मौसमनीमच

अफीम काश्तकारों में धूल भरी ठंडी हवा, बादलों को लेकर चिंता 

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नीमच-(समरथ सेन/दीपक राठौर) मौसम में कुछ दिनों से आए बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ा दी सुबह से आसमान में बदलो की लुका छिपी जारी रही है दिन भर तेज हवाओं का दौर चला। ठंडी हवाओं के कारण मौसम में बदलाव आ रहा है पालसोड़ा क्षेत्र में तेज हवा से मौसम में ठंड़क घुल गई। इन दिनों फसलों की कटाई का कार्य शुरू होने के साथ ही अफीम के डोडो का चीरा लगाने का कार्य जारी है गेहूं चने की फसल पक चुकी हैं कहीं-कहीं अभी भी खेतों में खड़े हैं पक्की फसलों की कटाई का दौर शुरू हो चुका है किसानों के परिवार फसल से सिमटने एवं खलिहानों से घर तक ले जाने में जुड़े हुए हैं अफीम की अफीम काश्तकारों खेती करने वाले किसानों डोडो को चीरा लगाने में सर्वेच्च प्राथमिकता दे रहे हैं अफीम लुवाई चिराई का कार्य चल रहा है किसानों का कहना है अफीम की फसल मैं नई-नई बीमारियां हो रही है कई तरह के दवाई छिड़काव करने के बाद भी बीमारियों का प्रकोप काम नहीं हो रहा है अफीम की फसल भी कई तरह का रोग हो रहा है किसानों अफीम की औसत की चिंता लगी हुई हैं अफीम की फसल में शुरू से लेकर अभी तक हजारों रूपये की दवाई छिड़काव कर चुके हैं फिर भी बीमारी खत्म नहीं हुई वह बीमारी ऐसी है कि नीचे से अफीम के पौधे को सुखाते हुए ऊपर तक चली जाती हैं इस रोग से अफीम उत्पाद पर काफी फर्क पड़ता है अफीम पूरी तरह से कई प्रकार रोग आ रहा है। व औसत पूरी करने का भय उन्हें सता रहा है इसी कारण सवेरे से ही किसानों का रूख खेतों की ओर बढ़ने लगता है रबी की फसल के अंतिम चरण में भी मजदूरों को पूछ परख बनी हुई है फलस्वरुप ग्रामीण अंचलों में प्रात: से लेकर संध्या तक सन्नाटा छा जाता है खेत-खलिहानों में किसानों ग्रामीणों परिजनों , मजदूरों का जमावड़ा लगा है

*अफीम के खेत में क्यों डर रहे किसान*

इन दिनों अफीम की खेती करने वाले किसानों को अजीब सा डर सता रहा है। किसानों का बताया कि मौसम बदलवा के कारण अफीम के डोडे में चीरा लगाने से डर लग रहा है। यदि चीरा लगाने के बाद पौधा जमीन पर गिर गया तो उनकी मेहनत पूरी खराब हो जाएगी। क्योंकि इस बार शुरु से ही मौसम बदलाव के कारण अफीम फसल सही से उत्पादन नहीं हो रही नारकोटिक्स विभाग ने किसानों को पट्टे देने की सौगात दी तो उनके चेहरे खिल उठे, लेकिन अब उनकी चिंता अफीम के पौधे में हुई बीमारी ने बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि मौसम में परिवर्तन से किसानों को खेतों में खड़ी फसल को बचाने की चिंता सताने लगी है बारिश हो होती है तो सबसे ज्यादा नुकसान अन्य फसलों के साथ अफीम फसल को होने की संभावना ज्यादा है

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