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अष्टापदम से सिद्धचलम छः री पालित संघ के पत्रिका लेखन का कार्य विधि विधान से संपन्न हुआ

अष्टापद पालिताना जैन तीर्थ में 

अष्टापदम से सिद्धचलम छः री पालित संघ के पत्रिका लेखन का कार्य विधि विधान से संपन्न हुआ

किशनगढ़ ताल

ठाकुर शंभू सिंह तंवर

अष्टपद जैन तीर्थ से 7 दिसंबर से निकलने वाले अष्टापदम से सिद्धचलम पालीताना जैन तीर्थ के निकलने वाले छः री पलीत पैदल संघ की पत्रिका लेखन का कार्य आचार्य श्री जिन पियूष सागर सूरी जी के शिष्य सम्यक रत्न सागर एवं संवेग रत्न सागर तथा अष्टापद जैन तीर्थ प्रेरिका श्री जिन शिशु प्रज्ञा श्रीजी आदि ठाणा की निश्रा में तथा मुख्य संघपति तथा अन्य संघपति की उपस्थिति में विधि विधान के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम का आयोजन श्री वर्तमान जैन सुकरत ट्रस्ट अष्टापद द्वारा आयोजित किया गया इस दौरान भारत भर के संघपति एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे

परमात्मा की आज्ञा सर्वोपरि रहना चाहिए 

परमात्मा की आज्ञा के बिना कुछ भी संभव नहीं है इसलिए उनकी आज्ञा हमेशा सर्वोपरि रहना चाहिए उक्त बात संवेग रत्न सागर जी महाराज ने अष्टापद तीर्थ में पत्रिका लेखन के दौरान धर्म सभा में कहीं उन्होंने यह भी कहा कि मनुष्य जीवन में व्यक्ति को आंख और दृष्टि दोनों मिली हुई है यह सब पुण्य के उदय के कारण मिला है आंख से हम सब कुछ देख सकते हैं लेकिन दृष्टि हमारे विचारों को पहचान का काम करती है यह पैदल संघ आपके लिए सौभाग्य का फल है , अष्टापद तीर्थ प्रेरिका श्री जिन शिशु प्रज्ञा श्रीजी ने कहा कि जो सीधा चलता है और सरल होता है वही सिद्ध पहुंचता है जो सिद्ध पहुंचता है वही सिद्धचल पहुंचता है जहां अनंत अनंत आत्माएं मोक्ष गई है और वहां पर हमें क्रिया और भक्ति भावना करने का अवसर मिलता है, परमात्मा की भक्ति ही मोक्ष मार्ग की ओर ले जाती है , पैदल संघ में भारत भर के श्रावको ने अपनी संपत्ति का सदुपयोग कर पुण्य कमाने का जो कार्य किया है यह एक अनुकरणीय है संवेग रत्न सागर जी महाराज ने दीक्षा की बहन पूर्वी डोसी को दीक्षा का मुहूर्त प्रदान किया इस दौरान के परिजन भी उपस्थित थे पूर्वी डोसी ने संबोधन में कहां की श्री जिन शिशु प्रज्ञा श्रीजी के आशीर्वाद और स्नेह के कारण आज हमें यह अवसर मिला है मेरा परमात्मा से यही विनती है कि मेरा संयम का मार्ग हमेशा सफल हो ।

यह है संघपति

अष्टापद तीर्थ से पालीताणा निकलने वाले 41 दिवसिय पैदल संघ का लाभ मुख्य संपति महेंद्र कुमार गेंदालाल चिपड प्रतापगढ़ , स्वर्ण संघपति , जयंतीलाल जसुमति दख जावरा, गंभीर राजेश संचेती परिवार सिवनी स्वर्ण संघपति , आदरकुमार भंसाली परिवार जोधपुर , रमेश चंद्र कोठारी परिवार अमलनेर मुंबई , मदन चंद मधु भाई घेवरचंद वाणिया विहार रजत संपत्ति रविंद्र सिंह यादवेंद्र सिंह श्रीमाल परिवार रिंगनोद , संजय गांग इंदौर , निर्मल कुमार चत्तर परिवार जयपुर , मोहन देवी भगवान दास तातेड सियामी बाड़मेर, बाबू प्रकाश कोठारी परिवार प्रतापगढ़ राजस्थान , विनोद कुमार चिपड प्रतापगढ़ , भावना भारत वीरा परिवार जबलपुर, अंबालाल चंडालिया प्रतापगढ़ , पारसमल बुरड परिवार दुर्ग महेद्र चोपड़ा परिवार रतलाम अश्विन छोरिया परिवार प्रतापगढ़ , आजाद सिंह ददडा परिवार जावरा , पारस चंद कवाड़ परिवार फलोदी , डॉ सुनील कुमार अंशुल कुमार चोपड़ा परिवार आलोट , विनीत छाजेड़ परिवार खाचरोद चंद्रशेखर डोसी परिवार प्रतापगढ़ सिद्धार्थ मोदी परिवार प्रतापगढ़ , भभूतमल सांड परिवार जबलपुर श्रेयांश कुमार लोढ़ा परिवार नीमच , प्रमोद संचेती परिवार लालबर्रा बालाघाट सुनील गांग इंदौर , यथार्थ कोचर बालाघाट , हेमंत राज बछावत मेहता परिवार नागौर नितेश कुमार प्रियंक कुमार बांठिया परिवार प्रेमचंद बरडिया परिवार जबलपुर संदीप चोपड़ा परिवार महिदपुर जय जिनेंद्र के लाभार्थी छगनलाल डोसी परिवार ने लाभ लिया है कार्यक्रम मैं अष्टापद ट्रस्ट मंडल के जयंतीलाल दख, आजाद सिंह ददडा, राजमल धारीवाल , डॉ सुरेश मेहता , रविंद्र सिंह श्रीमाल , मनीष कोचर ,सुनील गांग , सुरेश डोसी , नितेश बांठिया पंकज मेहता , प्रदीप चौधरी , सरदार मल चोरडिया डॉ सुनील चोपड़ा महेंद्र चोपड़ा मालवा खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष ठाकुर बसंत सिंह श्रीमाल महिदपुर श्री संघ के अध्यक्ष सरदारमल चोपड़ा , नरेंद्र नाहर नागेश्वर तीर्थ के सचिव धर्मचंद जैन , बाबूलाल शेखावत सहीत कई संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहें।

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