समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 04 दिसंबर 2024 बुधवार
किसानों के बिले जमा होने के बावजुद भी सुपर वाईजर वितरण केन्द्र खिलचीपुरा द्वारा लाईन काट दी गई
भालोट। विद्युत वितरण केन्द्र खिलचीपुरा सुपर वाईजर द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहे एवं फसले सुख रही है । बिल जमा होने के बावजूद भी किसानों के कनेक्शन काटा जा रहा है । किसान का नाम हीरालाल पिता रामचन्द्र जी, अशोकीबाई पति किशनलाल, नागेश्वर पिता मांगीलाल ग्राम भालोट कृषि भूमि कुवे की लाईन काट दी गई है । आये दिन सुपर वाईजर एवं उनका स्टाफ वितरण केन्द्र खिलचीपुरा मंदसौर द्वारा किसानों को परेशान कर रहा है और अपनी मन मानी कर रहा है।
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बकरी पालन विषय पर तीन दिवसीय व्यवसायिक प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया
मन्दसौर -कृषि विज्ञान केन्द्र,एवं पशुपालन एवं डेयरी विभाग मन्दसौर के संयुक्त तत्वाधान में बकरी पालन विषय पर तीन दिवसीय व्यवसायिक प्रशिक्षण का शुभारंभ दिनांक 03 दिसम्बर 2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र, मन्दसौर में किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए अधिष्ठाता, उद्यानिकी महाविद्यालय, डॉ. आई.एस.तोमर ने प्रशिक्षणार्थियो को संबोधित करते हुएं कहा कि वर्तमान मौसम में परिवर्तन को देखते हुए कृषि में बदलाव लाने की आवश्यकता हैं, जिससे कि खेती में नुकसान की कम से कम संभावना हो। ऐसी स्थिति में बकरी पालन किसानांे के लिए लाभ का सौदा हो सकता हैं क्योंकि इसमें जोखिम की संभावना कम होती है। डॉ. जी.एस. चुण्डावत, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, केवीके, मन्दसौर ने कहा कि किसान भाई खेती के साथ-साथ पशु पालन भी अवश्य करें जिससे कि उन्हें अतिरिक्त आमदनी मिल सके। प्रशिक्षण के प्रथम दिन पशुपालन विभाग से डॉ. रीना धाकड एवं डॉ. ममता डोडियार सहायक शल्यज्ञ ने बकरियों की उन्नत नस्लांे जैसे सिरोही, जमनापरी, बरबरी आदि की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ बकरियों में होने वाले विभिन्न बीमारियों, कीड़ों एवं टीकाकरण की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र से डॉ. निशिथ गुप्ता, श्री संतोष पटेल एवं श्री राकेश अस्के भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एस.पी. त्रिपाठी ने किया एवं डॉ. राजेश गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। उक्त प्रशिक्षण में 34 ग्रामों के कुल 47 कृषक सहभागिता कर रहे हैं।
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पशुपतिनाथ मंदिर में यात्रियों के लिए विश्राम, आवागमन, रुकने, खाने पीने की बेहतर व्यवस्था हो : कलेक्टर
कलेक्टर ने पशुपतिनाथ लोक निर्माण कार्य का निरीक्षण किया
पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति की बैठक संपन्न
मंदसौर 3 दिसंबर 24/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग की अध्यक्षता में पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति की बैठक पशुपतिनाथ सभागार में आयोजित की गई। बैठक के दौरान कलेक्टर ने पशुपतिनाथ लोक निर्माण एजेंसी को निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों के ठहरने के लिए विश्रामगृह, यात्री प्रतीक्षालय प्रतीक्षालय, आवागमन की व्यवस्था, रुकने और ठहरने की व्यवस्था, खाने पीने की व्यवस्था बेहतर तरीके से हो। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य किया जाए। गेस्ट हाउस नवीनीकरण के अंतर्गत हाल, रूम, किचन, प्लास्टर रिपेयर, विद्युत कार्य, पुट्टी, पेंट, दरवाजा, खिड़की, वाटर प्रूफिंग, रोड मरम्मत बहुत अच्छे से हो। इसके साथ ही गेस्ट हाउस की छत पर सोलर पैनल लगाने कार्य भी किया जाए। जिससे नवीनीकरण ऊर्जा उत्पन्न हो। सुरक्षा गार्ड के लिए नई एजेंसी नियुक्त करें। मंदिर से निकलने वाले फूल पत्ते इत्यादि से कंपोजिट खाद बनाने के लिए कार्यवाही करें। बैठक के पश्चात कलेक्टर ने पशुपतिनाथ लोक निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। दिवस बसेरा के स्थान पर बनने वाले यात्री प्रतीक्षालय स्थान का अवलोकन किया। निरीक्षण कार्य कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन, सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन, मंदसौर एसडीएम श्री राहुल चौहान, डिप्टी कलेक्टर श्री रविंद्र परमार, निर्माण एजेंसी के कर्मचारी मौजूद थे।
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कलेक्टर द्वारा जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान 79 आवेदकों की समस्याएं सुनी
मन्दसौर 3 दिसम्बर 24/ जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग द्वारा सुशासन भवन सभाकक्ष में 79 आवेदकों की समस्याएं सुनी। अधिकारियों को जल्दी निराकरण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान ग्राम थडोद के कन्हैया दास बैरागी का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। साथ ही ग्राम छाजूखेड़ा में मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। जिस पर कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने मामले को तुरंत संज्ञान में लिया तथा तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देशित कर मंदिर की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया। जनसुनवाई में बीपीएल सूची में नाम जुड़वाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास मंजूर करने, निजी भूमि पर अवैध अतिक्रमण, भूमि विवाद, बीमारी सहायता, आपसी विवाद, शिक्षा ऋण दिलाने, सामुदायिक सुविधा घर (कम्युनिटी टायलेट) बनवाने आदि विषयों के आवेदन प्राप्त हुये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन एवं जिला अधिकारी मौजूद थे।
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अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया
मंदसौर 3 दिसम्बर 24/ माननीय मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा प्रसारित वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2024–25 के अनुपालन में तथा माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश /अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर श्री कपिल मेहता के मार्गदर्शन में 3 दिसंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर, शिक्षा विभाग, और सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त तत्वावधान में नूतन स्टेडियम मंदसौर में जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में जिले के पांचों ब्लॉकों से दिव्यांग बच्चों ने भाग लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन किया।प्रतियोगिताओं में निबंध लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया। विजेता बच्चों को सम्मानित कर उनकी प्रतिभा को सराहा गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर सिद्धार्थ तिवारी ने माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की नालसा (बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं योजना) 2024 और नालसा (मानसिक विकलांग एवं बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाएं योजना) 2024 के प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने में आने वाली किसी भी कठिनाई के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर से संपर्क किया जा सकता है। साथ ही, जिन बच्चों को कृत्रिम अंग /उपकरण की आवश्यकता है, वे प्राधिकरण में अपने दस्तावेज जमा करवा सकते हैं। उन्होंने नालसा की टोल-फ्री हेल्पलाइन 15100 के माध्यम से भी सहायता प्राप्त करने की जानकारी दी। इस अवसर पर विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग मंदसौर के सहयोग से आयोजित इस शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति वास्कले, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. लवी उकावत, और अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव अखंड ने बच्चों का परीक्षण किया। शिविर में उन बच्चों को चिन्हित किया गया जिन्हें कृत्रिम अंग अथवा अन्य उपकरण की आवश्यकता है। कार्यक्रम में जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रवीण कुमार, डीपीसी श्री जगत देव शुक्ला, शिक्षकगण, और दिव्यांग बच्चों के परिवारजन उपस्थित रहे।
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पल्स पोलियो अभियान की जन चेतना रैली 6 दिसम्बर को होगी
मंदसौर 03 दिसम्बर 2024/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पल्स पोलियों अभियान की जन चेतना रैली 6 दिसम्बर को निकाली जाएगी। रैली स्वास्थ्य विभाग एवं रोटरी क्लब के सौजन्य से जन चेतना रैली प्रात: 9.30 बजे से जिला चिकित्सालय परिसर से किया गया है । रैली जिला चिकित्सालय से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पून: जिला चिकित्सालय परिसर पर समाप्त होगी ।
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राजस्व महाअभियान 3.0 से संबंधित रात्रिकालिन शिविर ग्राम स्तर पर आयोजित किये जाएं : कलेक्टर
मंदसौर 3 दिसंबर 24/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने आदेशित किया है कि, सभी राजस्व अधिकारी, कर्मचारी राजस्व महाअभियान 3.0 से संबंधित रात्रिकालिन शिविर ग्राम स्तर पर आयोजित करें। वर्तमान में रबी फसलों का मौसम चल रहा है एवं कृषक वर्ग/हितग्राही इस समय कृषि कार्यों में संलग्न है। जिस कारण से शासन की महत्वपूर्ण योजना राजस्व महा-अभियान (3.0) में सक्रिय रूप से भाग नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि यह सर्वविदित है कि कृषि कार्य सामान्यतः दिन के समय किया जाता है, अतः कृषक/हितग्राहियों को दिसम्बर माह के बाद पीएम किसान, सीएम किसान सम्मान निधि योजना eKYC,NPCI, LR Linking के पश्चात ही कृषकों को सम्मान निधि लाभ प्राप्त होगा।
अतः अनिवार्य है कि कृषक/हितग्राहियों (eKYC, NPCI, LR Linking) की कार्यवाही पूर्ण की जावे एवं शेष पीएम किसान, सीएम किसान सम्मान निधि योजना संबंधी लंबित कार्य एवं CM Helpline का निराकरण ग्राम पंचायत स्तरिय रात्रिकालिन शिविर में किया जाए।
शासन की योजना का शतप्रतिशत लाभ पहुंचाने हेतु सुविधा की दृष्टि से राजस्व महाअभियान (3.0) से संबंधित रात्रिकालिन शिविर/चौपाल/इत्यादि ग्राम स्तर पर आयोजित किये जाएं। जिससे कि कृषक/हितग्राही वर्ग वास्तविक रूप से लाभान्वित हो सके।
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शिवना के किनारे 200 मीटर की परिधि के विद्युत कनेक्शन किये विच्छेद
मंदसौर 3 दिसम्बर 24/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने जिले में श्री पुशपतिनाथ मंदिर पुलिया बांध से रामघाट तक तथा रामघाट बांध से कंथार बांध तक शिवना नदी के दोनों किनारों तथा बुगलिया नाला एवं तैलिया तालाब से 200 मीटर की परिधि के कृषकों द्वारा विद्युत/डीजल मोटर पंप आदि से अन्य संसाधनों से सिंचाई जल लेने पर तत्काल प्रभाव से अन्य आदेश तक प्रतिबंध लगाया गया है।
पेयजल संकट उत्पन्न होने की आशंका को देखते हुए पेयजल आवश्यकता की पुर्ति हेतु श्री पशुपतिनाथ मंदिर घाट से राजस्थान की सीमा कंधार बांध तक से 200 मीटर की दुरी तक तथा बुगलिया नाला एवं तैलिया तालाब भराव क्षेत्र को जल अभावग्रस्त घोषित किया जाता है।
पेयजल व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थय यांत्रिकी विभाग एवं नगरपालिका को आदेशित किया गया कि नगर मे जल प्रदाय योजना का मुख्य स्त्रोत शिवना नदी है। इसलिए श्री पुशपतिनाथ मंदिर पुलिया बांध से कंथार बांध तक शिवना नदी के दोनों किनारों एवं बुगलिया नाला एवं तेलिया तालाब से 200 मीटर की परिधि के कृषकों के विद्युत कनेक्शन तत्काल प्रभाब से विच्छेद किया जाता है।
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विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तरीय स्नेह समावेशी भारत क्विज 396 विजेताओं को मिलेंगे 2,43,500 रुपए के पुरस्कार
मंदसौर 3 दिसम्बर 24/ विश्व दिव्यांगजन दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के बीच दिव्यांगजनों के प्रति जागरूकता और समावेशन बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय स्नेह समावेशी भारत क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। लायंस की स्थायी परियोजना संस्था स्नेह के संस्थापक डॉ. पंकज मारू ने बताया कि प्रतियोगिता 25 नवंबर से शुरू होकर 2 दिसंबर तक ऑनलाइन चलेगी।
मध्यप्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र इसमें निःशुल्क पंजीयन करवा कर शामिल हो सकते हैं। प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार संरचना
प्रतियोगिता में संभाग और राज्य स्तर पर विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। संभाग स्तर पर प्रथम पुरस्कार ₹1,000, द्वितीय पुरस्कार (दो विजेता) ₹500, तृतीय पुरस्कार (तीन विजेता) ₹300 रूपये है। राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार ₹10 हजार, द्वितीय पुरस्कार (दो विजेता) ₹5 हजार और तृतीय पुरस्कार (तीन विजेता) को ₹3 हजार रूपये है। राज्यभर के कुल 396 विजेताओं को 2 लाख 43 हजार 500 रूपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
प्रतियोगिता के नियम और सुविधाएं
प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को 300 सेकंड में 15 बहुविकल्पीय प्रश्नों का उत्तर देना होगा। उन्हें फिफ्टी-फिफ्टी और प्रश्न परिवर्तन जैसी लाइफलाइन भी दी जाएगी। कम समय में उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को बोनस अंक दिए जाएंगे।
प्रतिभागी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए http://snehnagda.org/quiz पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
सामाजिक न्याय विभाग का सहयोग
आयुक्त सामाजिक न्याय डॉ. आर.आर. भोंसले ने बताया कि यह पहल दिव्यांगजनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने और छात्रों में समावेशी सोच को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
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पिपलिया मंडी में श्मशानघाट पर दो पक्ष आपस में भिड़े, पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज
पिपलिया मंडी। श्मशान घाट में चिता को अग्नि देने के बाद हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्रास प्रकरण दर्ज किया। काचरिया नौ निवासी भोपालसिंह पिता गोबरसिंह राजपूत ने मल्हारगढ़ थाने पर शिकायत दर्ज कराई मेरी बड़ी मम्मी सोहनबाई के अंतिम संस्कार में चिता को अग्नि दी, इस दौरान लाखनसिंह ने गाली-गलौज की व बोला कि देख नही सकता, मेरे डंडे की लग गई। लाखनसिंह के साथ ही उसका भाई शेरसिंह व पिता बलवंतसिंह भी आ गए व मेरे साथ लात-घुसों से मारपीट की, जिससे चोंट आई। पुलिस ने तीनों आरोपियों पर केस दर्ज किया। इसी तरह लखनसिंह पिता बलवंतसिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरी बड़ी दादी सोहनबाई के अंतिम संस्कार के दौरान भोपालसिंह पिता गोबरसिंह बोला कि तू श्मशान में जलती हुई लकडियां क्यों उछाल रहा है। और गाली-गलौज कर मेरे साथ मारपीट की। जिससे पीठ व हाथ पर चोंट आई। पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज किया।
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पटवारियों ने रात्रिकालीन कैंप के विरोध में जिले के पटवारियों ने दिया कलेक्टर कार्यलय के सामने धरना
मंदसौर जिला पटवारी संघ द्वारा कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महा अभियान 3.0 जिसमें फार्मर रजिस्ट्री स्वामित्व केवाईसी जेसी अन्य राजस्व संबंधी कार्यों के लिए पटवारीयो से रात्रि कालीन कैंप लगाकर काम करवाये जाने पर मंदसौर जिले के पटवारी संघ ने आक्रोश व्याप्त कर पटवारी जिला संघ के नेतृत्व में मंदसौर कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा
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युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त की
पिपलियामंडी। सौरभ पिता मुकेश मीणा ग्राम सेमली थाना पिपलिया मंडी ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त की।प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि पिता ने बेटे का मोबाइल रिचार्ज करवाने से मना कर दिया था।जिससे आहत होकर बच्चे ने ये कदम उठाया। थाना क्षेत्र के गांव सेमली में मंगलवार दोहपर करीब 12 बजे एक नाबालिग ने अज्ञात कारणों के चलते अपने ही घर मे रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय युवक अपने घर में अकेला था। उसके पिता खेत पर पानी पिलाने गए थे। जब उन्होंने आकर देखा, तो युवक फंदे पर लटका हुआ दिखा। मृतक का नाम सौरभ पिता मुकेश मीना (17) है।
घटना के बाद परिजनों की सूचना पर पिपलियामंडी थाने से सब इंस्पेक्टर उमेश व्यास, आरक्षक पवन सिंह बोराना और 100 डायल पायलट के साथ शिवपाल सिंह मोके पर पहुंचे, और पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए पिपलियामंडी शासकीय अस्पताल पहुंचाया। वहीं पुलिस ने मार्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण कलेक्टर ने हटाने के लिए निर्देशित
जनसुनवाई में शिकायत प्राप्त हुई थी कि, ग्राम छाजूखेड़ा में मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। जिस पर कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग मामले को तुरंत संज्ञान में लिया तथा तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देशित कर मंदिर की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।
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स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा- दादूपंथी
जागरण संस्था ने प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद का जन्मदिन अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया
मंदसौर। देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद जी का जन्म दिवस अधिवक्ता दिवस के रूप में जागरण संस्था द्वारा ऑनर्स एकेडमी पर बनाया गया। कार्यक्रम में अधिवक्ता मनीष दादूपंथी व अधिवक्ता शैलेंद्र पलोदिया का सम्मान नरेंद्र गुप्ता, देवेंद्र शर्मा, दिनेश नलवाया, ब्रजकिशोर जाट, राजेंद्र श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
अधिवक्ता दादूपंथी ने अपने उद्बोधन में बताया भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार में हुआ था उनके जन्म की वर्षगांठ पर प्रत्येक तीन दिसंबर को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह एक विद्वान अधिवक्ता थे तथा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में थे। वह 12 वर्षों तक राष्ट्रपति रहे तथा उन्हें 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। स्वतंत्रता संग्राम में अधिवक्ताओं का बहुत योगदान रहा। महात्मा गांधी से लेकर भारत रत्न भीमराव आंबेडकर ने वकालत के पेशे से अपने जीवन की शुरुआत की। भारत वकालत विश्व भर में अत्यंत सम्मानीय और गरिमामय पेशा है। भारत में भी वकालत गरिमामय और सत्कार के पेशे के तौर पर हर दौर में बना रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों ने जमकर लोहा लिया है। किसी युग में वकालत इंग्लैंड का राजशाही पेशा रहा है। संभ्रांत घरानों के लोग वकालत करते थे। वकील के गाउन में पीछे दो जेब होती थी, इन पीछे दो जेबों का अर्थ था अपने क्लाइंट से कोई राशि नहीं मांगी जाना अर्थात क्लाइंट जो चाहे अपनी इच्छा अनुसार जेब में परिश्रमिक डाल जाए। अधिवक्ता की गरिमा वर्तमान भारत में भी ज्यों की त्यों बनी हुई है। अनेकों पेशों का आज आधुनिक बाज़ारवादी युग में प्रवेश हुआ है पर वकालत की चमक पर कोई पॉलिश अब तक भरी नहीं हुई है। आज भी भारतभर में बड़ी संख्या में लोग अधिवक्ता के लिए रजिस्टर हो रहे हैं। भारत की सारी न्याय व्यवस्था अधिवक्ता के काम पर टिकी हुई है। इतना कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि न्याय मिल ही इसलिए रहा है क्योंकि अधिवक्ता उपलब्ध है। अधिवक्ता न्यायालय के अधिकारी है, कभी कभी वह न्यायाधीश से उच्च स्तरीय प्रतीत होते क्योंकि संपूर्ण न्याय व्यवस्था का भार इन ही काले कोट के कंधों पर है। अगर अधिवक्ता न हो तो भारत की जनता को न्याय मिलना असंभव सा हो चले।
मनुष्य की असभ्य युग से सभ्य युग तक आने की यात्रा बहुत लंबी है और इस यात्रा के बाद विधि शासन का जन्म होता है और विधि शासन को बनाए रखने वाली अदृश्य शक्ति एक प्रकार से अधिवक्ता भी है। यह बात पूरी तरह ठीक नहीं है कि विधि शासन को केवल सरकार बरकरार रखती है अपितु इसमें अधिवक्ता का भी विस्तृत और अकल्पनीय योगदान है परन्तु वह अदृश्य है जो दिखाई नहीं दे रहा है, यह अदृश्य कंधे ही इतने विशाल देश के विधि शासन के पर्वत को लेकर चल रहें है क्योंकि अधिवक्ता के नहीं होने पर न्यायालय के संचालन की कल्पना भी व्यर्थ है।