राज्य स्तरीय NQAS सर्विलेन्स टीम ने जिला चिकित्सालय का किया निरिक्षण, पीआईसीयू वार्ड, ब्लड बैंक, पेथॉलाजी लेब कि प्रशंसा की
राज्य स्तरीय NQAS सर्विलेन्स टीम ने जिला चिकित्सालय का किया निरिक्षण, पीआईसीयू वार्ड, ब्लड बैंक, पेथॉलाजी लेब कि प्रशंसा की
मन्दसौर । एनक्यूएएस राज्य स्तरीय सर्विलेन्स टीम ने जिला चिकित्सालय मंदसौर का 7 एवं 8 नवम्बर को निरीक्षण किया। सर्विलेन्स टीम में डॉ. गोपाल कटारा एवं डॉ. निरूपा झा एक्सटरनल असेसर द्वारा जिला चिकित्सालय मंदसौर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सर्विलेन्स टीम ने जिला अस्पताल के बेहतर कार्य और बेस्ट प्रेक्टिस की सराहना की। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस. चौहान, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सौरभ मण्डवारिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री राकेश शर्मा, आरएमओ डॉ. अरविन्द वर्मा, सहायक आरएमओ डॉ. आशीष वर्मा, डॉ.डी. के. पिप्पल, डॉ. रितु शर्मा, डॉ. सौरभ शर्मा, मेट्रन एवं अन्य चिकित्सक, नर्सिंग स्टॉफ एवं अन्य स्टॉफ उपस्थित रहा।
लेबर रूम एवं ऑपरेशन थियेटर मे पालन किए जा रहे प्रोटोकॉल व उनके रिकार्ड संधारण को सराहा गया। पीआईसीयू वार्ड मे चिकित्सको द्वारा मरीज का ईलाज, मरीज के परिजनों के साथ जुडकर किए जाने एवं किसी मरीज की मृत्यु हो जाने पर उसे सबंल बंधाने का कार्य किए जाने की प्रशंसा की गई। ब्लड बैंक एवं पेथॉलाजी लेब ऑटोमेटेड सिस्टम से रक्तदान प्रदान एवं मरीजो की जाँच किए जाने की तकनिक को सराहा गया।
कलेक्टर ने आयुष्मान कक्ष का निरिक्षण किया, निरिक्षण के दौरान आयुष्मान कक्ष तक पहुँचने के लिए फर्श एवं दिवार पर लगाए गए संकेतों को हितग्राहीयो के लिए सुविधा जनक बताया गया एवं इसे और प्रभावी रूप से लागू करने के लिए निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने 70 वर्ष एवं 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के आयुष्मान कार्ड हितग्राहियों से चर्चा की। हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड की प्रक्रिया एवं आयुष्मान कार्ड से प्राप्त होने वाली सुविधाओ के बारे मे बताया।
मेटरनिटी विंग एवं लेबररूम का निरिक्षण किया गया एवं वहाँ प्रदाय किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता का निरिक्षण किया गया, निरिक्षण के दौरान भोजन की गुणवत्ता को स्वंय जाँच कर सराहा गया।
अस्पताल परिसर में बन रहे एमसीएच बिल्डिंग का निरिक्षण किया एवं निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कर एमसीएच बिल्डिंग मे प्रसुति स्त्री रोग विभाग एवं शिशु रोग विभाग को स्थानांतरित करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।