
दिल्ली
१ अगस्त २०२४ को बाल गंगाधर तिलक जी के पुण्यतिथि पर चलो कुछ न्यारा करते है फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के सदस्यो ने दीप , मोमबत्ती जलाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पण की।
एक बयान में फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के निर्देशक प्रित्तेश तिवारी ने बताया की, बाल गंगाधर तिलक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें “लोकमान्य” की उपाधि दी गई थी, जिसका अर्थ है “जनता द्वारा मान्य।” तिलक ने स्वराज्य का नारा दिया और स्वतंत्रता के लिए जनता को संगठित किया। वे एक महान लेखक, विद्वान, और ओजस्वी वक्ता भी थे। उनका प्रसिद्ध कथन, “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा,” भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रेरणादायक साबित हुआ।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित थे, फाउंडेशन के शिक्षा विभाग के निर्देशक के साथ, गिरीश कुमार झा, देवांशी जैन, रुचि शुक्ला, मधु कौशिक, निरंजन कुमार साह विश्वजीत दास, सुषमा बंजारे, विवेक बंजारे, सुनीता बंजारे, लक्की बंजारे, अंजलि सिंह, कनिष्का रावत, राज किशोर, अजय तिवारी, निशा मिश्रा,प्रशांत कुमार, हरिओम कुमार, रूपेश कुमार , अस्मिता चौरसिया, संदीप ,श्रिया सुरेंद्र, सपना कुमारी, मोहित झा, पल्लवी तिवारी, स्वेता तिवारी ने भाग लिया।इस अवसर पर सभी के सक्रिय भूमिका के लिए प्रीतेश तिवारी ने सभी को धन्यवाद दिया तथा हमेशा समाज तथा देश के हित में अपनी भूमिका को लेकर सक्रिय रहने को कहा।