मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 18 नवंबर 2025 मंगलवार

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विशेष गहन पुनरीक्षण हेतु बीएलओ कर रहे घर घर संपर्क

मंदसौर 17 नवंबर 25/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती अदिती गर्ग के निर्देशन में जिले की सभी पंचायत भवनों एवं नगरीय निकायों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य हेतु हेल्प कैंप प्रारंभ कर दिए गए हैं। इन कैंपों में लगातार उपस्थित रहकर प्रत्येक केंद्र पर गणना पत्रक लेने का कार्य सुचारू रूप से जारी है।

कैंपों में पटवारी, सचिव, रोजगार सहायक एवं ग्राम स्तरीय समस्त अमला तैनात है, जो पुनरीक्षण संबंधी सभी कार्यों का समयबद्ध निष्पादन कर रहे हैं। व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जो नियमित रूप से कैंपों का निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं तथा गणना पत्रकों के एकत्रीकरण को सुनिश्चित कर रहे हैं।

जिला प्रशासन ने आम जनों से अपील की है कि वे गणना पत्रक भरकर शीघ्र बीएलओ को जमा कराएं। यदि फॉर्म भरने में किसी प्रकार की समस्या आती है तो संबंधित बीएलओ से संपर्क करें। बीएलओ प्रत्येक नागरिक की सहायता के लिए उपलब्ध हैं और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

जिला प्रशासन ने कहा है कि सभी नागरिक पुनरीक्षण कार्य में सहयोग कर अपने मतदाता सूची संबंधी विवरणों का सत्यापन और अद्यतन अवश्य कराएं।

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प्री रिपब्लिक डे कैंप पूर्ण कर लौटे विनय शर्मा का महाविद्यालय में हुआ सम्मान

मंदसौर। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंदसौर के प्राचार्य डॉ. टी. के. झला ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) इकाई के वरिष्ठ स्वयंसेवक विनय शर्मा (एम.ए. प्रथम सेम.) का पूर्व में प्री रिपब्लिक डे कैंप (Pre-RD Camp) हेतु चयन किया गया था। वे जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर में आयोजित 10 दिवसीय प्री-आर.डी. शिविर पूरा कर महाविद्यालय लौट आए हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय की ओर से उनका सम्मान किया गया तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ₹500 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
प्राचार्य डॉ. टी. के. झाला ने कहा कि विनय का चयन और शिविर को सफलतापूर्वक पूर्ण करना महाविद्यालय के लिए गौरव का विषय है।
एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनिल कुमार आर्य एवं ललिता लोधा ने विनय को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिविर के दौरान विनय ने दृढ़ अनुशासन और समर्पण का परिचय दिया। शिविर की दिनचर्या अत्यंत कठोर थी — प्रातः 5 बजे प्रभात फेरी और योग से दिन की शुरुआत होती थी, उसके बाद प्रतिदिन लंबे समय तक परेड अभ्यास तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में सहभागिता उनका नियमित कार्यक्रम रहा।
विनय शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ग्वालियर में बिताए दस दिवस उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण और अनुशासित दिवस रहे। शिविर ने उन्हें आत्मविश्वास, समय-प्रबंधन, नेतृत्व और टीमवर्क की अनमोल सीख दी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय महाविद्यालय, गुरुजनों और एन.एस.एस. के मार्गदर्शकों को दिया।
विनय की इस उपलब्धि पर जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्री नरेश चंदवानी, प्राचार्य डॉ. टी. के. झाला एवं एन.एस.एस. जिला संगठक डॉ. के. आर. सूर्यवंशी ने विनय को आगामी आर.डी. (गणतंत्र दिवस) शिविर के लिए शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि वे आगे भी महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे।
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मतदान केन्द्र 67 के बीएलओ सुश्री दीपिका पंवार को कारण-बताओ सूचना पत्र जारी

विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य में की जा रही थी लापरवाही

निरीक्षण में मतदान केंद्र बंद तथा बीएलओ अनुपस्थित पाए गए

मंदसौर 17 नवम्बर 2025/ अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती एकता जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) 2026 का कार्य जिले में प्रचलित है। इसी क्रम में मतदान केन्द्र क्रमांक 67, मा.शा. भवन उ.भाग ऐरा के लिए बीएलओ बीएलओ सुश्री दीपिका पंवार नियुक्त किया गया था।

निर्धारित बीएलओ सुश्री दीपिका पंवार द्वारा न तो मतदाताओं का मैपिंग कार्य किया गया और न ही गणना पत्रक का वितरण। बीएलओ सुपरवाइजर द्वारा फोन एवं व्हाट्सएप्प के माध्यम से कई बार अवगत कराने के बावजूद बीएलओ द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया गया और न ही कोई उत्तर प्रदान किया गया। परिणामस्वरूप आज दिनांक तक उक्त केंद्र पर गणना पत्रक प्राप्त एवं वितरित नहीं हो सके, जिससे मतदान केंद्र क्रमांक 67 पर SIR से संबंधित कोई गतिविधि संचालित नहीं हो पाई।

सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण में मतदान केंद्र बंद पाया गया तथा बीएलओ केंद्र पर अनुपस्थित रहीं। ग्रामीणों से चर्चा कर पंचनामा भी तैयार किया गया, जिसमें निर्वाचन के महत्वपूर्ण कार्य को करने से बीएलओ द्वारा इंकार किए जाने की पुष्टि हुई।

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 13(ग) एवं 32 के अनुसार निर्वाचन कार्य से इंकार करना या आदेशों की अवहेलना करना दंडनीय कृत्य है। इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए संबंधित बीएलओ को कारण-बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है तथा उनसे 3 दिवस के भीतर अपना प्रतिउत्तर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

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आयुर्वेद के सिद्धांतों का वैश्विक विस्तार समय की मांग – मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया

मंदसौर 17 नवंबर 2025 / महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा कि आयुर्वेद केवल चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि भारतीय ज्ञान, संस्कृति और विज्ञान का समन्वित स्वरूप है, जिसे आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली में समाहित करना समय की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के सिद्धांतों का उन्नयन और उनका व्यापक एकीकरण आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास के लिये जरूरी है। मंत्री सुश्री भूरिया रविवार को सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी भोपाल में आयोजित “सु-संतति 2.0” संगोष्ठी को संबोधित कर रही थीं।

कुपोषण से लड़ाई में आयुर्वेद कारगर हथियार

मंत्री सुश्री भूरिया ने प्राचीन ज्ञान और विज्ञान के माध्यम से सुजनन विज्ञान की विरासत को आगे बढ़ाना” विषयक संगोष्ठी की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन समयानुकूल और भविष्य की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश की लगभग 75 प्रतिशत जनसंख्या तक पोषण, स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दों पर कार्य कर रहा है, जो इसे सबसे प्रभावी जनहितकारी विभाग बनाता है। उन्होंने कहा कि कमजोर और एनीमिक मां, कुपोषित बच्चों को जन्म देती है, जिससे उनका संपूर्ण जीवन जोखिम में रहता है। वहीं कुपोषण का दुष्चक्र देश की प्रगति में भी बाधक बनता है। मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वर्णित गर्भसंस्कार की अवधारणा विज्ञानसम्मत एवं व्यवहारिक है, जिसमें संतुलित आहार, सकारात्मक विचार और जीवनशैली गर्भस्थ शिशु के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कोविड काल में आयुर्वेद ने बचाई अनेक जिंदगियां

मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि कोविड काल ने यह सिद्ध कर दिया कि आयुर्वेद, योग और प्राचीन उपचार पद्धतियां आज भी उतनी ही प्रभावी हैं जितनी सदियों पहले थीं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों ने घरेलू आयुर्वेदिक उपायों से अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा। इसी कारण आज के युग में आयुर्वेद को उन्नत कर स्वास्थ्य व्यवस्था में शामिल करना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आयुष विभाग के माध्यम से आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयासों का भी उल्लेख किया।

‘मोटी आई’ अभियान से 1800 से अधिक बच्चे कुपोषण से बाहर आए

मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि आयुर्वेद पर उनकी आस्था ही थी कि उन्होंने अपनी विधानसभा और जिला स्तर पर कुपोषण निवारण का बड़ा अभियान ‘मोटी आई’ शुरू किया। इसमें बच्चों को आयुर्वेदिक तेल से मालिश, आयुर्वेदिक उपचार और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया गया। जिले में 1950 चिन्हित बच्चों में से 1800 से अधिक बच्चे कुपोषण मुक्त हो गए। उन्होंने बताया कि इस नवाचार के लिए जिले की कलेक्टर को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार भी मिला है।

वैज्ञानिक शोध और क्लीनिकल ट्रायल से बढ़ेगी आयुर्वेद की वैश्विक विश्वसनीयता

मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि आयुर्वेद को विश्वपटल पर प्रमुख स्थान दिलाने के लिए जरूरी है कि आयुर्वेदिक औषधियों पर विस्तृत शोध हो, क्लीनिकल ट्रायल हों और इनके परिणाम प्रमाण-आधारित रूप में दुनिया के सामने आएं। उन्होंने सुझाव दिया कि नई पीढ़ी के चिकित्सकों को आधुनिक चिकित्सा और आयुर्वेद के मध्य तालमेल स्थापित करने का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि मरीज को दोनों प्रणालियों का लाभ एक साथ मिल सके।

आयुर्वेद को स्वास्थ्य नीति में सम्मिलित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा मध्यप्रदेश

मंत्री सुश्री भूरिया ने केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार के आयुष क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश ने खुशीलाल आयुर्वेदिक संस्थान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्वरूप दिया है, जहाँ देश-विदेश से लोग आयुर्वेदिक उपचार और जीवनशैली आधारित थेरेपी के लिए आते हैं। आयुर्वेद हमारी सांस्कृतिक और वैज्ञानिक विरासत है, जिसे आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर भारत वैश्विक मंच पर एक नया, संतुलित और टिकाऊ स्वास्थ्य मॉडल प्रस्तुत कर सकता है।

इस अवसर पर मंत्री सुश्री भूरिया ने सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी की चांसलर प्रीति सलूजा, चेयरमैन डॉ. हरप्रीत सिंह और वाइस चेयरमैन इंजीनियर अभिराज द्वारा आयुर्वेद और प्राचीन भारतीय ज्ञान की दिशा में किये गये इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा की भविष्य में भी ऐसे विषयों पर राष्ट्रीय स्तर के आयोजन होते रहेंगे।

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गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाना हमारा उद्देश्य : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

हम सत्ता के माध्यम से व्यवस्थाओं में बदलाव के उद्देश्य से कर रहे हैं कार्य

पाञ्चजन्य पत्रिका भारतीय विचार परम्परा का सशक्त संवाहक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पाञ्चजन्य सुशासन संवाद 2.0 कार्यक्रम को किया संबोधित

मंदसौर 17 नवंबर 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पाञ्चजन्य समय से पहले सावधान करने और धर्म के मार्ग पर चलने का प्रतीक है। पाञ्चजन्य पत्रिका भारतीय विचार परम्परा का सशक्त संवाहक है और यह अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रही है। भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें प्राप्त पाञ्चजन्य और सुदर्शन चक्र सदैव अपने साथ रखा। यह दोनों प्रतीक उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व की विशिष्टता के रूप में सभी के मन मस्तिष्क में विद्यमान हैं। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप में उज्जैनी के संदीपनि आश्रम में प्राप्त शिक्षा-दिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पाञ्चजन्य सुशासन संवाद 2.0 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का राष्ट्रीय स्वयं संघ के सह कार्यवाह मध्य क्षेत्र श्री हेमंत मुक्तिबोध, प्रांत संघचालक श्री अशोक पांडे और पाञ्चजन्य के संपादक श्री हितेष शंकर ने सम्मान किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पाञ्चजन्य का विशेष अंक भेंट किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलगुरू श्री विजय मनोहर तिवारी, निदेशक स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी डॉ. प्रवीण रेड्डी और प्रबंध निदेशक डीबीजी टेक्नॉलाजी श्री अभिशेक गर्ग का सम्मान किया।

राज्य सरकार ने समाज के साथ मिलकर त्यौहर मनाने के परिपाटी आरंभ की

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाना हमारा उद्देश्य है। हम सत्ता के माध्यम से व्यवस्थाओं में बदलाव लाने के उद्देश्य से कार्य कर रहे हैं। आम जनता के सुख के लिए हर संभव प्रयास करना राज्य सरकार का उद्देश्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में इस पथ पर अग्रसर होते हुए राज्य सरकार ने कई नवाचार किए हैं। प्राकृतिक संसाधनों को सबके हित में वितरण को सुनिश्चित करते हुए राजस्थान, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र के साथ नदी जोड़ो अभियान के अंतर्गत गतिविधियां प्रारंभ की गई हैं। इससे नदियों का मायका कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के साथ तुलनात्मक रूप से कम जल सम्पदा वाले राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों का भी लाभ होगा। राज्य सरकार ने विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर का नाम कुलगुरू कर, शिक्षा के मंदिरों को भारतीयता की भावना के अनुरूप बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार ने गुरूपूर्णिमा, गीता जयंती सहित अन्य प्रमुख त्यौहार समाज के साथ मिलकर मनाने की परिपाटी आरंभ की है। समाज में आनंद और उत्सवीय वातावरण का संचार करना राज्य सरकार का दायित्व है।

राज्य सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वच्छ और हरित ऊर्जा के साथ किसानों को बिजली में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सौर ऊर्जा पम्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस नवाचार से सब्सिडी से बची राशि को विकास के अन्य कार्यों में लगाया जाएगा। भावान्तर योजना, लाड़ली बहना योजना, युवाओं के लिए रोजगार के उद्देश्य से प्रदेश में संचालित उद्योग संवर्धन गतिविधियों के माध्यम से राज्य सरकार अन्नदाता, महिलाओं और युवाओं की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज संचालित करने का नवाचार भी किया गया है। सभी विश्वविद्यालयों में कृषि आधारित कोर्स आरंभ किये गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वीकृत पीएम मित्र पार्क से तीन लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। प्रदेश में दो मेट्रो पॉलिटन क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। राज्य में महानगर क्षेत्र नियोजन एवं विकास अधिनियम 2025 को स्वीकृति प्रदान की गई है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रोजगार आधारित उद्योगों के लिए राज्य सरकार विशेष रियायतें और अनुदान उपलब्ध करा रही है। रीजनल इन्डस्ट्री कॉन्क्लेव से क्षेत्रीय स्तर पर उद्योग गतिविधियों को विस्तार मिला है। यह नवाचार करने वाला मध्यप्रदेश देश का एक मात्र राज्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेना हम सबके लिए गर्व का विषय है। इस समिट में 30 लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रदेश में 8 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों का क्रियान्वयन जारी है और 6 लाख करोड़ रुपए की औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया जा चुका है। एक साथ ढाई लाख करोड़ रुपए लागत की औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन और लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से समय देने का अनुरोध किया है। देश में सबसे तेज गति से निवेश संवर्धन का कार्य मध्यप्रदेश में जारी है, हम 24 प्रतिशत की ग्रोथ रेट पर चल रहे हैं। साथ ही सभी विभागों के लक्ष्य तय कर गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन्य प्राणी संवर्धन, पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने, राजधानी के सात प्रमुख मार्गों पर प्रदेश की संस्कृति को अभिव्यक्त करते द्वारों के निर्माण की जानकारी भी दी।

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मध्यप्रदेश बना भारत का फूड-बास्केट, कृषि विकास में रचा नया इतिहास

मंदसौर 17 नवंबर 25/ कभी ‘बीमारू राज्य’ और विकास की दौड़ में पिछड़ा माना जाने वाला मध्यप्रदेश आज आत्मनिर्भरता, कृषि समृद्धि और तीव्र आर्थिक विकास का प्रतीक बन चुका है। यह परिवर्तन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दूरदर्शी नेतृत्व, सरकार की योजनाबद्ध नीतियों और किसानों की अटूट मेहनत का परिणाम है। मध्यप्रदेश अब न केवल विकास दर में अग्रणी है, बल्कि खाद्यान्न उत्पादन में भी देश में नई पहचान बना चुका है। यही कारण है कि भारत का हृदय प्रदेश अब देश का नया ‘फूड-बास्केट’ कहलाने लगा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कहना है कि मध्यप्रदेश ने कृषि और उससे सम्बद्ध क्षेत्रों में जो आशातीत प्रगति की है, उसमें हमारे अन्नदाताओं की महती भूमिका है। बीते वर्षों में मध्यप्रदेश ने कृषि उत्पादन, सिंचाई विस्तार और किसानों की आय वृद्धि के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर देश का नया ‘फूड बास्केट’ बनने का गौरव प्राप्त किया है। राज्य की विकास दर अब डबल डिजिट में पहुंच चुकी है, जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों का सबसे बड़ा योगदान है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने का संकल्प लिया है। सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, पर्याप्त बिजली आपूर्ति, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी, भावांतर भुगतान योजना और कृषि यंत्रीकरण ने किसानों से जीवन में खुशहाली आ रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि आज मध्यप्रदेश गेहूं, चना, मसूर, सोयाबीन और तिलहन उत्पादन में देश में अग्रणी बन चुका है। पंजाब और हरियाणा जैसे परम्परागत कृषि सम्पन्न राज्यों को कई फसलों के उत्पादन में पीछे छोड़ना राज्य के किसानों की मेहनत और सरकार की संवेदनशील नीतियों का ही परिणाम है। हमने कृषि के साथ-साथ डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रों में भी राज्य ने नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP), एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग इकाइयां और कोल्ड स्टोरेज चेन जैसे अनेक कदम किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य दिलाने में मददगार सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट है – हर खेत तक पानी, हर किसान तक प्रगति और हर घर तक समृद्धि। मध्यप्रदेश का किसान अब सिर्फ़ अन्नदाता नहीं, बल्कि खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत का निर्माणकर्ता बन चुका है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और राज्य के पूरे कृषि अमले को इस राष्ट्रीय उपलब्धि की ओर बढ़ने के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश देश की खाद्य सुरक्षा को सशक्त करेगा, बल्कि वैश्विक कृषि मानचित्र पर भी अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करेगा।

कृषि समृद्ध प्रदेश बनने की कहानी

कभी सीमित सिंचाई साधनों, अस्थिर बिजली आपूर्ति और अपर्याप्त अवसंरचना के कारण मध्यप्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था घाटे में चल रही थी। किसानों की आमदनी सीमित थी और ग्रामीण जीवन में भी कुछ कठिनाइयां थीं। परंतु बीते दो दशकों में परिदृश्य पूरी तरह बदल गया है। सरकार ने कृषि और ग्रामीण विकास को अपनी नीतियों के केंद्र में रखकर जो कार्य किया, उसने राज्य की तस्वीर ही बदल दी। हाल ही में हुए आर्थिक सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश ने 24 प्रतिशत की विकास दर दर्ज की है, जो राष्ट्रीय विकास औसत से कहीं अधिक है। यह प्रगति बताती है कि मध्यप्रदेश अब आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

कृषि विकास में आई नई क्रांति

मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा विकास कृषि क्षेत्र में देखा गया है। बीते वर्षों में राज्य सरकार ने कृषि को सिर्फ़ आजीविका का साधन नहीं, बल्कि समृद्धि का आधार बनाने का संकल्प लिया। किसानों को फसल उत्पादन की लागत में राहत देने, खेती को लाभकारी बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। कृषक कल्याण मिशन के जरिए किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सभी जतन किए जा रहे हैं। भावांतर भुगतान योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फ़सल खरीदी और इस खरीदी पर बोनस राशि भी देने जैसे प्रयासों ने किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान की है। इसके अलावा उन्नत कृषि उपकरणों पर सब्सिडी और प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने की कोशिशों ने भी खेती-किसानी को और अधिक रूचिकर, उत्पादक और टिकाऊ बनाया है। राज्य में सिंचाई सुविधाओं का खेत तक विस्तार भी एक मील का पत्थर साबित हुआ है। नर्मदा घाटी विकास परियोजना, पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदियों को आपस में जोड़ने और केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी लिंक जैसी परियोजनाओं से लाखों हेक्टेयर कृषि क्षेत्र को सिंचाई सुविधा के दायरे में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के सुदृढ़ीकरण से रबी सीजन में फसलों की उत्पादन क्षमता कई गुना बढ़ गई है।

खेती-किसानी की बदलती परिभाषा

मध्यप्रदेश के किसान अब पारम्परिक खेती तक सीमित नहीं हैं। वे नई तकनीकों और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाकर उत्पादन और गुणवत्ता दोनों में सुधार ला रहे हैं। ड्रिप इरिगेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग, मल्टीक्रॉपिंग और फसल विविधीकरण जैसे नवाचारों ने कृषि को एक व्यावसायिक रूप दिया है। प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालयों, अनुसंधान केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों की सक्रिय भूमिका ने किसानों को नवीनतम जानकारी सहित प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया है। अब किसान बाजार की मांग के अनुसार फसलें पैदा कर रहे हैं और निर्यात की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।

खाद्यान्न उत्पादन में नया इतिहास

आज मध्यप्रदेश गेहूं, धान, चना, मसूर, सरसों और सोयाबीन जैसी फसलों के उत्पादन में अग्रणी राज्यों में शामिल है। राज्य के कृषि विभाग के अनुमान के अनुसार, बीते वर्षों में प्रदेश का अनाज उत्पादन लगभग दोगुना हो गया है। गेहूं उत्पादन में मध्यप्रदेश अब देश का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य बन चुका है। उत्पादन और गुणवत्ता दोनों ही स्तरों पर राज्य ने पंजाब और हरियाणा जैसे कृषि संपन्न राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। दलहन और तिलहन उत्पादन जैसे चना, मसूर और सोयाबीन की पैदावार ने किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की है। मध्यप्रदेश अब देश के कुल चना उत्पादन में लगभग 30 प्रतिशत योगदान देता है।

धान उत्पादन

धान की फसल उत्पादन मामले में भी राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है। बालाघाट, बैतूल, मंडला, सिवनी और डिंडोरी जैसे जिले अब धान की नई मंडियां बन गए हैं। यहीं से देश के विभिन्न हिस्सों में खाद्यान्नों की आपूर्ति होती है।

किसानों की समृद्धि से ग्रामीण विकास

कृषि एवं इससे सम्बद्ध क्षेत्रों में आमूलचूल प्रगति ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान फूंक दी है। गांवों में रोजगार के नए अवसर बढ़े हैं, कृषि-आधारित उद्योगों का विकास हुआ है और युवाओं में खेती को लेकर नया उत्साह पैदा हुआ है। जहां पहले खेती घाटे का सौदा मानी जाती थी, वहीं आज यह आत्मनिर्भरता और समृद्धि का प्रतीक बन चुकी है। कृषि उपज मंडियों का डिजिटलीकरण, e-NAM पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन बिक्री की सुविधा और मूल्य पारदर्शिता ने किसानों को बाजार की बेहतर समझ विकसित कर समुचित कीमत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।

कृषि से औद्योगिक विकास तक

मध्यप्रदेश की तेज कृषि विकास दर देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश कृषि आधारित उद्योगों और एग्रो प्रोसेसिंग का केंद्र बनने जा रहा है। राज्य में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक हब के निर्माण से कृषि उत्पादों के निर्यात की संभावना बढ़ेगी। सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट ‘वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना भी इस दिशा में मददगार सिद्ध हो रही है। यह किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में तो कारगर है ही, ग्रामीण रोजगार को भी यह योजना स्थायी बना रही है।

नया मध्यप्रदेश, नया आत्मविश्वास

मध्यप्रदेश आज बड़े आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। अब यह राज्य विकास के नए अध्याय लिख रहा है। गांव से शहर तक, खेत से बाजार तक, फ़ार्म टू लैब हर जगह परिवर्तन की एक नई लहर महसूस की जा रही है। प्रदेश के किसान अब सिर्फ अन्नदाता नहीं रहे, बल्कि “राष्ट्र निर्माता” और ऊर्जादाता भी बन रहे हैं। किसानों को उनके खेत में सोलर पम्प लगाने के लिये अनुदान योजना प्रारंभ की गई है। किसानों के परिश्रम और सरकार की किसान हितैषी संवेदनशील नीतियों ने मध्यप्रदेश को उस ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, जिसकी कल्पना भी कभी दूर की कौड़ी लगती थी।

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मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) की सतत निगरानी

BLA-2 की सक्रियता हेतु जिला कांग्रेस ने नियुक्त किये ब्लॉक प्रभारी

मंदसौर । मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री जीतू पटवारी के निर्देशानुसार एवं जिला कांग्रेस कमेटी मंदसौर के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) कार्य की प्रभावी निगरानी तथा बूथ लेवल एजेंट (BLA-2) की सक्रियता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला कांग्रेस ने सभी ब्लॉकों के लिए वरिष्ठ पदाधिकारियों को ब्लॉक प्रभारी नियुक्त किया है । नियुक्त ब्लॉक प्रभारी मंदसौर शहर ब्लॉक – श्री प्रितिपाल सिंह राणा मंदसौर ग्रामीण ब्लॉक – श्री रविन्द्र पटीदार दलौदा ब्लॉक – श्री शक्तिदान सिंह सिसोदिया मल्हारगढ़ ब्लॉक – श्री प्रकाश राठौर संजीत ब्लॉक – श्री भोपाल सिंह सौलंकी धुंधड़का ब्लॉक – श्री बालेश्वर पाटीदार सीतामऊ ब्लॉक – श्री कर्मवीर सिंह भाटी कयामपुर ब्लॉक – श्री समरथ गुर्जर सुवासरा ब्लॉक – श्री संग्राम सिंह कुरावन शामगढ़ ब्लॉक – श्री श्यामसिंह लखवा गरोठ-मेलखेड़ा ब्लॉक – श्री रिंकेश डबकरा भानपुरा ब्लॉक – श्री विजय पाटीदारजिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह गुर्जर ने सभी नव नियुक्त ब्लॉक प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने ब्लॉकों में नियमित भ्रमण करें, BLA-2 को सक्रिय एवं प्रशिक्षित करें तथा मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि या अनियमितता को तत्काल उजागर करें ।श्री गुर्जर ने कहा कि “मतदाता सूची लोकतंत्र की रीढ़ है। सभी प्रभारी इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और गंभीरता से निभाएं ।

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श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला में आयोजित तीन दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता सम्पन्न, विजेता एवं उपविजेताओं को  नपा परिषद के द्वारा पुरस्कृत किया गया
मंदसौर। 63 वें भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला में आयोजित तीन दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता का रविवार की शाम को समापन हुआ। नपा परिषद मंदसौर के द्वारा कुश्ती के खेल को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पशुपतिनाथ महादेव मेला में तीन दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता हुई। इस प्रतियोगिता में मालवा मेवाड़ा कुमार केसरी, मंदसौर नीमच प्रतापगढऋ केसरी, मंदसौर भीम एवं मालवा मेवाड़ केसरी वर्ग में अलग-अलग कुश्ती की प्रतियोगिताये हुई। रविवार की शाम को प्रतियोगिताओं के फाइनल मुकाबले हुये जिसमें महिला वर्ग में मालवा मेवाड़ केसरी का खिलाब भीलवाड़ा की अश्वनी विश्नोई ने जीता, उन्होनंे इंदौर की निधिका पाल को पराजित किया। मंदसौर, नीमच प्रतापगढ़ कुमार केसरी का खिलाफ रोहित पिता राजेश राठौर मंदसौर ने जीता, उन्होंने फाइनल मुकाबले में नीमच के पीयूष गवली को पराजित किया। कार्तिक खरे तीसरे स्थान पर रहे। मंदसौर भीम (नगर मंदसौर विजेता) का खिलाफ यश ग्वाला ने जीता, अभिषेक ग्वाला उपविजेता रहे। मंदसौर, नीमच, प्रतापगढ़ जिला केसरी का खिलाब पीयूष गवली नीमच ने जीता। अभिषेक माली उपविजेता एवं वकील मेव मंदसौर तीसरे स्थान पर रहे। मालवा मेवाड़ा केसरी का खिताब रेहान खान (गामा) इंदौर ने जीता, इंदौर के यशपाल उपविजेता रहे। कार्तिक जोशी इंदौर तीसरे स्थान पर रहे। ओलंपिक के नियमों के अनुसार खेले गये कुश्ती के मुकाबलों में रामनिवास गुर्जर भीलवाड़ा, मनीष नामदेव इंदौर, कल्याणमल विश्नोई भीलवाड़ा, मनीष मुआले सिहोर, अविनाश गुर्जर भीलवाड़ा, लोकेश परमार सिहोर, रवि अहिर  नीमच, हेमंत ग्वाला मंदौर रेफरी की भूमिका में रहे। अतिथिगणों के द्वारा सभी विजेता, उपविजेता एवं तीसरे स्थान पर रहे कुश्ती के खिलाड़ियो को प्रमाण पत्र, गदा  एवं नगद राशी देकर सम्मानित किया गया। वेट चैंपियन अंतर्गत 30 किग्रा से लेकर 60 किग्रा वजन वर्ग तक कुक्षी के मुकाबले भी हुये जिनके विजेता उपविजेताओं को भी पुरस्कार बांटे गये।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि मेला एवं कुश्ती भारतीय संस्कृति का अंग है, पुराने समय में मेलों में कुश्ती के खेल होते थे, उसी परंपरा को जीवंत रखने के लिये नपा परिषद कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है जो की सराहनीय है।
भाजपा जिलाध्यक्ष पं. राजेश दीक्षित ने कहा कि नपा परिषद ने मेला में कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन करके सराहनीय कार्य किया है। नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर एवं मेला समिति सभापति श्रीमती भैरवे इसके लिये बधाई की पात्र है। कुश्ती के खेल को प्रोत्साहन देने के लिये नपा परिषद का प्रयास तारीफ के काबिल है। मैं इसके लिये पुरी परिषद एवं मेला समिति को बधाई देता हूॅ। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर ने दिया।
कार्यक्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्री सुनील जैन महाबली, जिला मंत्री पुलकीत पटवा, रानू भावसार, जिला कोषाध्यक्ष श्री प्रीतेश चावला, जिला कार्यालय मंत्री अंकीत सोनी, कुश्ती खिलाड़ी नीतू शर्मा, भोपाल, भाजयुमो जिला महामंत्री बंटी चौहान, किन्नर गुरू अनिता दीदी, भाजपा मण्डल अध्यक्ष विनोद डगवार, महामंत्री केसरीमल जटिया, भाजपा नेता पुष्पेन्द्र भावसार अतिथि के रूप में मंचासीन थे। इन सभी अतिथिगणों का स्वागत नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर, उपाध्यक्ष नम्रता चावला, मेला सभापति प्रतिभा भैरवे, मेला समिति सदस्यगण ईश्वरसिंह चौहान, आशीष गौड, कमलेश सिसौदिया, गरिमा हितेन्द्र भाटी, प्रमिला गोयल, जिला कुश्ती संघ के दिलीप ग्वाला, सचिव मोहसीन खां सिंघल, कुश्ती प्रतियोगिता आयोजन के सहयोगी नीतिन ब्रिजवान, प्रवीण दिवाकर, राजेश राठौर, हेमंत गौसल, गोपाल ग्वाला, प्रदीप ग्वाला, कालू ग्वाला, बलवंत शक्तावत आदि के द्वारा पुष्पहार पहनाकर किया गया। कार्यक्रम मंें भाजपा नेता राजेश गुर्जर, विक्रम भैरवा, हितेन्द्र भाटी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नीतिन ब्रिजवानी ने किया तथा आभार नपा उपाध्यक्ष नम्रता चावला ने माना।
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आज श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला में पार्श्वगायिका हेमा सरदेसाई कार्यक्रम की प्रस्तुति देगी
मन्दसौर। नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला, मेला सभापति श्रीमती प्रतिभा विक्रम भैरवे ने बताया कि आज दिनांक 18 नवम्बर मंगलवार को रात्रि 8.30 बजे भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला के सांस्कृतिक रंगमंच पर मुम्बई की सुप्रसिद्ध  पार्श्वगायिका हेमा सरदेसाई अपने कार्यक्रम की प्रस्तुति देगी।सुश्री हेमा सरदेसाई कई फिल्मों में प्ले बेक सिंगर के रूप में कई गीतों को गा चुकी है। उन्होंने ए.आर. रहमान के साथ भी कई गीत गाये है। नगरपालिका परिषद के आमंत्रण पर वह अपने कार्यक्रम की प्रस्तुति देने आ रही है। मंदसौर नगर एवं जिले के समस्त गणमान्य नागरिकों से नपा परिषद एवं मेला समिति आग्रह करती है कि वे इस कार्यक्रम का आनंद लेने मेला परिसर में पधारे।
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अभिनंदन क्षेत्र में 40 लाख रू. के डामरीकरण कार्य का हुआ भूमिपूजन, कई प्रमुख मार्गों के डामरीकरण कार्य किये जायेंगे
मंदसौर। नपा परिषद मंदसौर के द्वारा अभिनंदन क्षेत्र वार्ड नं. 5 एवं 21 में लगभग 40 लाख रू. की लागत से होने वाले डामरीकरण कार्य का कल सोमवार केा भूमिपूजन किया गया। अभिनंदन क्षेत्र के टेम्पों स्टेण्ड चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष नानालाल अटोलिया, भाजपा उत्तर मण्डल अध्यक्ष श्री अरविन्द सारस्वत, दक्षिण मण्डल अध्यक्ष विनोद डगवार, जिला कोषाध्यक्ष प्रीतेश चावला ने अतिथि के रूप में पहुंचकर श्रीफल बदारकर डामरीकरण कार्य का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर ने की। कार्यक्रम में नपा उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता चावला क्षेत्रीय पार्षदगण आशीष गौड़ एड., श्रीमती सुनीता नंदलाल गुजरिया भी विशेष रूप से शामिल हुए। नपा परिषद इस कार्य के अंतर्गत आगामी समय में वार्ड नं. 5 व 21 के क्षेत्र टेम्पों स्टेण्ड चौराहे से बीएसएनएल टावर तक, बीएसएनएल टावर से मीड इंडिया अण्डरब्रीज तक, हर्ष विलास से हर्ष विलास फोर्ट (शांतनु विहार रोड़ नं. 1) का डामरीकरण कार्य कराने जा रही है। भूमिपूजन कार्यक्रम में नपा सभापति निलेश जैन, पार्षद कमलेश सिसौदिया, गोवर्धन कुमावत, राजेश सोनी एरावाला,  नरेन्द्र बंधवार, नंदलाल गुजरिया, भाजपा नेता राजेश गुर्जर, कमलेश रामचंदानी, भगवानदास वासवानी, विराट गुप्ता, श्रीद पाण्डेय, महिला नेत्री पूजा ठाकुर, निरंजन पोरवाल, अनिल शर्मा, राजेन्द्र सांखला, नरेन्द्र व्रूास, जगदीश भावसार, गजेन्द्रसिंह चंदेल, कन्हैया प्रजापति, ठेकेदार आकाश अशोक सेनी, जितेश पाठक, नपा उपयंत्री शाहिद मिर्जा भी उपस्थित थे। इन सभी के द्वारा अतिथियों का स्वागत भी किया गया।
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सुरभि म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों ने बिखेरा ‘सरगम का रंग’, दिव्यांश वर्मा की प्रस्तुति ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
मन्दसौर: भगवान पशुपतिनाथ महादेव के 63वें मेले के सांस्कृतिक रंगमंच पर 16 नवंबर, रविवार की शाम संगीत प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय छाप छोड़ गई। सुरभि म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से ‘सरगम के रंग’ बिखेरे और दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सुरभि म्यूजिकल ग्रुप के जगदीश गंगवानी के नेतृत्व में कलाकारों ने अपनी आवाज का जादू चलाया, जिसमें दिव्यांश वर्मा की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। & TV के रियलिटी शो ‘द वॉयस इंडिया’ में मन्दसौर का नाम रोशन करने वाले दिव्यांश वर्मा ने अपने  गीत प्रस्तुत कर दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरी और अपनी गीतों की प्रस्तुति से अमिट छाप छोड़ी … आयोजन समिति द्वारा इस अवसर पर दिव्यांश वर्मा और सुरभि म्यूजिकल ग्रुप के डायरेक्टर जगदीश गंगवानी का सम्मान भी किया गया।
दर्शकों से खचाखच भरे सांस्कृतिक मंच पर स्थानीय प्रतिभाओं ने लगातार पाँच घंटे तक संगीत की महफ़िल जमाई। कलाकारों ने मुकेश, रफी, किशोर कुमार, सुरेश वाडेकर, कुमार शानू, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, और अरिजीत सिंह के गीतों को गाकर समां बांध दिया।
मुख्य आकर्षण:
दिव्यांश वर्मा: अपनी विशेष प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
विनोद सिसोदिया (‘वॉइस मुकेश’): ने “तोबा यह मतवाली चाल” गाकर अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
तेजकरण सिंह चौहान (‘वॉइस कुमार सानू’): ने “धीरे-धीरे से मेरी जिंदगी में आना” की मनमोहक प्रस्तुति दी।
शक्ति सिंह: के गीत “भोले ओ भोले” और “पर्वतों से आज मैं टकरा गया” को खूब सराहा गया।
आयुषी देशमुख ने सदाबहार गीतों की प्रस्तुति दी, और नरेंद्र सागर ने “नमो नमो” गाकर दर्शकों का दिल जीता।
गायन के साथ ही, जाफर खान की मिमिक्री ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया, और म्यूजिशियन ने भी अपने हुनर का शानदार जलवा बिखेरा। इस संगीतमय शाम को गोपाल बैरागी ने कुशलतापूर्वक संचालित किया, जिससे यह कार्यक्रम खुशनुमा और यादगार बन गया
इस कार्यक्रम में नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला, मेला सभापति श्रीमती प्रतिभा विक्रम भैरवे, भाजपा जिला मंत्री रानू भावसार, पार्षद गरिमा भाटी, जयप्रकाश पमनानी, आशीष गौड़, राजेश गुर्जर ने सभी कलाकारों का पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया।

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पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सोनी के नव श्रृंगारित संस्थान पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री श्री देवड़ा

मंदसौर। 17 नवम्बर सोमवार को नगर के प्रसिद्ध समाजसेवी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष कारूलाल सोनी के बस स्टेण्ड स्थित नव श्रृंगारित सोने चांदी के आभूषणों के संस्थान के आर ज्वेलर्स पर प्रदेश उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा पधारें और सोनी परिवार को अपनी शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर श्री देवड़ा का स्वागत सोनी परिवार के कारूलाल सोनी, राजेश सोनी, अभिषेक सोनी, प्रतिक सोनी, लक्ष्य सोनी और निव्यांश सोनी ने किया। श्री देवड़ा ने सोनी परिवार को शुभकामनाएं देती हुए कहा कि सोनी परिवार विगत कई वर्षो आभूषणों के क्षेत्र में मंदसौर नगर की सेवा कर रहा है। अब समय की मांग के अनुसार व्यापार को अपडेट किया गया है मेरी शुभकामनाएं हमेशा की तरह सोनी परिवार के साथ है।
इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित, ओबीसी मोर्चा प्रदेश मंत्री धीरज पाटीदार, मंडल महामंत्री शिवराजसिंह राणा, कोषाध्यक्ष प्रितेश चावला, भाजपा मंडल अध्यक्ष गण अरविन्द सारस्वत और विनोद डगवार आदि भाजपा जन भी उपस्थित थे।

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