“सैयां भये कोतवाल, अब डर काहे का” मामला फर्जी लोन का
थाना प्रभारी बोले मुझे फरियादी का आवेदन प्राप्त नही हुआ
मल्हारगढ/ गोपाल मालेचा/
मंदसौर जिले का सबसे चर्चित रहने वाला थाना पिपलीया मंडी आये दिन सुर्खियों में बना रहता है । गौरतलब है कि थडोद निवासी फरियादी परवीन बी बाबू खां ने फर्जी लोन को लेकर पिपलीया मंडी थाने में आवेदन दिया था जिस पर कार्यवाही करने तो दूर थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि फरियादी न मुझसे मिला और न ही मेरे पास आवेदन पहुँचा में कार्यवाही कैसे करूँ । अब बात आती है परवीन बी ने जो आवेदन दिया वो थाने में लिया किसने आवेदन पर हस्ताक्षर किसके है और लिया तो थाना प्रभारी विक्रम सिंह को आवेदन के विषय मे अवगत क्यो नही कराया । अजब मंदसौर जिले की गजब कहानी जनता के बीच कार्यवाही को लेकर प्रश्न खड़ा करती और आम जनता भी कहते देर नही करती की *”सैयां भये कोतवाल, अब डर काहे का”* । फरियादी थडोद निवासी महिला परवीन बी की शिकायत पर कार्यवाही होना संभव भी नही क्योकि जिस महिला के नाम पर फर्जी तरीके से लोन हुआ उस पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होना चाहिए क्योंकि उसने धोखाधड़ी तो की है । लेकिन पुलिस उस महिला पर प्रकरण दर्ज करने की बजाय पूरे मामले को दबाने में लगी है क्योंकि महिला का पति अय्यूब थाने में ही चौकीदारी करता है और रात्रि गस्त हो या अन्य मामले अय्यूब हमेशा पुलिस के साथ पुलिस जैसी वर्दी में भी घूमता है । एक फोटो सोशल मीडिया पर अय्यूब का वाइरल भी हो रहा है जिसमे अय्यूब पुलिस जैसी वर्दी में पुलिस कर्मियों के समकक्ष खड़ा है । एक सवाल जनता के बीच है की आखिर अय्यूब से पुलिस को का इतना लगाव क्यो है तो अय्यूब हर कार्यवाही में पुलिस के साथ रहता है कार्य भी पुलिस के ही करता है । एक ओर घटनाक्रम 5 मई की रात्रि 12 बजे का सामने आया जिसमे अय्यूब अन्य पुलिस कर्मियों के साथ रेल्वे स्टेशन पर बैठे मदनलाल पिता प्रकाश मीणा निवासी प्रतापगढ़ के साथ मारपीट करता है उसका मोबाइल ओर नगदी भी छीन लेता है । जिसकी शिकायत रेल मंत्री से भी की गई लेकिन उस पर कार्यवाही नही हुई । ऐसे व्यक्ति पर कार्यवाही न होना क्षेत्र में पुलिस की छवि को खराब करती है । उच्च अधिकारी मामले को संज्ञान में ले और आवश्यक कार्यवाही करें ।