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समता विद्यापीठ में भव्य जन्मोत्सव आयोजन
श्री कृष्ण ने नीतिगत निर्भय जीवन की रक्षा की,-श्री जगदीश शर्मा
जावद। समता विद्यापीठ में जन्माष्टमी पर्व परंपरानुसार उल्लास के साथ मनाया गया ।भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच विद्यार्थियों में मानस मर्मज्ञ गीता प्रवक्ता श्री जगदीश शर्मा ने अपने व्याख्यान में कहा “श्री कृष्ण धर्म के प्रवक्ता से अधिक सार्थक जीवन के अद्भुत प्रवक्ता है।वे व्याप्त अधर्म में धर्म की पताका के संवाहक बने । राज काज व जीवन शैली में घोर अनीति के समय में उन्होंने नैतिक जीवन की रक्षा की । जन्माष्टमी पर वर्षों से श्री शर्मा का विद्यालय में व्याख्यान होता आया है। श्री शर्मा ने कहा विद्यार्थी जीवन में श्री कृष्ण के व्यक्तित्व व दर्शन से साक्षात्कार करना श्री कृष्ण की देशानाओ को अंगीकार कर उन्हें आत्म सात करना विद्यार्थी जीवन की सबसे बड़ी शिक्षा है।श्री कृष्ण परिणाम की बजाय परिश्रम की प्रेरणा देते है।वे निर्भीक होने व संघर्ष से सामना करने की प्रेरणा देते हैं। श्री कृष्ण का आगमन सौ उद्देश्य ईश्वरीय अवतार था सत्ता की मद में पागल राज पुरुषो को उन्होंने ने कड़ी नसीहत दी ।श्री कृष्ण का जीवन विविधताओं से भरपूर है।महापुरुषों में श्री कृष्ण की विराटता जैसा कोई नहीं ।दुष्ट कंस से माता पिता व प्रजा को मुक्ति दिलाई गोकुल वृंदावन के लोगो को ईश्वरीय सामीप्य प्रदान कर कृत कृत कर दिया जहां का कण कण आज भी पूजनीय है।मथुरा से द्वारिका तक की उनकी यात्रा एक बड़ी संघर्ष गाथा है। जिसमे गीता का महान उपदेश समाया हुआ है। श्री शर्मा ने बालको को प्रेरित किया कि वे श्री कृष्ण जैसे साहसी बने नीतिवान बने अन्याय से लड़ने का संकल्प ले ।इससे उनके जीवन की बुनियाद मजबूत होगी ।विद्यालय परिवार की और से श्री शर्मा का शाल श्री फल से सम्मानित कर श्री कृष्ण राधा की प्रतिमा भेंट की गई ।
विद्यालय की दोनो पारियों में पृथक पृथक समारोह के भव्य आयोजन हुआ ।सामुदायिक भवन बाल गोपाल की जय जयकार से गोकुल वृंदावन में परिवर्तित हो गया ।जन्मोत्सव पर भगवान को झूले में बिठाकर झूला झुलाया गया ।इस भजन ने बालको को मंत्र मुग्ध कर दिया । अंत में भगवान की सामूहिक आरती का गान हुआ ।