धुँधड़का टप्पा नायब तहसीलदार पर फिर लगे भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप
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ग्राम जमुनिया मीणा के ग्रामीणों का आरोप नायब तहसीलदार डावर की मिलिभगत कर बूढ़ी अम्मा की जमीन बिक़वाई
मन्दसौर:- मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव कितने ही सख्त आदेश दे दे,लापरवाही वाले अधिकारियों से सख्ती से निपटने की बात कह दे,चाहे जिले में कलेक्टर सख्त ओर ईमानदार हो लेकिन यहाँ पूर्व से जमें अधिकारी अपनी भ्रष्टाचार वाली कार्यप्रणाली से बाज नही आ रहे है यहाँ तो अधिकारी न्यायालय,मुख्यमंत्री,शासन ओर कलेक्टर से ऊपर होकर काम कर रहे है जिससे जनता परेशान है ऐसे ही एक ओर मामले में धुँधड़का टप्पा के नायब तहसीलदार राहुल डाबर पर फिर एक बार भ्रष्टाचार से गम्भीर आरोप लगे है
मंदसौर जिले के ग्राम जमुनिया मीणा के सैकड़ो ग्रामीण मंगलवार को मंदसौर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे तथा नायक तहसीलदार राहुल डाबर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप था कि नायब तहसीलदार डावर ने कुछ लोगों के साथ मिलकर एक वृद्ध महिला के हिस्से की जमीन अन्य व्यक्ति को बेच दी तथा बडे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि यह मामला न्यायालय में लंबित है। जमीन का कब्जा हमारे पास है फिर भी नायब तहसीलदार डावर ने नियम कानून को दरकिनार कर निजी लाभ के लिए आमजन को परेशान कर रहे हैं इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने घण्टों तक धरना प्रदर्शन किया तथा फिर अधिकारियों ने 15 दिन में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया तब ग्रामीण माने।
ग्राम जमुनिया मीणा के ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि वृद्ध महिला कन्या बाई की गांव में पुष्टि 42 बीघा जमीन है उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार के अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर नायब तहसीलदार राहुल डाबर ने उसे जमीन को अन्य व्यक्ति का नाम कर दिया इसके बाद मामला का पता चलने पर कोर्ट में आपत्ति लगाई जहां स्थगन का आदेश मिला है ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद उसे जमीन का सीमांकन नहीं हो सकता इसके लिए डाबर ने नया तरीका अपनाया वह दोबारा आवेदन देकर सीमांकन आदेश जारी करना चाह रहे है
यह है मामला
सीमांकन विवाद को लेकर नायब तहसीलदार राहुल डावर पर गंभीर आरोप लगे हैं प्रार्थी ने 14 मई 2024 और 12 जून 2024 को सीमांकन प्रक्रिया के खिलाफ लिखित आपत्तियां दर्ज कराई थी। इस मामले में न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश भी जारी किया गया है ग्रामीणों का कहना है की नायब तहसीलदार को पहले ही सूचित किया गया था कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है इसके बावजूद उन्होंने बार-बार सीमांकन आदेश पारित किया जो न केवल न्यायायिक आदेशों की अवमानना है बल्कि पद के दुरुपयोग का स्पष्ट मामला है
ग्रामीणों की चेतावनी,कार्यवाही नही होने पर,आंदोलन तेज करने की बात कही
उक्त मामले को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है ग्रामीणों ने चेतावनी दी ही कि यदि इस मामले में जल्दी नया नहीं मिला तो वह बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे यह मामला न्यायालय की गरिमा और प्रशासनिक व्यवस्था की सड़क पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है ग्रामीणों को कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार का प्रमाण है और यदि दोषियों को दंडित नहीं किया गया तो यह अन्याय का एक और उदाहरण बन जाएगा।
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मामला संज्ञान में आया है तहसीलदार डावर की कार्यप्रणाली की जाँच हेतु निर्देश दिए है लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
अदिति गर्ग कलेक्टर मन्दसौर