धर्म ,संस्कृति और राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए : पंवार

धर्म ,संस्कृति और राष्ट्र के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए : पंवार
(सतीश शर्मा)
गरोठ– वीर बाल दिवस का यह पुनीत दिन हमे उन अमर बलिदानियों की याद दिलाता है जिन्होंने अपनी छोटी से उम्र मै ही धर्म, संस्कृति और सत्य की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।साहिबजादो का बलिदान हम सबको त्याग अद्भुत साहस का परिचय देता है।उक्त बात शासकीय उच्चतर कन्या विद्यालय गरोठ मै वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मै मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष बलवंत सिंह पंवार ने छात्राओं और विद्यालय परिवार को संबोधित करते हुए कही।
पंवार ने कहा कि 7 वर्षीय और 9वर्षीय साहेबजादे फतेह सिंह और जोरावर सिंह ने अपनी माता के समक्ष औरंगजेब और उसकी सेना के इस्लाम कबूल नहीं करते हुवे इस राष्ट्र धर्म संस्कृति के लिए अपने को जिंदा दीवारों मै चुनवाना कबूल कर लिया लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं किया जो हमें त्याग और बलिदान सिखाता है ।दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी और उनके परिवार ने सिख धर्म के लिए अपने प्राणों की परवाह नहीं करते हुवे अमर बलिदान दिया जिसे भारत वर्ष कभी नहीं भूल सकता है 2022 मै देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने वीर बाल दिवस घोषित कर वीरों के बलिदान को समाज और युवाओं को अवगत करने का कार्य किया है आने वाली पीढ़ी यह समाज सके कि भारत वर्ष का इतिहास कितना गौरवशाली इतिहास ही जिससे हम सबको प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।साहिबजादो का बलिदान त्याग व्यर्थ नहीं गया और लाखों लोगों मै साहस भरा आज भी हमे प्रेरणा रास्ता दिखाती है।हमारा इतिहास अनेक वीर योद्धाओं से भरा हुआ है बालक कल्याण छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ लड़ने वाला बाल योद्धा ,झांसी की रानी का दत्तक पुत्र बाला साहब जो 14 वर्ष की उम्र मै लड़े और इस राष्ट्र और संस्कृति के लिए शहीद हो गए भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु जैसे क्रांतिकारीयो ने युवावस्था में क्रांति की मशाल जलाई। कार्यक्रम को मंडल भाजपा उपाध्यक्ष दिनेश मालवीय गुरुकृपा ने भी संबोधित किया ।कार्यक्रम मै सर्वप्रथम साहिबजादो के चित्र पर माल्यार्पण किया।इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य देवेंद्र सिसोदिया,सहित विद्यालय परिवार एवं छात्राएं उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन शिक्षक राजेश नाडिया,आभार सुरेश प्रजापति ने माना।


