सीतामऊ छोटी काशी कि धरा पर संतगणों कि शोभायात्रा एवं धर्म सभा हुई संपन्न

धर्म सभा में संतों ने क्षेत्रीय विधायक डंग को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर सौंपा पत्र


सीतामऊ।ये सभी मंच पर बैठे कोई बढ़ा नहीं है आप सभी हमारे भगवान है। ये सभी मंच पर बैठे संगठन के माध्यम से आपकी अपनी सेवा संकट में सहयोग के लिए है। इनकी ताकत आप हैं। उक्त उद्बोधन आर्यावर्त षट्दर्शन साधु मंडल भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर राम भूषण दास जी महाराज (अयोध्या) ने पोरवाल मांगलिक भवन सीतामऊ में आयोजित संत पुजारीयों के राष्ट्रीय अधिवेशन धर्म सभा को संबोधित करते हुए कही ।आपने कहा कि आपकी ताकत ही सरकार से हम अपनी मांग मनवा सकते हैं। मै भी इनके बीच मे रहकर आपकी सेवा के लिए हूं।हमारे मन मैं बहुत पीड़ा है। आज जो पांच मांगे विधायक जनप्रतिनिधि से रखी वो माने और हमें अपना हक मिले। मांगें मिले न भीख बिन मांगे मोती मिले, पुरे मध्यप्रदेश में ही मठ मंदिरों कि जमीनों कि नीलामी का कानून हैं।वो हटना चाहिए।
सभा को संबोधित करते हुए महामंत्री महंत मोहनदास जी दतिया ने कहा कि सनातन है तो हम हैं हमारी पहचान है।हम सनातन धर्म का पालन करे और घर घर अलख जागाए। सनातन नहीं तो हम नहीं है हम नहीं तो ये देश नहीं रहेगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महंत योगेन्द्र पुरी ने कहा कि हमें अपनी मांगों और सनातन धर्म के लिए आगे बढ़ाना है इसके लिए 40 हजार संतों के साथ मुख्यमंत्री का घेराव करने जाना है। महंत जी ने कहा कि हमे तेज पत्ता नहीं नमक और शक्कर बनना है। समाज के हर व्यक्ति से हमको जुड़ना है। हमारे आश्रम पर अखाड़े का नाम जरुर लिखे।यह हमारी पहचान है। अखाड़े से जुडे़ संत और आश्रम पर लिखा होने पर कोई आसुरी शक्ति नुकसान नहीं पहुंचा सकती है।
श्री श्री महामंडलेश्वर रामेश्वर दास महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि जो कहते हैं वो करते नहीं जो करते हैं वो कहते नहीं 52 हजार मठ मंदिरों पर कलेक्टर बिठा दिया। ये मठ मंदिरो कि संपत्ति हमें राजा महाराजाओं द्वारा मिली न कि शासन प्रशासन से मिली है इसलिए हमारी संपत्ति पर उनका कोई अधिकार नहीं है। महामंडलेश्वर जी ने कहा कि हमने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को अपनी व्यवस्था के लिए चुना है।
संगठन 21 दिनों का समय देता है कि हमारा 11 संत पुजारीयो कि कमेठी मिलेगी और मांग रखेंगी।
महामंडलेश्वर जी ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री मोहन यादव जी बने वो सनातन धर्म के लिए कार्य कर रहे हैं।पर वो यादव वंश के है और उन्हें गोमाता के लिए भी सोचना चाहिए। सोचना नहीं भटकती गौ माता के लिए ठोस कानुन और गौ माता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए आगे आना चाहिए।
धर्म सभा को मप्र प्रदेश अध्यक्ष महंत जितेंद्र दास महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि आर्यावर्त षट्दर्शन साधु मंडल बहुत पुराना और बहुत मजबूत संगठन है। संगठन का मध्यप्रदेश के हर जिले में में ही नहीं तहसील स्तर तक पहुंच गया है। हमारी एकजुटता ही संगठन कि ताकत है। इसके लिए समय समय पर सभी पदाधिकारी जिले और तहसील स्तर पर बैठक करे और संगठन मुजबत करने तथा सदस्यों कि समस्या से कैसे हल कर सकते उस पर विचार विमर्श होना चाहिए। हम सबका एक ही लक्ष्य है सनातन धर्म कि अलख घर घर में जगाना, गौ माता कि रक्षा, मठ मंदिरों को सरकारीकरण कलेक्टर प्रबंधक गुलामी से मुक्ति पाना है। हमें पैसे लेकर नौकर नहीं बनना है।हमारा हक हमें लेना है। हम मालिक होते हुए भी गुलाम बना दिया गया।
महंत जी ने कहा कि सीतामऊ तहसील में पुजारीयों को मुआवजा मिल गया है।पर मंदसौर में नहीं मिला यह विकृति पुरे मध्यप्रदेश में हटना चाहिए।
क्षेत्रीय विधायक हरदीप सिंह डंग ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी संत गणों धर्मप्रेमी जनों को प्रणाम करता हूं और आपके द्वारा मांगों को लेकर पत्र प्रदान किया गया इन मांगों को मुख्यमंत्री जी से अवगत कराकर समय लेकर आपके प्रतिनिधि मंडल के साथ भेट कर स्वीकृति कि दमदारी से मांग कि जाएगी।
इस अवसर पर संत गणों द्वारा विधायक हरदीप सिंह डंग एवं जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ विजय पाटीदार को अपनी मांगों को लेकर निवेदन पत्र सौंपा गया।
धर्म सभा को राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री महंत देवदास महाराज, मप्र प्रदेश संरक्षक महंत स्वासानंद महाराज प्रदेश उपाध्यक्ष महंत राघव पुरी महाराज मध्य प्रदेश महामंत्री महंत यंगेश्वर दास महाराज प्रदेश कोषाध्यक्ष महंत अवधेश दास निर्मोही मंदसौर जिला अध्यक्ष महंत अरविंद आनंद सरस्वती साध्वी मंडल प्रदेश अध्यक्ष साध्वी जयमाला वैष्णव आदि ने भी धर्म सभा को संबोधित किया।
सभा का संचालन राष्ट्रीय संगठन मंत्री महंत बाल योगेश्वर शनिदेव सिंगणापुर ने एवं प्रदेश उपाध्यक्ष महंत सेवकदास महाराज आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री महंत मोहनदास महाराज ने आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन गुजरात अहमदाबाद में घोषणा की घोषणा की।
धर्म सभा के पूर्व प्रातः कालीन बेला में आराध्य देवी मोड़ी माता जी के मंदिर प्रांगण में धर्म प्रेमी जैन साधु संत महात्मा पहुंचे जहां पर सभी ने माता जी की पूजा अर्चना कर महा आरती की तथा महंत जितेंद्र दास महाराज के नेतृत्व में सभी को केसरिया दुपट्टा पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया तत्पश्चात बैंड बाजे ढोल धमाके तथा घोड़ी पर सवार होकर नागा साधु कि अगुवाई में एवं राष्ट्रीय वरिष्ठ संतों को रथ में पदार्पण किया जाकर एवं निर्मोही अखाड़ा के संतों द्वारा हनुमान जी के निशान अखाड़े के साथ 500 से अधिक संतों का नगर भ्रमण पुजारीयों धर्म प्रेमी जनों कि उपस्थिति में प्रारंभ होकर गणपति चौक महावीर चौक आज चौक राजवाड़ा चौक होकर परशुराम मार्ग से महाराणा प्रताप चौक बस स्टैंड होकर पोरवाल मांगलिक भवन पहुंचे। शोभा यात्रा का बड़ी संख्या में सनातन धर्म के समाज एवं विभिन्न संगठनों के प्रमुखों एवं पदाधिकारी के नेतृत्व में समाज सदस्य गणों के साथ-साथ दाऊदी बोहरा समाज द्वारा फुल वर्षा कर स्वागत वंदन अभिनंदन कर संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया। आयोजन में दिनेश सेठिया लक्ष्मीनारायण मांदलिया गणेश टांक लक्ष्मीनारायण कारा अशोक शुक्ला, कैलाश घाटिया काका,दिलीप कारा, नवीन विश्वास द्विवेदी, सुश्री हंसा सेंगर, भावेश राव,विक्रम ढाणक व्यवस्था में एवं मिडिया प्रभारी देवीदास बैरागी सुरेश गुप्ता आदि प्रमुख जन संतों के सेवा में समर्पित रहे।

