सफाई कर्मचारियों के लिए वर्ष में दो बार स्वास्थ्य कैंप आयोजित करें- राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती पंवार
सफाई कर्मचारियों के लिए महीने में एक दिन जनसुनवाई आयोजित करें
मंदसौर।राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग उपाध्यक्ष श्रीमती अंजना पंवार ने जिले के सफाई कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक जिला पंचायत सभागार ली। बैठक के दौरान आयोग उपाध्यक्ष द्वारा निर्देश दिए गए की सफाई कर्मचारियों के लिए साल में दो बार स्वास्थ्य कैंप आयोजित करें। स्वास्थ्य कैंप में पूरी बॉडी चेकअप करें। जिसमें एक्स-रे, ईसीजी, ब्लड टेस्ट इत्यादि की जांच की जाए। स्वास्थ्य कैंप सिर्फ बीपी एवं शुगर नापने तक सीमित न रहे। सभी सफाई कर्मचारियों के लिए महीने में एक बार जनसुनवाई आयोजित करें। जिसमें कर्मचारियों की समस्याओं को अधिकारी सुने तथा उनका तुरंत निराकरण करें। पदोन्नति समय-समय प्रदान करें। बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन, सभी नगर पालिका सीएमओ, जिलाधिकारी, सफाई कर्मचारी मौजूद थे।आयोग उपाध्यक्ष ने निर्देश देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों के लिए दो चेंजिंग रूम बनाएं। जिसमें दोनों रूम स्त्री और पुरुष के लिए अलग-अलग रहेंगे। महिलाओं से भारी काम न करवाए। साथ ही रात में महिलाओं से कोई कार्य न करवाए। ऐसे सफाई कर्मचारी जो गरीब बस्तियों में रहते हैं। वहां पर उनके लिए सामुदायिक भवन बनाएं। जिससे उनके सामाजिक कार्यक्रम उसमें आयोजित हो सके। सामुदायिक भवन में एक रूम पुस्तकालय के लिए भी बनवाए। ताकि कर्मचारियों की बच्चे अच्छी-अच्छी पुस्तक पढ़ सके। जो पुस्तकालय बच्चों का बेस मजबूत करेगा। कर्मचारियों को हिदायत दें नौकरी से न निकाले। कर्मचारियों को सुधारने की कोशिश करें।सफाई कर्मचारी दिन रात मेहनत करते हैं, उनकी सेवानिवृत्ति ससम्मान तरीके से हो। रिटायरमेंट से पहले उनके नाम, सरनेम में अगर गलती हो तो, उसको सुधार करवाए। इस नियम को पूरे जिले में लागू करें। अनुकंपा नियुक्ति समय पर प्रदान करें। नगर परिषद में इस तरह का कोई भी मामला लंबित नहीं रहना चाहिए।सफाई कर्मचारियों को काम करने के लिए वर्दी समय-समय पर मिलनी चाहिए। सिर्फ वर्दी नहीं बल्कि प्रत्येक मौसम अनुसार वर्दी मिलना चाहिए। बारिश के दिनों में रेनकोट, सर्दी के दिनों में स्वेटर, जैकेट, जूते इत्यादि प्रदान करना चाहिए। कर्मचारियों को काम करने के लिए जितनी भी मूलभूत सुविधाएं है उनसे वंचित नहीं रहना चाहिए। सभी सुविधाएं प्रदान करके रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करें। अगर किसी कर्मचारी के पास आईडी प्रूफ नहीं है, तो कर्मचारी का पहचान पत्र बनवाए।