प्रदेश के सरकारी स्कूल में प्राथमिक कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या कम हुई, वर्ष 2021-22 में नौ लाख थी अब 04 लाख ही रह गई
प्रदेश के सरकारी स्कूल में प्राथमिक कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या कम हुई, वर्ष 2021-22 में नौ लाख थी अब 04 लाख ही रह गई
भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में निशुल्क किताबें, मध्यान्ह भोजन,गणवेश जैसी सुविधाएं मिलने के बावजूद भी बच्चों की संख्या साल दर साल कम हो रही है। खासतौर पर प्राथमिक स्तर पर पहली कक्षा में पिछले साल के मुकाबले दो लाख विद्यार्थी कम हुए हैं। इसके तहत 2023-24 में छह लाख प्रवेश हुए हैं। वहीं इस साल सबसे कम चार लाख बच्चों ने प्रवेश लिया है।स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों की हर साल कम होती संख्या के कारणों को पता लगाने के लिए गृह संपर्क अभियान चलाया जा रहा है।साथ ही विद्यार्थियों की अपार आईडी तैयार क जा रही है। बता दें, कि इस सत्र में पहली से आठवीं तक में 56 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।जबकि, पिछले वर्ष 63 लाख प्रवेश हुए थे।इस तरह देखा जाए तो इस बार सात लाख प्रवेश कम हुए हैं।
साल दर साल कम हो रही संख्या
स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नामांकन के जारी आंकड़ों के अनुसार साल दर साल सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो रही है। हालांकि, राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी कर बच्चों का नामांकन दर बढ़ाने के लिए गृह संपर्क अभियान जारी करने और समग्र आईडी से मैपिंग करने के निर्देश दिए हैं।
विभाग ने प्रवेश ना होने के ये बताए कारण
-उम्र की बाध्यता बढ़ाने के कारण भी इस वर्ष पहली कक्षा प्रवेश कम हुए।
आयु सीमा में छह माह की छूट बाद में दी गई।
-बच्चों का अपने माता-पिता के साथ दूसरे जगह काम के सिलसिले में जाने के कारण।
-समग्र आईडी से मैपिंग नहीं होने के कारण भी ऐसे हालात बन जाते हैं।
-जगह बदलने के कारण भी बच्चे ठीक से मैप नहीं हो पाते हैं।
पहली से आठवीं तक की कक्षाओं में प्रवेश के आंकड़ें
सत्र -सरकारी -निजी
2023-24 -63 लाख -58 लाख
2024-25 -39 लाख -38 लाख
सरकारी स्कूलों का पहली कक्षा में प्रवेश के आंकड़ें
2021-22-नौ लाख
2022-23-सात लाख
2023-24-छह लाख
2024-25-चार लाख
बड़े शहरों में पहली कक्षा में प्रवेश
सत्र -भोपाल -इंदौर -जबलपुर -ग्वालियर
2021-22-नौ हजार -13 हजार -17 हजार -14 हजार
2022-23-आठ हजार -11 हजार -14 हजार -12 हजार
2023-24-सात हजार -नौ हजार -13 हजार -10 हजार 2024-25-पांच हजार -छह हजार -सात हजार -छह हजार
पहली कक्षा में इन जिलों में सबसे कम प्रवेश हुए
जिला -प्रवेश
हरदा -दो हजार
नीमच- -दो हजार
नरसिंहपुर -तीन हजार
नर्मदापुरम -तीन हजार
निवाड़ी -तीन हजार
आगरमालवा- तीन हजार
शाजापुर -चार हजार
मंदसौर -चार हजार
बुरहानपुर-चार हजार
सिवनी-पांच हजार
इनका कहना है
– इस सत्र में पहली कक्षा में आयु सीमा में एक साल की वृद्धि कर दी गई थी।इस कारण भी विद्यार्थियों की संख्या कम हुई।साथ ही मजदूर माता-पिता काम के सिलसिले में दूसरे शहर में जाने के कारण भी बच्चों की संख्या कम हुई है।
-डा. संजय गोयल, सचिव,मप्र स्कूल शिक्षा विभाग