॉफी, मेडल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचार्य डॉ. शमशेर सिंह ने कुलपति प्रो. डॉ. वी.एस.एस. कुमार का पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। इसके बाद सहायक प्राध्यापक डॉ. रोहित शर्मा ने विशेष अतिथि श्री विजेंद्र देवड़ा, जिला खेल अधिकारी, मंदसौर का स्वागत किया। वहीं, डॉ. नजमुद्दीन खान ने प्रो. (डॉ.) अरुणव दास, डीन ऑफ एकेडमिक्स का स्वागत किया।
समापन अवसर पर डॉ. दिनेश बाबू त्यागी, निदेशक, कृषि विज्ञान संकाय एवं डॉ. शेखर जैन, आईक्यूएसी उपनिदेशक विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने विजेता एवं उपविजेता टीमों को ट्रॉफी, मेडल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचार्य डॉ. शमशेर सिंह ने कुलपति प्रो. डॉ. वी.एस.एस. कुमार का पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। इसके बाद सहायक प्राध्यापक डॉ. रोहित शर्मा ने विशेष अतिथि श्री विजेंद्र देवड़ा, जिला खेल अधिकारी, मंदसौर का स्वागत किया। वहीं, डॉ. नजमुद्दीन खान ने प्रो. (डॉ.) अरुणव दास, डीन ऑफ एकेडमिक्स का स्वागत किया।