ट्राला भरकर मंडी में बिकने पहुंचा गरीब की थाली का गेहूं पकडाया!
पहले चावल अब गेहूंॅ बाजार में आया, जिम्मेदार केवल कागजी आंकड़े मिला कर बताते है सब पाक-साफ
मंदसौर निप्र। गरीबों की थाली तक पहुंचने वाला राशन की दूकान से मिलने वाला गेहूॅं ट्राला भरकर मंदसौर की कृषि उपज मंडी में बिकने के लिए आ गया, एसडीएम को इसकी शिकायत मिली जिसके बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और पंचनामा बनाकर गेहूंॅ को जप्ती में लिया हालांकि मौके से ट्राले का चालक और क्लीनर भाग गऐ जिसके चलते गेहूंॅ मालिक का पता नहीं चल पाया। अब आला स्तर पर मामलें की जांच चल रहीं है। इससे पहले राशन का चावल कई मर्तबा बाजार से पकडा जा चूका है बावजूद इसके खाद्य विभाग केवल कागजी आंकड़े मिलाकर सब पाक-साफ बता देता है। लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में राशन का अनाज बाजार में लाने वाले माफियाओं तक पहुंचने की कोशिश भी नहीं हो रहीं है।
जानकारी के अनुसार गुरूवार को मंडी में गेहूं भरकर एक ट्राला पहुंचा इसी दौरान एसडीएम शिवलाल शाक्य को एक शिकायत मिली जिसमें ट्राले में भरा गेहूॅं पीडीएस का होने की बात कहीं गई। एसडीएम ने तत्काल मंडी प्रशासन को सूचना दी जिसके बाद मंडी सचिव पर्वतसिंह सिसोदिया मौके पर पहुंचे और जांच की तो पता लगा कि ट्राले में करीब साढे 4 सौ कटटे गेहूॅं के थे जिसके बारदान एफसीआई का था लेकिन कट्टे सीलबंद नहीं थे जिसके कारण मंडी प्रशासन को यह स्पष्ट नहीं हुआ कि गेहूॅं पीडीएस का है। बाद में मौके पर तहसीलदार भी पहुंचे और पंचनामा बनाकर गेहूॅ से भरे ट्राले को जप्ती में लिया। ईधर ट्राला पकड़ाते ही चालक और क्लीनर मौके से भाग निकले जिसके कारण तत्काल यह पता नहीं लग पाया कि गेहूॅं कहां से आया था लेकिन आशंका जताई जा रहीं है कि गेहूॅं से भरा ट्राला सुवासरा-शामगढ़ तरफ से मंदसौर पहुंचा है। फिलहाल पूरे मामलें की जांच की जा रहीं है।
ढेर में मिल जाता तो नीलाम हो जाता
बताया जा रहा है कि ट्रक मंडी में ंखाली होने से पहले ही प्रशासन को इसकी सूचना मिल गई यदि कट्टों में भरा गेहूॅ ढेर में मिल जाता तो फिर यह पता हीं नहीं लग पाता कि गेहूॅ पीडीएस का है या किसान के खेत से आया है क्योंकि मंडी में सारा माल डेर लगाकर ही नीलाम किया जाता है लेकिन ढेर बनने से पहले ही कट्टों में ंभरा गेहूॅ पकड़ में आ गया। अब देखना है जांच में क्या निकलता है।
स्टॉक निकलता है बराबर
मंदसौर जिले में लगातार राशन की दूकान पर बिकने वाले गेहूॅ और चावल बाजार में बिकते हुए पकड़े जा रहे है लेकिन फिर भी आज तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हो पाई है। जिम्मेदार हमेंशा कागजों में सब-कुछ पाक साफ बता देते है। दलील दी जाती है कि पीडीएस का राशन लेने वाले लोग ही बाजार में राशन को बेचकर दूसरा राशन खरीद लेते है। ऐसे में जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाहीं होनी चाहिऐ क्योकि टेक्सपेयर के पैसे से सरकार गरीबों की थाली तक राशन पहुंचा रहीं है ऐसे में यदि जिन्हें जरूरत नहीं है उन तक राशन पहुंच रहा है तो इस पर भी रोक लगनी चाहिऐ और सिस्टम में कहीं गड़बडी हो रहीं है तो उस पर भी लगाम लगनी चाहिऐ।
जांच प्रशासन करेंगा
मंडी में ट्राले में करीब साढ़े चार सौ कट्टे भरकर गेहूंॅ आया था जिसके बारदान पर एफसीआई लिखा है। एसडीएम की सूचना के बाद मौके पर पहुंचा था, तहसीलदार ने पंचनामा बनाया है। मौके से ट्राले का चालक और क्लीनर फरार हो गया था जिससे गेहूंॅ के मालिक का पता नहीं चल पाया है। अब इस मामलें की जांच प्रशासन करेंगा।
पर्वतसिंह सिसोदिया
मंडी सचिव