सीएम हेल्पलाइन में बार-बार की शिकायतों को अब नहीं मिलेगी तवज्जो, ग्रेडिंग में नहीं होगी शामिल
***************************
✍️विकास तिवारी
जबलपुर। सीएम हेल्पलाइन में एक ही व्यक्ति द्वारा बार-बार की गई शिकायतों पर अब छन्ना लगेगा। मसलन एक ही शिकायतकर्ता द्वारा बार-बार की गई शिकायतों को छान कर पृथक रखा जाएगा। ताकि ऐसी शिकायतों के कारण हर माह जारी की जाने वाली जिलावार, विभागवार मासिक ग्रेडिंग प्रभावित न हो। संचालक सीएम हेल्पलाइन भाेपाल ने इस संबंध में आदेश जारी कर स्पष्ट कहा है कि एक ही व्यक्ति व शिकायतकर्ता द्वारा 10 से अधिक बार की गई शिकायतों को पृथक रखा जाए। संचालक सीएम हेल्पलाइन भोपाल के इस निर्णय से बार-बार की जाने वाली व फर्जी शिकायतों पर रोक लगेगी वहीं इससे दो बार सीएम हेल्पलाइन में प्रदेश भर में अव्वल रहे जबलपुर नगरीय निकाय की ग्रेडिंग भी प्रभावित हो सकती है।
दबाव बनाने भी करते है शिकायत
दरअसल सीएम हेल्पलाइन का दुरूपयोग भी किया जा रहा है। कतिपय आदतन शिकायतकर्ता अपने निजी स्वार्थ और दूसरे पर दबाव बनाने के लिए सीएम हेल्पलाइन को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर शिकायत करते हैं। इस तरह के शिकायतें अतिक्रमण करने, अवैध निर्माण करने से भी जुड़ी होती है। कुछ ऐसे भी जो फर्जी शिकायत कर दबाव बनाते हैं। जिससे शिकायतों का आंकड़ा भी बढ़ जाता है। लेकिन अब ऐसी शिकायतों को तवज्जो नहीं दी जाएगी।
इसलिए नहीं दी जाएगी तवज्जो
प्रदेश के जिलों में की ग्रेडिंग में सामने आया है कि सीएम हेल्पलाइन में ऐसे भी आदतन शिकायतकर्ता बार-बार शिकायत कर ग्रेडिंग प्रभावित कर रहे हैं। शिकायतों का निराकरण हो जाने के बाद भी शिकायत से संतुष्ट नहीं होते। कई तो ऐसे हैं जो 10 से अधिक बार शिकायत करते हैं, इसमें से कुछ फर्जी भी होती है, इन शिकायतों से ग्रेडिंग प्रभावित हो रही है। कोई जिला, विभाग लगातार शीर्ष पर बना है तो कोई ग्रेडिंग में पिछड़ रहा है। लिहाजा संचालक सीएम हेल्पलाइन भोपाल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सीएम हेल्पलाइन 181 में की गई शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण तरीके से निराकरण कर प्रतिमाह जिलेवार, विभागवार मासिक ग्रेडिंग जारी की जाती है।
निराकरण के बाद भी शिकायतें नहीं होती बंद
विगत कई दिनों से विभिन्न जिला से यह जानकारी भेजी जा रही है कि कतिपय आदतन शिकायतकर्ताओं द्वारा पोर्टल पर बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज की जा रही है। निराकरण हो जाने के बाद भी इन शिकायतों को बंद नहीं कराया जाता जिसके कारण मासिक ग्रेडिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस समस्या के निराकरण के लिए ये निर्णय लिया जाता है कि प्रतिमाह जारी की जाने वाली जिलेवार, विभाग मासिक ग्रेडिंग में एक ही व्यक्ति, शिकायतकर्ता की 10 से अधिक शिकायतें की पाए जाने पर उन शिकातयों को मासिक ग्रेडिंग से पृथक कर मासिक ग्रेडिंग जारी की जाए।
ग्रेडिंग बढ़ाने विभाग भी लेते हैं सहारा
सीएम हेल्पलाइन पर मुख्यमंत्री का खास फोकस है। यही कारण है कि कुछ विभाग सीएम हेल्पलाइन में एक से अधिक बार की गई शिकायतें करवा कर इसका निराकरण कर ग्रेडिंग बढ़ा रहे हैं। वहीं कुछ ऐसी भी शिकायतें होती है जिनका निराकरण न होने पर भी उन्हें बंद करवा कर ग्रेडिंग में शामिल कर लिया जाता है। लेकिन शासन स्तर पर लिए गए इस निर्णय के बाद जबलपुर जिला व नगर निगम की ग्रेडिंग गिर सकती है।