श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ व श्री राम कथा सुनने श्रद्धालु की उमड़ रहीं भीड़

श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ व श्री राम कथा सुनने श्रद्धालु की उमड़ रहीं भीड़
हजारों लोग रोज ले रहे हैं अष्टलक्ष्मी महायज्ञ कुंड का फेरे
श्री संकर्षण जी महाराज का प्रवचन सुनने श्रद्धालुओं की उमर रही है भीड़

–श्री राष्ट्र लक्ष्मी महाराज कुंड के फेरे लेते श्रद्धालु
डेहरी :– रोहतास (बिहार)
डेहरी नगर क्षेत्र स्थिति जख्खी बिगहा में चल रही संगीतमय श्री राम कथा व श्री श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ के तीसरे दिन प्रयागराज उत्तर प्रदेश से पधारे कथा वाचक श्री संकर्षण जी महाराज (गुरुजी) ने शिव चरित्र का सुंदर वर्णन किया महाराज ने मां पार्वती के जन्म, कामदेव के भस्म होने और भगवान शिव द्वारा विवाह के लिए सहमत होने की कथा सुनाई। महाराज ने श्रोताओं को सुनाते हुए कहा कि राजा दक्ष प्रजापति ने भगवान शंकर का अपमान करने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया था। जिसमें उसने भगवान शिव को छोड़कर समस्त देवताओं को आमंत्रण भेजा था। भगवान शंकर के मना करने के बाद भी सती अपने पिता के यहां जाने की इच्छा जताई तो भगवान शंकर ने बिना बुलाए जाने पर कष्ट का मांगी बनने की बात कही।
इसके बाद भी सती नहीं मानी और पिता के घर चली गई पिता द्वारा भगवान शंकर के अपमान पर सती ने भवन कुंड में कूदकर खुद को अग्नि में समर्पित कर दिया। इसके बाद भगवान शंकर के दूतों ने यज्ञ स्थल को तहस- नहस कर दिया माता सती के अग्नि में प्रवाहित होने के बाद तीनों लोकों को भगवान शिव के कोप भाजन का शिकार होना पड़ा।
महाराज ने कहा कि “राम कथा सुंदर कतरानी संशय विंहग उडा़वन हारी” अर्थात राम कथा में संशय करनेवाला व्यक्ति वैसे पंछी के समान है जो पंख होते हुए भी उड़ नहीं सकता इसलिए रामकथा में संशय करने की बात मन में आने भी पाप है। उन्होंने कहा कि राम सब के बिगड़े काम बनाते हैं तो भला उनके नाम में संशय कर कोई कैसे सुखी शांति रह सकता है।
यज्ञ हवन मंडप के फेरे लेने श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
18 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ के मौके पर यज्ञ स्थल पर भव्य रूप से यज्ञ हवन मंडप बना हुआ है जिसमें 33 देवी-देवताओं विराजमान हैं इस हवन मंडप के फेरे लेने से हर कष्ट दूर होते हैं और सुख समृद्धि यश की प्राप्ति होती है इस हवन मंडप के फेरे लेने के लिए महिला पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ तीसरे दिन सोमवार को देखने को मिली हजारों की संख्या में दिन भर महिला पुरुष बच्चे श्रद्धालुओं ने हवन मंडप के 108 बार फेरे लेते नजर आए।
दोपहर 2:30 बजे से हो रही है रामकथा
जक्खी बिगहा चुन्ना भट्टा के पास चल रहा नौ दिवसीय महायज्ञ में दोपहर 2:30 से उत्तर प्रदेश प्रयागराज से चलकर आए श्री संकर्षण जी महाराज द्वारा रामकथा की प्रस्तुति की जा रही है जिसे शहर के लोग पहुंचकर राम कथा का लाभ उठा सकते हैं सुबह से लेकर शाम तक हवन मंडप के फेरे भी भक्त ले सकते हैं।
मौके पर मौजूद लोग
मां कामाख्या सेवा संस्था प्रयागराज द्वारा आयोजित श्री अष्टालक्ष्मी महायज्ञ एवं श्री राम कथा के संस्था प्रभारी राजेश कुमार दुबे एवं अरुणा त्रिवेदी, विकास कुमार सिंह सतीश कुमार सिंह, संवेदक चिंटू सिंह अनिल कुमार रवि कुमार आशुतोष त्रिवेदी अमरेंद्र कुमार सिंह गौतम सिंह संजीव सिंह अरुण कुमार चौधरी अरविंद कुमार सिंह मनोज अग्रवाल सावन कुमार गुप्ता किरण सिंह पूनम सिंह सुषमा मिश्रा रंजनी सिंह सपना सृष्टि कुमारी आदि लोग संस्था के मौजूद थे।