
राजेन्द्र देवड़ा
दलालों की छानबीन होने से कंजर समस्या का निदान हों सकता है….?
आलोट। कंजरो की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की कार्य योजना के साथ ही अब रतलाम जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार कंजरो के दलालों कि कुंडली खंगालेंगी जा रही है आलोट क्षेत्र के गांव में गांव में ऐसे कई कंजरो के दलाल हैं जिनकी सूची पुलिस के पास पहुंची गई है जो इनकी पूजा मदद करते रहे हैं…या वारदातो के बाद सामान लौटाने में सौदाबाजी करने की मध्यस्थता का काम करतें रहें हैं।
गत दिनों में जावरा पुलिस ने दो कंजर गिरोह को पकड़ा है पुलिस उनका मुंह खुल रहा और उनके मोबाइल फोन से दलालों कि राती बंदी हों रही है दलालों को नींद नहीं आ रही है। पुलिस सूत्रों के कहना है आलोट क्षेत्र में कंजरो के 80 से अधिक दलाल सक्रिय बताएं जा रहें हैं ये नाम कहीं और से नहीं पुलिस ने पकड़े कंजरो के मोबाइल फोन पर से दलालों के नम्बर मिलें हैं अब कंजर दलालों को हत्थे चढ़ा है ताल बरखेड़ा आलोट जावरा क्षेत्र के ऐसे दर्जनों नाम सामने आ सकते है जब पुलिस इमानदारी से हर गांव में दलालों को निकाल कर सही जांच कर दलालों पर कार्रवाई करतीं हैं तों कंजर कभी कोई वारदात नहीं कर सकता क्योंकि दलालों के कारण ही यह कंजर का काम चल रहा है। पुलिस इन दलालों की छानबीन करने में जुटे चुकीं हैं ।
कंजरो के लिए दलाली करने वाले की जो सूची पुलिस के हत्थे चढ़ी है वह कोई सामान्य लोग नहीं हैं बड़े बड़े के नाम सामने आने वाले हैं। कुछ गिने चुने कंजरो की गिरफ्तारी के बाद की स्थिति है अभी और फरार कंजर पुलिस पकड़ लेती है तो कोई का नाम सामने आने से कोई नहीं रोक सकता है कंजर से बड़े दलाल है। रतलाम जिले में 90 से अधिक कंजर फरार चल रहे हैं इनमें से फरारी वारंटी स्थानी वारंटी इनामी वारंटी कंजर शामिल हैं यह वारदातो में शामिल रहे हैं जो अब तक फरार चल रहे हैं।
90 के दशक में तात्कालिक उज्जैन संभाग डीआईजी, रतलाम जिला पुलिस अधीक्षक वरुण कपुर ने कंजर समस्या को गंभीरता से लेते हुए इस पर काम किया था एसडीओपी सोहेल मोहम्मद खान तथा कंजर जाति सुधार समिति अध्यक्ष कृष्णा जो जनपद पंचायत सदस्य के अथक प्रयासों से 150 से अधिक कंजरो ने आलोट पुलिस थाना परिसर में आत्म समर्पण किया था।
अब समय आ गया है पुलिस उन सभी कंजर दलालों के चेहरे से नकाब हटाऐ जो कंजरो कों पनाह और उनको सरंक्षण देते आए हैं।



