समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 01 जनवरी 2025 बुधवार

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अचानक बारिश और ओलावृष्टि के कारण क्षेत्र में अफीम की फसलों को हुआ नुकसान
मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील के गांव गोविंद खेड़ा बोरदा में अचानक से बदले हुए मौसम के कारण कुछ किसानों को इससे फायदा मिला तो कुछ किसानों को इस बदलते मौसम से हुई बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण नुकसान भी होता हुआ नजर आ रहा है अभी अफीम के 17 किसने की फसल चरम सीमा पर है वही इस बे मौसम बारिश ने कहीं खुशी तो कहीं गम जैसे हालात पैदा कर दिए हैं भानपुरा तहसील के बोरदा गांव में अचानक हुई बारिश में ओलावृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ वही किसान प्रशासन से मुआवजे की मांग करने लगा
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मच्छी पकड़ने गये युवक कि डुबने पर मोत
पिपल्या जौधा () नाहरगढ़ थाना क्षेत्र में बिल्लौद के पास नदी पर बने डेम में नाहरगढ़ निवासी हरसद (30) पिता मोहम्मद युनुस कि डुबने से मोत हो गई नाहरगढ़ पुलिस अनुसार मृतक सुबह छः बजे घर से नदी पर मच्छी पकड़ने गया था जिसके नदी में गिरने कि सुचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा व गोताखोरों कि मदद से लगभग दो बजे शव को बाहर निकालकर पिएम कराया गया बाद में शव परिजनों को सौंप दिया।
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कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग द्वारा जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान 37 आवेदकों की समस्याएं सुनी
मन्दसौर 31 नवम्बर 24/ जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग द्वारा सुशासन भवन सभाकक्ष में 37 आवेदकों की समस्याएं सुनी। अधिकारियों को समाय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए । जनसुनवाई में बीपीएल सूची में नाम जुडवाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास मंजूर करने, निजी भूमि पर अवैध अतिक्रमण, भूमि विवाद, बीमारी सहायता, आपसी विवाद, शिक्षा ऋण दिलाने, सामुदायिक सुविधा घर (कम्युनिटी टायलेट) बनवाने आदि विषयों के आवेदन प्राप्त हुये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल एवं जिला अधिकारी मौजूद थे।
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पशु पालन एवं जैविक खाद निर्माण का प्रशिक्षण 1 जनवरी से ग्राम गोपालपुरा में प्रारंभ
मंदसौर 31 दिसंबर 24/ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा बताया गया कि 01 जनवरी 2025 बुधवार से पशु पालन एवं जैविक खाद निर्माण प्रशिक्षण प्रारंभ होने जा रहा है। इस प्रशिक्षण का लाभ ग्रामीण अंचल की युवक/युवतिया जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच को ही मिलेगा। इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण में चाय, नाश्ते की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी। बैंकिग संबंधी सभी जानकारी दी जायेगी।
इच्छुक प्रशिक्षणार्थी 01 जनवरी 2025 बुधवार समय प्रातः 10:00 बजे से अपने दो 2 नये पासपोर्ट साईज फोटो, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड एवं समग्र ऑईडी कार्ड की छायाप्रति के साथ आवेदन पत्र पंचायत भवन, गाँव गोपालपुरा में श्री सचिन अठवाल मोबाइल न. 6269058449 को जमा करवा कर रजिस्ट्रेशन करवाए।
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पशु पालन एवं जैविक खाद निर्माण का प्रशिक्षण 1 जनवरी से ग्राम दलौदा में प्रारंभ
मंदसौर 31 दिसंबर 24/ ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा बताया गया कि 01 जनवरी 2025 बुधवार से पशु पालन एवं जैविक खाद निर्माण प्रशिक्षण प्रारंभ होने जा रहा है। इस प्रशिक्षण का लाभ ग्रामीण अंचल की युवक/युवतिया जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच को ही मिलेगा। इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण में चाय, नाश्ते की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी। बैंकिग संबंधी सभी जानकारिया प्रदान की जायेगी।
इच्छुक प्रशिक्षणार्थी 01 जनवरी 2025 बुधवार समय प्रातः 10:00 बजे में अपने दो 2 नये पासपोर्ट साईज फोटो, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड एवं समग्र ऑईडी कार्ड की छायाप्रति के साथ आवेदन पत्र, अखिलानन्द सरस्वती गौशाला, अफजलपर रोड, दलौदा में श्री अशोक नागदा मोबाइल न. 8435806297 एवं डा० अर्जुन पाटीदार मोबाइल न. 8435319129 को जमा करवा कर रजिस्ट्रेशन करवाएं।
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सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने वर्ष 2024 में लिखा नया अध्याय
देश की दो बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं का प्रदेश में हुआ आगाज
मंदसौर 31 दिसंबर 24/ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अथक प्रयासों के फलस्वरुप वर्ष 2024 में मध्यप्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में नया अध्याय लिखा गया है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के “नदी जोड़ो” के सपने को साकार करते हुए प्रदेश में देश की दो बड़ी अति महत्वाकांक्षी एवं बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजनों का आगाज हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 17 दिसंबर को जयपुर में पार्वती- कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और केन्द्र सरकार के बीच अनुबंध सहमति पत्र (मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट) हस्ताक्षरित किए गए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 25 दिसंबर को खजुराहो, छतरपुर में केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया। केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना, देश में भूमिगत दाब युक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे पहली और बड़ी सिंचाई परियोजना है।
मध्यप्रदेश सरकार किसान हितैषी सरकार है। इसे सबसे ज्यादा फिक्र अपने अन्नदाता की रहती है। सरकार निरंतर हर खेत तक पानी पहुंचाने के कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट के नेतृत्व में प्रदेश के जल संसाधन विभाग की विभिन्न वृहद, मध्यम एवं सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से मध्य-प्रदेश में निरंतर सिंचाई का रकबा बढ़ रहा है। किसान पहले दो फसल ले पाते थे, अब तीसरी फसल भी लेने लगे हैं। साथ ही कृषि उत्पादन में भी वृध्दि हुई है। प्रदेश की धरती सुजलाम सुफलाम हो रही है।
सरकार के निरंतर प्रयासों से प्रदेश में सिंचाई के रकबे में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। वर्ष 2003 में जहां प्रदेश का सिंचाई रकबा लगभग 3 लाख हेक्टेयर था, आज बढ़कर लगभग 50 लाख हेक्टेयर हो गया है। प्रदेश की निर्मित और निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं से प्रदेश में वर्ष 2025-26 तक सिंचाई का रकबा लगभग 65 लाख हेक्टेयर होने की संभावना है। सरकार ने वर्ष 2028-29 तक प्रदेश की सिंचाई क्षमता 1 करोड़ हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और उसके लिए प्रदेश में तेज गति से कार्य किया जा रहा है। सरकार ने विभाग के लिए बजट में भी पर्याप्त राशि का प्रावधान किया है। वर्ष 2024-25 के बजट में सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण एवं संधारण के लिए 13 हजार 596 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 जिलों छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 44 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे। फसलों के उत्पादन एवं किसानों की आय में वृद्धि से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से हरित ऊर्जा में 103 मेगावॉट योगदान के साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। बेहतर जल प्रबंधन एवं औद्योगिक इकाइयों को पर्याप्त जल आपूर्ति से औद्योगिक विकास होगा और रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश में 59 हजार हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी एवं 1.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मौजूदा सिंचाई का स्थिरीकरण किया जायेगा, जिससे उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा जिलों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी। परियोजना से मध्यप्रदेश की 44 लाख और उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी।
पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक परियोजना से मालवा और चंबल क्षेत्र की तस्वीर एवं तकदीर बदलेगी। सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में तरक्की होगी। इस परियोजना से प्रदेश के मालवा और चंबल क्षेत्र में 6 लाख 13 हजार 520 हेक्टेयर में सिंचाई होगी और 40 लाख की आबादी को पेयजल उपलब्ध होगा। इसके अतिरिक्त लगभग 60 वर्ष पुरानी चंबल दाईं मुख्य नहर एवं वितरण तंत्र प्रणाली के आधुनिकीकरण कार्य से भिंड, मुरैना एवं श्योपुर जिलों के 1205 ग्रामों में 03 लाख 62 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कृषकों की मांग अनुसार पानी उपलब्ध कराया जाएगा। परियोजना से प्रदेश के 13 जिलों गुना, मुरैना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, उज्जैन, सीहोर, मंदसौर, इंदौर, धार, आगर मालवा, शाजापुर और राजगढ़ जिलों के 3217 ग्रामों को लाभ मिलेगा। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक परियोजना मध्यप्रदेश एवं राजस्थान दोनो़ं राज्यों के किसानों और नागरिकों के लिए वरदान साबित होगी। इससे किसानों को भरपूर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और विकास के नये द्वार खुलेंगे। परियोजना से दोनों राज्यों में समृद्धि आयेगी। परियोजना से मिलने वाले जल से किसान अपनी उपज को दोगुना कर सकेंगे, जिससे उनके परिवार के साथ प्रदेश भी समृद्ध होगा। पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी लिंक परियोजना की अनुमानित लागत 72 हजार करोड़ है, जिसमें मध्यप्रदेश 35 हजार करोड़ और राजस्थान 37 हजार करोड़ रूपये व्यय करेगा। केन्द्र की इस योजना में कुल लागत का 90 प्रतिशत केन्द्रांश और 10 प्रतिशत राज्यांश रहेगा। परियोजना की कुल जल भराव क्षमता 1908.83 घन मीटर होगी। साथ ही 172 मिलियन घन मीटर जल, पेयजल और उद्योगों के लिये आरक्षित रहेगा। परियोजना अंतर्गत 21 बांध/बैराज निर्मित किये जाएंगे। परियोजना से प्रदेश के 13 जिलों गुना, मुरैना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, उज्जैन, सीहोर, मंदसौर, इंदौर, धार, आगर मालवा, शाजापुर और राजगढ़ जिलों के 3217 ग्रामों को लाभ मिलेगा। परियोजना मध्यप्रदेश एवं राजस्थान दोनो़ं राज्यों के किसानों और नागरिकों के लिए वरदान साबित होगी। इससे किसानों को भरपूर सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और विकास के नये द्वार खुलेंगे। परियोजना से दोनों राज्यों में समृद्धि आयेगी। परियोजना से मिलने वाले जल से किसान अपनी उपज को दोगुना कर सकेंगे, जिससे उनके परिवार के साथ प्रदेश भी समृद्ध होगा। परियोजना की अनुमानित लागत 72 हजार करोड़ है, जिसमें मध्यप्रदेश 35 हजार करोड़ और राजस्थान 37 हजार करोड़ रूपये व्यय करेगा। केन्द्र की इस योजना में कुल लागत का 90 प्रतिशत केन्द्रांश और 10 प्रतिशत राज्यांश रहेगा। परियोजना की कुल जल भराव क्षमता 1908.83 घन मीटर होगी। साथ ही 172 मिलियन घन मीटर जल, पेयजल और उद्योगों के लिये आरक्षित रहेगा। परियोजना अंतर्गत 21 बांध/बैराज निर्मित किये जाएंगे।
प्रदेश में “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” के उद्देश्य की पूर्ति के लिए 133 बृहद एवं मध्यम प्रेशराइज्ड सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली आधारित परियोजना निर्माणाधीन हैं। प्रदेश में 1320 करोड रुपए की लागत वाली चितरंगी दाब युक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना स्वीकृत हुई है। इस परियोजना से सिंगरौली जिले में 32125 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र विकसित होगा। इसी प्रकार 4197 करोड़ 58 लाख रुपए की लागत की जावद नीमच दाबयुक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना को भी स्वीकृत किया गया है। नीमच जिले में इस परियोजना से 18600 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र विकसित होगा।
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मध्य प्रदेश किशोर न्याय निधि में दान की राशि जमा करवा सकते हैं
मंदसौर 31 दिसम्बर 24/ जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग मंदसौर ने बताया किकिशोर न्याय (बालक की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, 2015 एवं संशोधन अधिनियम,2021 की धारा 105 एवं किशोर न्याय (बालकों की देखरेख आश्र संरक्षण) आदर्श संशोधन नियम, 2022 (मुल नियम 2016) के नियम 83 के प्रावधानों के तहत् किशोर न्याय अधिनियम एवं नियम के तहत् स्थापित/ संचालित प्राधिकरणों / संस्थाओं के सुदृढीकरण एवं निर्माण, बाल देखरेख संस्थाओं में आधारभूत सुविधाऐं, गुणवत्तापूर्ण एवं बाल अनुकूल वातावरण निर्माण तथा बच्चो के सर्वोत्तम हित में उनके कल्याण एवं पुनर्वास, शिक्षा, रोजगार के लिए कौशल प्रशिक्षण तथा समाज की मुख्यधारा में पुर्नसमेकन एवं उनके विकास हेतु बैंक ऑफ महाराष्ट्र में एक बचत बैंक खाता क्रंमाक 60411029562 ‘’ किशोर न्याय निधि योजना’’ के नाम से खोला गया है।
किशोर न्याय निधि के रखरखाव संचालन, उपयोग एवं वित्तीय प्रक्रियाओं के निर्धारण मके संबंध में राजपत्र की अधिसूचना 10 अक्टूबर 2023 के माध्यम से ‘मध्यप्रदेश किशोर न्याय निधि, 2023 ‘’ अनुसार तथा बच्चों के सर्वोत्तम हित में उनके कल्याण एवं पुनर्वास , शिक्षा, रोजगार के लिए कौशल प्रशिक्षण तथा समाज की मुख्यधारा में पुर्नसमेकन एवं उनके विकास हेतु नागरिक, स्वयंसेवी संस्थाओं,उद्योग कॉर्पोरेट्स, भामाशाहों, उद्योगपतियों एवं व्यापारियों बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बैंक खाता क्रंमाक 60411029562 ‘’ किशोर न्याय निधि योजना’ ’में राशि जमा कर सकते है ।
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पं. रामनारायण शर्मा की पुण्य स्मृति में पांच वर्षों तक जरूरतमंदों को किया जाएगा निःशुल्क भोजन वितरित
श्री बड़े बालाजी मंदिर पर 7 जनवरी को होगा शुभारंभ
उक्त जानकारी देते हुए मंदिर समिति अध्यक्ष पं. दिलीप शर्मा, प्रवक्ता रवि ग्वाला, सदस्यगण विनय दुबेला, नरेश चंदवानी, दिनेश जोशी (ऊँ शांति), अनिल कियावत, चौथमल शर्मा, सज्जनलाल खमेसरा, नारायण पालीवाल, अनिल सुराह, महेन्द्रसिंह सिसौदिया, हेमन्त सुरा, शिवशंकर सोलंकी, कपिल सोलंकी, राजाराम तंवर, जीवनलाल गोसर, वरदीचंद कुमावत, मुन्ना बैटरी, विनोद रूनवाल आदि ने जरूरतमंदों से भोजन का लाभ लेने की अपील की है।
मंदसौर। जिला स्पोर्ट्स कराते एसोसिएशन द्वारा मिक्स मार्शल आर्ट के संयोजन में तीन दिवसीय इंडो नेपाल अंतराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में मितांशी कियावत ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
यह जानकारी देते हुए मार्शल ऑर्ट प्रशिक्षक धवल कुमावत ने बताया कि जिला स्पोर्ट्स कराते एसोसिएशन द्वारा मिक्स मार्शल आर्ट के संयोजन में तीन दिवसीय इंडो नेपाल अंतराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता 27 से 29 दिसंबर तक कौशल्या रिसोर्ट मंदसौर में आयोजित की गई थी। जिसमें नेपाल सहित भारत के विभिन्न प्रांतों की टीमों ने सहभागिता करते हुए अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में मितांशी पिता चिन्मय कियावत ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने खेल का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अपने वजन समूह में स्वण पदक प्राप्त कर अपने जिले, प्रदेश एवं राष्ट्र का नाम रोशन किया। मितांशी की इस सफलता पर सभी इष्ट मित्रों ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।