मंदसौरमंदसौर जिला
धर्म धारण करने वाला व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र में सफल होता है-विधायक विपिन जैन
श्रमण संस्कृति संस्कार शिविर का समापन समारोहपूर्वक हुआ
मन्दसौर। श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के तत्वावधान में महावीर जिनालय नया मंदिर व सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज की उत्कृष्ट त्याग व तपस्या को समर्पित श्रमण संस्कृति संस्कार शिविर का आयोजन विद्या गुरू उपकार महोत्सव के रूप में किया गया।
डॉ. चंदा भरत कोठारी ने यह जानकारी देते हुए बताया दिनांक 2 जून रविवार को प्रारंभ हुए आठ दिवसीय संस्कार शिविर का समापन 9 जून को रात्रि 8 बजे से जीवन विलास में समारोह पूर्वक किया गया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्री विपिन जैन उपस्थित हुए, विशिष्ठ अतिथि एमपीईबी के अधीक्षण अभियंता श्री राजेश जैन तथा सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष अजय बाकलीवाल थे। अध्यक्षता महावीर जिनालय संरक्षक श्री शांतिलाल बडजात्या ने की। शिविर के संयोजक पं. आनंद शास्त्री तथा प्रशिक्षकगण पं. आकाश शास्त्री, पं. ऋतिक शास्त्री, पं. इन्द्र शास्त्री व पं. सम्यक शास्त्री भी मंचासीन थे।
समारोह को संबोधित करते हुए विधायक श्री विपिन जैन ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के माहौल में बच्चों में धार्मिक संस्कार व धर्म की भावना को जागृत करना अत्यंत अवश्यक है। आपने कहा जीवन में धर्म धारण करने वाला व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के आयाम स्थापित करता है उन्होंने कहा बच्चों के लिए शिविर लगते तो देखे हैं परन्तु बड़ों के लिए भी शिविर में कक्षाएं लगाई गई, यह अद्भुत कार्य हैं।
विशिष्ठ अतिथि श्री राजेश जैन ने कहा देव शास्त्र गुरु के प्रति अनुराग भाव रखकर जीवन को संवारे। मिथ्यात्व से सम्यत्व की ओर बढ़ने का कार्य शिविर में किया गया है। उन्होंने कहा शिविर में आने से आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने स्वरचित काव्य रचना प्रस्तुत कर आयोजन की सराहना की।
समारोह के अध्यक्ष श्री शांतिलाल बड़जात्या ने कहा समाज में धर्म के प्रति जागृति लाने के लिए संस्कार शिविर लगाना आवश्यक है। शिविरों से धर्म की प्रभावना होकर जीवन मंगलमय बनता है।
शिविर संयोजक श्री प. आनंद शास्त्री ने बताया गुरु के उपकार को दिग दिगांतर तक जीवित रखने का कार्य करते हुए सांगानेर संस्था से प्रशिक्षित 600 विद्धान पूरे देश में धर्म प्रभावना कर रहे हैं।
इस अवसर पर श्री अजय बाकलीवाल व समस्त विद्वतगण ने भी संबोधित किया। स्वागत उद्बोधन महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या ने दिया, सचिव डॉ संजय गांधी ने शिविर की जानकारी प्रस्तुत की।
प्रारंभ में अतिथियों ने आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन किया।
मंगलाचरण नृत्य कु. आरोही राजेश जैन, कु. ड्रीमी अमित गोधा तथा कु. चैत्या सौरभ बड़जात्या ने प्रस्तुत किया।
संतश्री वीरसागर पाठशाला आदिनाथ विहार के बच्चों ने छः लेश्याओं संबंधित नाटिका प्रस्तुत की।
मंचासीन समस्त अतिथियों तथा शिविर में सहयोग प्रदान करने वाले महानुभावों सर्वश्री शांतिलाल बडजात्या, नरेन्द्र कुमार गांधी, डॉ मनसुखलाल गांधी, डॉ. वीरेन्द्र गांधी, पवनकुमार अजमेरा, पं. विजयकुमार गांधी, राजकुमार अनिलकुमार पाटनी, महावीर पाटनी, डॉ. राजकुमार अजयकुमार बाकलीवाल, आदिनाथ ग्रुप, निर्मलकुमार उत्तम झांझरी, भरतकुमार कोठारी, भूपेन्द्र कोठारी, राजेश बड़जात्या, संजय कोठारी, पंकज काटिवाल, विजयेन्द्र कुमार सेठी, अनिल जैन साँवरिया, श्रीमति डॉ. चंदा कोठारी, स्मिता कोठारी, सारिका दोशी, चीना बडजात्या व प्रीति जैन का महावीर जिनालय ट्रस्ट पदाधिकारियों अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या, सचिव डॉ. संजय गांधी, उपाध्यक्ष महावीर पाटनी, कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा, ट्रस्टीगण श्री राजकुमार पाटनी, निर्मल झांझरी, भरत कोठारी, प्रदीप पहाडिया तथा समाजजनों श्री सी. के. जैन, ए. के. हरसोला, सुरेश जैन आदि ने स्वागत किया।
कार्यक्रम में समस्त प्रशिक्षक विद्वतजन को ट्रस्ट की ओर से सम्मानित किया गया।
शिविर के समापन पर आयोजित समारोह में शिविर टॉपर के रूप में कु. चैत्या बड़जात्या व श्रीमती बबीता अनिल पाटनी को अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान किया तथा परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले शिविरार्थियों को श्री शांतिलाल जयकुमार सौरभ गौरव बड़जात्या परिवार की ओर से पुरस्कार दिए गए तथा सभी शिविरार्थी 80 बच्चों को भी प्रोत्साहन पुरस्कार दिए गए।
बच्चों में भाग एक की परीक्षा में प्रथम प्रहान रोहित दोशी, द्वितीय आर्वी शरद जैन तथा तृतीय स्थान पर वचन विनय जैन रहे। भाग दो की परीक्षा में प्रथम छवि महेश जैन, द्वितीय नमन पिंकेश जैन तथा तृतीय स्थान पर सिद्धम रानू जैन रहे।
बड़ों में भक्तामर स्त्रोत की परीक्षा में अधिष्ठा संजय मिण्डा प्रथम, आकांक्षा आनंद जैन द्वितीय तथा रोहित वीरेन्द्र दोषी तृतीय स्थान पर रहे।
रत्नकरण्डक श्रावकाचार की परीक्षा में प्रथम नीलिमा दिनेश जैन, द्वितीय डॉ. डी.के. जैन तथा तृतीय स्थान पर नीता संजय गांधी रहे।
डॉ. कोठारी ने बताया कि परीक्षा में 260 शिविरार्थियों ने भाग लिया।सभी परीक्षार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए।
समारोह में महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष तथा सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष को सांगानेर संस्थान की ओर से सम्मान पत्र भेंट किया गया। अतिथियों को ट्रस्ट द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए। समारोह का संचालन डॉ. चंदा कोठारी ने किया, आभार कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर सर्व श्री कैलाशचंद्र जैन,प्रकाशचंद्र पहाड़िया,धर्मेन्द्र बड़जात्या,प्रवीण जैन सावला,सुनील पाटनी,चंद्र कुमार पाटनी,कमल विनायका,संजय गोधा,मनीष पाटनी,अजीत बंडी आदि बड़ी संख्या में समाज के महानुभव उपस्थित थे।
डॉ. चंदा भरत कोठारी ने यह जानकारी देते हुए बताया दिनांक 2 जून रविवार को प्रारंभ हुए आठ दिवसीय संस्कार शिविर का समापन 9 जून को रात्रि 8 बजे से जीवन विलास में समारोह पूर्वक किया गया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्री विपिन जैन उपस्थित हुए, विशिष्ठ अतिथि एमपीईबी के अधीक्षण अभियंता श्री राजेश जैन तथा सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष अजय बाकलीवाल थे। अध्यक्षता महावीर जिनालय संरक्षक श्री शांतिलाल बडजात्या ने की। शिविर के संयोजक पं. आनंद शास्त्री तथा प्रशिक्षकगण पं. आकाश शास्त्री, पं. ऋतिक शास्त्री, पं. इन्द्र शास्त्री व पं. सम्यक शास्त्री भी मंचासीन थे।
समारोह को संबोधित करते हुए विधायक श्री विपिन जैन ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के माहौल में बच्चों में धार्मिक संस्कार व धर्म की भावना को जागृत करना अत्यंत अवश्यक है। आपने कहा जीवन में धर्म धारण करने वाला व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के आयाम स्थापित करता है उन्होंने कहा बच्चों के लिए शिविर लगते तो देखे हैं परन्तु बड़ों के लिए भी शिविर में कक्षाएं लगाई गई, यह अद्भुत कार्य हैं।
विशिष्ठ अतिथि श्री राजेश जैन ने कहा देव शास्त्र गुरु के प्रति अनुराग भाव रखकर जीवन को संवारे। मिथ्यात्व से सम्यत्व की ओर बढ़ने का कार्य शिविर में किया गया है। उन्होंने कहा शिविर में आने से आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने स्वरचित काव्य रचना प्रस्तुत कर आयोजन की सराहना की।
समारोह के अध्यक्ष श्री शांतिलाल बड़जात्या ने कहा समाज में धर्म के प्रति जागृति लाने के लिए संस्कार शिविर लगाना आवश्यक है। शिविरों से धर्म की प्रभावना होकर जीवन मंगलमय बनता है।
शिविर संयोजक श्री प. आनंद शास्त्री ने बताया गुरु के उपकार को दिग दिगांतर तक जीवित रखने का कार्य करते हुए सांगानेर संस्था से प्रशिक्षित 600 विद्धान पूरे देश में धर्म प्रभावना कर रहे हैं।
इस अवसर पर श्री अजय बाकलीवाल व समस्त विद्वतगण ने भी संबोधित किया। स्वागत उद्बोधन महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या ने दिया, सचिव डॉ संजय गांधी ने शिविर की जानकारी प्रस्तुत की।
प्रारंभ में अतिथियों ने आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन किया।
मंगलाचरण नृत्य कु. आरोही राजेश जैन, कु. ड्रीमी अमित गोधा तथा कु. चैत्या सौरभ बड़जात्या ने प्रस्तुत किया।
संतश्री वीरसागर पाठशाला आदिनाथ विहार के बच्चों ने छः लेश्याओं संबंधित नाटिका प्रस्तुत की।
मंचासीन समस्त अतिथियों तथा शिविर में सहयोग प्रदान करने वाले महानुभावों सर्वश्री शांतिलाल बडजात्या, नरेन्द्र कुमार गांधी, डॉ मनसुखलाल गांधी, डॉ. वीरेन्द्र गांधी, पवनकुमार अजमेरा, पं. विजयकुमार गांधी, राजकुमार अनिलकुमार पाटनी, महावीर पाटनी, डॉ. राजकुमार अजयकुमार बाकलीवाल, आदिनाथ ग्रुप, निर्मलकुमार उत्तम झांझरी, भरतकुमार कोठारी, भूपेन्द्र कोठारी, राजेश बड़जात्या, संजय कोठारी, पंकज काटिवाल, विजयेन्द्र कुमार सेठी, अनिल जैन साँवरिया, श्रीमति डॉ. चंदा कोठारी, स्मिता कोठारी, सारिका दोशी, चीना बडजात्या व प्रीति जैन का महावीर जिनालय ट्रस्ट पदाधिकारियों अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या, सचिव डॉ. संजय गांधी, उपाध्यक्ष महावीर पाटनी, कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा, ट्रस्टीगण श्री राजकुमार पाटनी, निर्मल झांझरी, भरत कोठारी, प्रदीप पहाडिया तथा समाजजनों श्री सी. के. जैन, ए. के. हरसोला, सुरेश जैन आदि ने स्वागत किया।
कार्यक्रम में समस्त प्रशिक्षक विद्वतजन को ट्रस्ट की ओर से सम्मानित किया गया।
शिविर के समापन पर आयोजित समारोह में शिविर टॉपर के रूप में कु. चैत्या बड़जात्या व श्रीमती बबीता अनिल पाटनी को अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान किया तथा परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले शिविरार्थियों को श्री शांतिलाल जयकुमार सौरभ गौरव बड़जात्या परिवार की ओर से पुरस्कार दिए गए तथा सभी शिविरार्थी 80 बच्चों को भी प्रोत्साहन पुरस्कार दिए गए।
बच्चों में भाग एक की परीक्षा में प्रथम प्रहान रोहित दोशी, द्वितीय आर्वी शरद जैन तथा तृतीय स्थान पर वचन विनय जैन रहे। भाग दो की परीक्षा में प्रथम छवि महेश जैन, द्वितीय नमन पिंकेश जैन तथा तृतीय स्थान पर सिद्धम रानू जैन रहे।
बड़ों में भक्तामर स्त्रोत की परीक्षा में अधिष्ठा संजय मिण्डा प्रथम, आकांक्षा आनंद जैन द्वितीय तथा रोहित वीरेन्द्र दोषी तृतीय स्थान पर रहे।
रत्नकरण्डक श्रावकाचार की परीक्षा में प्रथम नीलिमा दिनेश जैन, द्वितीय डॉ. डी.के. जैन तथा तृतीय स्थान पर नीता संजय गांधी रहे।
डॉ. कोठारी ने बताया कि परीक्षा में 260 शिविरार्थियों ने भाग लिया।सभी परीक्षार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए।
समारोह में महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष तथा सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष को सांगानेर संस्थान की ओर से सम्मान पत्र भेंट किया गया। अतिथियों को ट्रस्ट द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए। समारोह का संचालन डॉ. चंदा कोठारी ने किया, आभार कोषाध्यक्ष अभय अजमेरा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर सर्व श्री कैलाशचंद्र जैन,प्रकाशचंद्र पहाड़िया,धर्मेन्द्र बड़जात्या,प्रवीण जैन सावला,सुनील पाटनी,चंद्र कुमार पाटनी,कमल विनायका,संजय गोधा,मनीष पाटनी,अजीत बंडी आदि बड़ी संख्या में समाज के महानुभव उपस्थित थे।